
- श्रीलंका के लिए भारत को उसके घर में रोकना बेहद मुश्किल चुनौती
- भारत का पहला लक्ष्य फाइनल में स्थान बनाना, ऑस्ट्रेलिया फिर खिताब की दावेदार
- श्रीलंका सेमीफाइनल में स्थान सभी को चौंका सकती है
सत्येन्द्र पाल सिह
नई दिल्ली : मेजबान भारत कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुआई में अब तक की आईसीसी वन डे क्रिकेट विश्व कप की अधूरी हसरत को पूरी करने के अभियान का आगाज इसके 13 वें संस्करण के उदघाटन मैच सह मेजबान श्रीलंका के खिलाफ मंगलवार को गुवाहाटी में मैच से करेगा। भारत आईसीसी महिला वन डे रैंकिंग में फिलहाल नंबर एक ऑस्ट्रेलिया और नंबर 2 इंग्लैंड के बाद तीसरे नंबर पर है।हरमनप्रीत कौर का यह अपना कुल पांचवां और बतौर कप्तान यह पहला वन डे क्रिकेट विश्व कप होगा। इसमें शिरकत कर रही कुल आठ टीमों में अब तक केवल मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैड और न्यूजीलैंड ही महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप जीत पाई हैं। भारत इस बार अपने घर में यदि महिला वन डे खिताब जीतता है तो हैरानी नहीं चाहिए। भारत को कम से कम इस बार फाइनल में जरूर पहुंचना चाहिए और कप्तान हरमनप्रीत कौर का पहला लक्ष्य भी यही है। भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर और श्रीलंका की कप्तान चामरी अट्टापट्टू के लिए यह संभवत: आखिरी महिला वन डे विश्व कप होगा और इसमें दोनों ही अपने अपने देश के लिए यादगार प्रदर्शन करने को बेताब होंगी। चामरी अट्टापट्टू की अगुआई वाली श्रीलंका के लिए भारत को उसके घर में रोकना बेहद मुश्किल चुनौती होगा।
एलिसा हीली की अगुआई वाली सबसे ज्यादा सात बार वन डे विश्व कप जीतने और दो बार उपविजेता रही ऑस्ट्रेलिया की टीम इस बार खिताब जीतने की सबसे मजबूत दावेदार के रूप में उतरेगी। श्रीलंका की चुनौती इस महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप में कहां तक पहुंचेगी यह बहुत हद तक उसकी कप्तान चामरी अट्टापट्टू के बल्ले से प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। जब जब चामरी का बल्ला बोला तो वह ज्यादातर मौकों वा श्रीलंका को जीत दिलाने में कामयाब रही हैं। श्रीलंका अपने ज्यादातर मैच अपने घर में खेलेगी और वह इसे पूरी तरह भुनाने में सफल रही तो वह सभी को चौंका कर सेमीफाइनल में पहुच सकती है।
भारत मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया से इस वन डे विश्व कप के शुरू होने से ठीक पहले बेहद करीब तीन वन डे अंतर्राष्ट्रीय मैचों की सीरीज 1-2 से जरूर हारा लेकिन इसमें खासतौर पर उसे अपनी उपकप्तान स्मृति मंधाना के जड़े दो शतकों से जरूर ही बड़ा हौसला मिला होगा।स्मृति मंधाना ने 2022 के वन डे विश्व कप के बाद से आठ शतका सहित 2100 रन बनाए हें जबकि इस दौरान दुनिया की किसी अन्य बल्लेबाज ने 1800 से ज्यादा रन नहीं बनाए हें। भारत के खुशकिस्मती है कि उसके पास स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल के रूप में सबसे मजबूत सलामी जोड़ी है। स्मृति मंधाना को अपनी पूर्व कप्तान मिताली राज के बाद महिला वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पांच हजार रन पूरे करने के लिए 112 रन चाहिए। स्मृति इस वन डे विश्व कप के दौरान 5000 रन बना लेती है तो सबसे तेज इसे पूरे करने वाली बल्लेबाज बन जाएगी। स्मृति अब तक वन डे अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 13 शतक जड़ चुकी हैं और वह अब दुनिया में सबसे ज्यादा वन डे अतर्राष्ट्रीय शतक जड़ने में सूजी बेटस के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर है।
