
मकसद द.कोरिया से फाइनल जीत सीधे विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करना
सत्येन्द्र पाल सिंह
राजगीर (बिहार) : रिवर्स स्टिक से गोल करने के मोह से बच कर बदली रणनीति से खेल दो गोल कर भारत को चीन पर सुपर 4 में 7-0 की बड़ी जीत दिला पुरुष हॉकी एशिया कप के फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्ट्राइकर अभिषेक ने माना कि धैर्य से खेलना उनके और टीम के काम आया। अभिषेक ने कहा, ‘हमने चीन के खिलाफ अपने आखिरी सुपर 4 मैच के लिए जो रणनीति बनाई थी उसे मैदान पर अमली जामा पहनाने में कामयाब रहे। हमारी चीन पर शनिवार को बड़ी जीत में हम फॉरवर्ड से ज्यादा योगदान हमारी रक्षापंक्ति की मुस्तैदी का रहा। हमारी रक्षापंक्ति की मजबूती का ही नतीजा है हमने एक भी गोल खाए बिना चीन पर बड़ी जीत दर्ज की। हमारे फॉरवर्ड ने गेंद को सही वक्त पर सही साथी खिलाड़ी के लिए बढ़ाया और डी के भीतर हड़बड़ी में गड़बड़ी की बजाय सधा निशाना साथ गोल किया या फिर पेनल्टी कॉर्नर बनाया। अब फाइनल में हमारे सामने रविवार को दक्षिण कोरिया की टीम होगी जिसने हमें सुपर 4 में दो दो की बराबरी पर रोका था। अब दक्षिण कोरिया के खिलाफ सुपर 4 मैच से सबक लेकर हम फाइनल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ेगे। हमारा मकसद दक्षिण कोरिया से रविवार को एशिया कप फाइनल जीत सीधे 2026 के एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के लिए क्वॉलिफाई करना है। दक्षिण कोरिया के खिलाफ भी हम नियोजित हमले बोल स्ट्रक्चर से खेल फाइनल के रूप अंतिम बाधा पार करने पर अपना ध्यान लगाए हैं।
अभिषेक अपने कप्तान हरमनप्रीत सिंह की तरह तीन पूल और तीन सुपर 4 मैचों सहित कुल छह गोल दाग कर मौजूदा टूर्नामेंट में गोल दागने में फाइनल की होड़ से बाहर हो चुकी अखिमुल्ला ओनुर(8 गोल) के बाद दूसरे नंबर पर हैं। अभिषेक ने कहा,‘हमारी भारतीय टीम ने धीमे ही पर सधे कदमों से मैच दर मैच अपना खेल बेहतर करते हुए छह में से पांच मैच जीत एक ड्रॉ खेल अजेय रह कर फाइनल में स्थान बनाया है। हमने दक्षिण कोरिया के अपने पहले सुपर 4 मैच में जिस तरह गोल करने के बेहद आसान मौके गंवाए थे अब फाइनल में उसके खिलाफ हमारी कोशिश हर मौके को भुनाने की होगी। हमारे कप्तान हरमनप्रीत सिंह दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर होने के कारण पेनल्टी कॉर्नरों पर खूब गोल करते हैं। हरमन भाई साथ ही एरियल पास के जरिए आंखों ही आंखों में इशारा कर गेंद को प्रतिद्वंद्वी टीम की डी में पहुंचाते हैं। इससे हम स्ट्राइकरों के गोल करने या फिर पेनल्टी कॉर्नर बनाने बनाने के बहुत मौके बनते हैं। हमारी भारतीय टीम की खुशकिस्मती है कि हमारे पास दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकरों में शामिल हरमनप्रीत भाई हैं। हरमनप्रीत के साथ जुगराज सिंह की बतौर ड्रैग फ्लिकर मौजूदगी भारत को पेनल्टी कॉर्नर पर बहुत विकल्प उपलब्ध कराती है।’
द.कोरिया से फाइनल जीतने के लिए मौकों को भुनाना होगा: मनप्रीत
वहीं भारत के सबसे अनुभवी आक्रामक सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह ने अपनी टीम की चीन पर अंतिम सुपर 4 में बड़ी जीत के बाद कहा,‘पहले सुपर 4 मैच में हमें ड्रॉ पर मजबूर करने वाली दक्षिण कोरिया के खिलाफ पुरुष हॉकी एशिया कप फाइनल जीतना है तो गोल करने के हम मौके को भुनाना होगा। फाइनल में किसी भी तरह की ढील अथवा चूक की कोई गुंजाइश ही नहीं है। हमें गोल करने के 50-50 यानी बराबरी के और आधे अधूरे मौकों को भुनाना होगा। हमारी रक्षापंक्ति को भी दक्षिण कोरिया की गोल करने के लिए जवाबी हमले पर यकीन करने वाली टीम के खिलाफ पूरी तरह चौकस रहना होगा। दक्षिण कोरिया के खिलाफ पहला सुपर 4 मैच ड्रॉ खेलने से हमने उसके कई सबक लेकर अपना खेल बेहतर किया। हमारी कोशिश दक्षिण कोरिया के खिलाफ सीधे डी में पहुंच शॉट लेने से बचते हुए गोल करने के लिए सही वक्त पर सही निशाना लगाने की होगी । साथ ही यह हमारी रक्षापंक्ति को पूरी मुस्तैदी से दक्षिण कोरिया के हमलों को नाकाम करना होगा। हमारी पूरी टीम को अपनी क्षमता पर भरोसा है। हम फाइनल में कामयाब प्रदर्शन की उम्मीद है।