रचनाकार के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा

Annual award for Rachnakara announced

रविवार दिल्ली नेटवर्क

कोलकाता : अन्तर्राष्ट्रीय संस्था रचनाकार – एक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक क्रान्ति की कार्यकारिणी समिति की बैठक में चयन समिति द्वारा अनुमोदित वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा की गई।

रचनाकार के संस्थापक सभापति श्री सुरेश चौधरी द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार सह-सभापति श्री आशीष चौधरी, श्रीमती विद्या भंडारी , अध्यक्ष श्रीमती रचना सरन, संगठन मंत्री चंदा प्रहलादका और साहित्य मंत्री रावेल पुष्प की उपस्थिति में यह सूची सर्वसम्मति से स्वीकृत हुई।

इन पुरस्कारों का उद्देश्य भारतीय साहित्य एवं कला के विविध क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाले रचनाकारों को सम्मानित करना है। रचनाकार संस्था भारतीय संस्कृति, साहित्य और कला की निरंतर धारा को संरक्षित एवं प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित है। यह मंच भारतीय संगीत, नृत्य, लोककला और साहित्य जैसी विधाओं को नई पीढ़ी तक पहुँचाकर भारतीय परम्परा को जीवंत बनाए रखने का कार्य करता है।

ये सम्मान आगामी 7 सितम्बर 2025 को भारतीय भाषा परिषद, कोलकाता में आयोजित रचनाकार वार्षिक अधिवेशन में प्रदान किए जाएंगे।

सम्मानों की श्रेणियाँ और पुरस्कारों में रचनाकार प्रज्ञाश्री सम्मान सर्वोच्च सम्मान है, जो भारतीय साहित्य एवं कला में असाधारण योगदान देने वाले वरिष्ठ रचनाकारों को प्रदान किया जाता है। जिसमें पद्य में श्री लक्ष्मीशंकर वाजपेयी (दिल्ली) और शोध में डॉ. दीपिका विजयवर्गीय (जयपुर) जहां दिये जायेंगे वहीं रचनाकार गौरवश्री सम्मान उन विशिष्ट रचनाकारों को समर्पित है जिन्होंने भारतीय साहित्य एवं कला की विविध विधाओं मसलन पत्रकारिता, आलोचना, गद्य, संगीत और नृत्य में उल्लेखनीय कार्य किया है, उन्हें दिया जायेगा। इस वर्ष पत्रकारिता के लिए श्री राज मिठौलिया (कोलकाता), आलोचना लेख के लिए डॉ. ऋषिकेश राय (कोलकाता), गद्य के लिए श्री शिखर चंद जैन (कोलकाता),लोकगीत के लिए श्री मारुति मोहता (कोलकाता), अभिनय के लिए श्री रोहित बासफोरे (कोलकाता), नृत्य के लिए श्री विनायक घोषाल (मुंबई),तथा संगीत के लिए श्री अविनय काशीनाथ (पटना) को दिया जाएगा। इसके अलावा रचनाकार युवाश्री सम्मान, रचनाकार किशोर सम्मान तथा रचनाकार बाल सम्मान भी दिये जायेंगे।

इन पुरस्कारों की घोषणा की प्रतीक्षा अब साहित्यकार साल भर करने लगे हैं। ऐसे मौके पर एक विशेष स्मारिका भी प्रकाशित की जायेगी।