
- भव्य मंच पर हजारों दर्शकों के सामने ‘शिव तांडव स्तोत्र’ पर नृत्य करके छोटी बच्ची ‘सानवी त्यागी’ ने किया भक्तिमय अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन
- लालकिले के ऐतिहासिक मैदान में उपस्थित दर्शकों ने की सानवी त्यागी के भक्तिमय नृत्य की सराहना
- विश्व प्रसिद्ध लव-कुश रामलीला के मंच पर जगह बनाकर गाजियाबाद जिले का किया नाम रोशन
दिल्ली : दिल्ली के ऐतिहासिक लालकिले के मैदान में विश्व प्रसिद्ध लव-कुश रामलीला के मंच पर कार्य करने का सौभाग्य मिलना हर प्रतिभाशाली के लिए बहुत बड़ी बात है। गाजियाबाद की निवासी आठवीं कक्षा कि छात्रा ‘सानवी त्यागी’ को यह सौभाग्य पिछले कई वर्षों से मिल रहा है। वह रामलीला के भव्य मंच पर हजारों दर्शकों के सामने पिछले कई वर्षों से ‘शिव तांडव स्तोत्र’ पर नृत्य करके भक्तिमय अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन करने का कार्य कर रही है। उनकी इस अद्भुत प्रतिभा की वहां उपस्थित हजारों दर्शक व सैकड़ों कलाकार जमकर सराहना करते हुए नज़र आते हैं।
गाजियाबाद की छोटी बच्ची ‘सानवी त्यागी’ प्रभु श्रीराम की लीला के विश्व प्रसिद्ध मंच पर जब पूरी तरह से प्रभु श्रीराम की भक्ति से ओत-प्रोत वातावरण के बीच देवाधिदेव भगवान शिव की आराधना ‘शिव तांडव स्तोत्र’ पर अपने भक्तिमय नृत्य की प्रस्तुति देती है तो उस वक्त थोड़ी देर के लिए लालकिले के मैदान का राममय वातावरण शिवमय हो जाता है, जो उनके लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस वर्ष भी जब विश्व प्रसिद्ध लव-कुश रामलीला के मंच पर एक 12-13 वर्ष की छोटी सी बच्ची ‘शिव तांडव स्तोत्र’ के तेजस्वी और ओजस्वी पाठ पर जबरदस्त आत्मविश्वास के साथ नृत्य करती है तो लालकिले के ऐतिहासिक मैदान में ऐसा समां बांधा कि देखने व सुनने वाले दर्शक भगवान शिव की भक्ति में पूरी तरह से भावविभोर हो गये और रामलीला के मंच पर शिव का गुणगान होते ही पूरा माहौल शिवमय हो गया, पूरा मैदान निरंतर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। रामलीला के मंच की प्रसिद्धि व भव्यता के हिसाब से ‘सानवी त्यागी’ की आयु भले ही कम हो, लेकिन उसके चेहरे का हाव-भाव व आत्मविश्वास इतना प्रभावशाली था कि वह एक मंजे हुए कलाकार की तरह हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों के बीच बिना किसी डर, झिझक व दवाब के अपनी प्रस्तुति दे रही थी, जिस प्रतिभा को देख दर्शक व मंच पर बैठे हुए गणमान्य लोग भी स्तब्ध रह गए।
छोटी बच्ची सानवी त्यागी से जब यह पूछा गया कि ‘शिव तांडव स्तोत्र’ पर नृत्य की प्रेरणा कहां से मिली तो उन्होंने कहा कि यह सब भगवान शिव, प्रभु श्रीराम व जगत जननी मां जगदम्बा की असीम अनुकम्पा का परिणाम है। सानवी त्यागी ने बताया कि वह बुलंदशहर जिले के भटौला गांव के प्रतिष्ठित जमींदार परिवार से ताल्लुक रखती है, उनके परदादा चौधरी स्वर्गीय श्री रनवीर सिंह त्यागी व परदादी स्वर्गीय श्रीमती प्रकाशवती देवी थी, लेकिन पिछले तीन दशकों से हमारा परिवार गाजियाबाद में निवास करता है, मैं गाजियाबाद में ही संयुक्त परिवार में रहती हैं, अपने घर पर ही बचपन से ही अपनी छोटी बहन हिमानी, सारवी व ज्हानवी और बड़े भाई विनायक व छोटे भाई शिवम् के साथ ‘शिव तांडव स्तोत्र’ नृत्य की प्रेक्टिस करती रहती थी, जिससे देखकर मेरे बाबा जी महेंद्र सिंह त्यागी, दादी राजिंद्री देवी, बाबा सुरेंद्र त्यागी, पिता मनीष, माता प्रतिभा और मेरे चाचा फिल्म अभिनेता मोहित त्यागी व अन्य सभी परिजनों ने मुझे प्रोत्साहित करने का कार्य किया। सानवी त्यागी ने कहा कि और लालकिले की विश्व प्रसिद्ध लव-कुश रामलीला के आदरणीय अध्यक्ष अर्जुन कुमार जी व अन्य सभी आयोजकों ने उन्हें विश्व प्रसिद्ध मंच पर ‘शिव तांडव स्तोत्र’ पर प्रस्तुति देने का अवसर प्रदान करने का कार्य किया, जिसके लिए मैं आदरणीय अध्यक्ष अर्जुन कुमार जी और लव-कुश रामलीला कमेटी के सभी आयोजकों का आभार व्यक्त करती हूं।