भारत की जीत में दूसरी पंक्ति के गिल और श्रेयस के अर्धशतक
सिराज,शार्दूल, चहल ने चटकाए वेस्ट इंडीज के दो-दो विकेट
मायर्स और किंग्स के अर्धशतक भी वेस्ट इंडीज के काम न आई
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : अनुभवी सलामी बल्लेबाज कप्तान शिखर धवन ने मात्र तीन रन से शतक से चूकने के बावजूद समझबूझ से बल्लेबाजी कर भारत को वेस्ट इंडीज के खिलाफ शुक्रवार देर रात पोर्ट ऑफ स्पेन में बेहद रोमांचक पहले मैच में तीन रन से जीत दिला तीन वन डे मैचों की क्रिकेट सीरीज में 1-0 की बढ़त दिला दी। भारत के लिए सबसे सुखद यह रहा कि उसके शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर जैसे दूसरी पंक्ति के युवा तुर्कों ने अर्धशतक जड़े ही अनुभवी लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की अगुआई में नौजवान तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज तथा शार्दूल ठाकुर ने गेंदबाजी इकाई के रूप में दमदार प्रदर्शन कर दो-दो विकेट चटका उसे यह मुश्किल मैच जिताने में अहम योगदान किया। वहीं मेजबान वेस्ट इंडीज के हेड कोच फिल सिमंस और कप्तान निकोलस पूरन के लिए हार के बावजूद संतोष की बात यह रही कि उसकी टीम पूरी 50 ओवर तक खेली और उसने भारत को इस जीत के लिए खासा संघर्ष कराया।
मैन ऑफ द मैच रहे कप्तान शिखर धवन (97 रन, 99 गेंद, 10 चौके, तीन छक्के) की अपने सलामी जोड़ीदार नौजवान शुभमन गिल (64 रन, 53 गेंद, छह चौके, दो छक्के) के साथ पहले विकेट के लिए 119 और श्रेयस अय्यर (54 रन, 57 गेंद,पांच चौके और दो छक्के) के साथ दूसरे विकेट के लिए 94 रन की भागीदारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर निर्धारित 50 ओवर में सात विकेट पर 308 रन का विशाल स्कोर बनाया। सूर्यकुमार यादव (13) और संजू सैमसन (12) के सस्ते में आउट होने के बावजूद दीपक हुड्डï (27 रन, 32 गेंद, एक छक्का, एक चौका) और अक्षर पटेल (21 रन,एक छक्का, एक चौका) ने छठे विकेट के लिए 42 रन जोड़ भारत को 300 रन के करीब पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। लेफ्ट आर्म स्पिनर गुडकेश मोती-कनहाई (2/54) और तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ (2/61) ने अपने अंतिम और पारी के अंतिम ओवर में ऑलराउंडर अक्षर और दीपक हुड्डïा को वेस्ट इंडीज को राहत दिलाई क्योंकि एक समय भारत की टीम 350 रन के पार पहुंचने की ओर बढती दीख रही थी। लेफ्ट आर्म स्पिन मोती कनहाई ने भारत के कप्तान शिखर धवन को ब्रुक्स और श्रेयस को विकेटकीपर निकोलस पूरन के हाथों कैच कराया। वहीं सूर्य को हुसैन ने बोल्ड किया जबकि सैमसन को रोमारियो शेफर्ड ने एलबीडब्ल्यू आउट किया।
वेस्टइंडीज को जीत के लिए 50ओवर में रिकॉर्ड 309 रन बनाने का लक्ष्य मिला लेकिन उसकी टीम छह विकेट पर 305 रन बना पाई और मैच हार गई। वेस्ट इंडीज ने शाई होप(7) के रूप में पहला विकेट पांचवें ओवर में 16 रन पर खो दिया, उन्हें सिराज ने शार्दूल ठाकुर के हाथों कैच कराया। सलामी बल्लेबाज कायल मायर्स (75 रन, 69 गेंद, एक छक्का, उस चौके) और शामरा ब्रुक्स (47रन, 61 गेंद, एक छक्का, चार चौके) दूसरे विकेट के लिए तेजी से 117 रन जोडऩे के बाद दो ओवर के अंतराल में में पांच रन जोड़ कर शार्दूल ठाकुर की गेंद पर जल्दी जल्दी आउट हो गए और वेस्ट इंडीज का स्कोर तीन विकेट 138 रन हो गया। ब्रेंडन किंग (54 रन, 66 गेंद, 2 छक्के, 2 चौके) और कप्तान निकोलस पूरन(25 रन, 26 गेंद, दो छक्के) ने चौथे विकेट के लिए 51 रन जोड़ कर वेस्ट इंडीज को लक्ष्य की ओर ले जाते लगे लेकिन तभी सिराज ने पूरन को प्रसिद्ध कृष्णा के हाथों इस भागीदारी को तोड़ भारत को राहत दिलाई। रॉमैन पॉवेल(6) को लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने सस्ते में चलता किया। ब्रेंडन किंग ने छठे विकेट के लिए अकील हुसैन के साथ 54 रन जोड़ स्कोर को 252 तक ले गए लेकिन तभी किंग ने चहल की गेंद को उड़ाने के फेर में श्रेयस अय्यर को कैच थमा बैठे। वेस्ट इंडीज को अंतिम तीन ओवर में जीत के लिए अंतिम तीन ओवर में 38 रन की दरकार थी और अकील हुसैन (नॉटआउट 32, 32गेंद,2 चौके,और शेफर्ड (39 रन, 25गेंद, तीन चौके, दो छक्के) सिर्फ बल्ला चला रहे थे लेकिन मोहम्मद सिराज और प्रसिद कृष्णा ने सूझबूझ से गेंदबाजी कर वेस्ट इंडीज को 34 रन ही बनाने दिए और भारत को जीत दिलाकर दम लिया।