साथ ही हरलीन देयाल के रूप में तीसरे नंबर पर, भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर के रूप में सबसे अनुभवी और पांचवें नंबर पर मैच को चलाने वाली जेमिमा राड्रिग्ज हैं। भारत की कप्तान हरमनप्रीत कौर और उपकप्तान स्मृति मंधाना पूरे रंग में। साथ ही ऑफ स्पिनर ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा, स्नेह राणा ,बाएं हाथ की स्पनिर राधायादव, श्रीचारिणी के रूप चतुर स्पिन चौकड़ी है जो घरेलू मददगार पिच पर किसी भी मजबूत बल्लेबाजी को बांधने का दम रखती है। तेज गेदबाज के रूप में उदीयमान क्रांति गौड, अरुधंति रेडडी और राणुका ठाकुर उसकी गेंदबाजी को जरूर संतुलन देती है। यह देखना अहम होगा कि अरुंधति रेड्डी और रेणुका ठाकुर चोट के बाद मौजूदा महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप के लिए कितनी फिट हैं। हालांकि चोट के बाद फिट होकर अरुंधति रेड्डी ने 42 रन देकर दो चटका भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच मे जीत दिला कर दर्शाया कि वह वन डे महिला विश्व कप के लिए पूरी तरह तैयार है।भारत की इकलौती चिंता उसकी फील्डिंग और ढीली कैचिंग हैं। साथ ही चोट से उबर कर वापसी करने वाली ऑलराउंडर अमनजोत कौर हैं और वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चोट के चलते तीन वन डे सीरीज से बाहर रही थी। अमनजोत कौर की उपयोगी मध्यम तेज गेंदबाजी और बल्लेबाजी भारतीय टीम को जरूरी संतुलन देती है। भारतीय टीम के संयोजन को देखने के लिए उसका पहली बार वन डे विश्व कप जीतने का यह सबसे बढ़िया मौका बताया जा रहा हैं। साथ ही विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप ऋचा घोष भारत की तुरुप का इक्का साबित हो सकती हें ।
चामरी अट्टापट्टू की अगुआई वाली श्रीलंका के लिए भारत को उसके घर में रोकना बेहद मुश्किल चुनौती होगा। श्रीलंका की सबसे बड़ी दिक्कत यह रही है तो उसे दुनिया की शीर्ष वन डे टीमों के खिलाफ खेलने का मौका ही नहीं मिल पाया। कप्तान चामरी अट्टापट्टू कश ाथ 39 बरस की स्पिनर इनोका रणवीरा का यह आखिरी वन डे विश्व होगा और दोनों ही इसमें यादगार प्रदर्शन कर छाप छोड़ना चाहेंगी। श्रीलंका के लिए हर्षिता समरविक्रमा, विश्मी गुणरत्ने और कविषा दिलहारी ने बतौर बल्लेबाज बीते तीन बरस में अच्छा प्रदर्शन कर अपनी खास छाप छोड़ी है और तीनों बतौर बल्लेबाज अपनी कप्तान चामरी अट्टापट्टू का इस वन डे विश्व कप में बढ़िया साथ निभा सकती हें।
भारत के महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप के मैच
30 सितंबर : वि श्रीलंका (गुवाहाटी)
5 अक्टूबर : वि पाकिस्तान (कोलंबो)
9 अक्टूबर : वि दअफ्रीका (विशाखापट्टनम)
12 अक्टूबर : वि ऑस्ट्रेलिया (विशाखापट्टनम)
19 अक्टूबर : वि इंग्लैंड (इंदौर)
23 अक्टूबर : वि न्यूजीलैंड (नवी मुंबई)।
26 अक्टूबर : वि बांग्लादेश (नवी मुंबई)।
‘भरोसा पूरी होगी वन डे विश्व कप जीतने की हसरत’
हम अच्छी क्रिकेट खेल रहे है। हमें जरूरत है पूरे आत्मविश्वास से खेलने उतर कर चीजें अपने हक में करने की होगी। हमने अपनी गलतियों से बहुत कुछ सीखा। मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार हम अपने घर में महिला वन डे विश्व कप जीतने की अपनी अधूरी हसरत को पूरी करने में कामयाब रहेगे। अपने देश क नुमाइंदगी करना किसी भी खिलाड़ी के लिए खास क्षण होता लेकिन वन डे महिला क्रिकेट विश्व कप में देश की कप्तानी करना और भी खासा है। हम अपने घर में वन डे विश्व कप खेल रहे हैं । जब मैने क्रिकेट खेलना शुरू किया तो तब मैंने सोचा नहीं था कि मुझे भारत की कभी भारत की कप्तानी का मौका मिलेगा और तब यह महज सपना था। सब कुछ रोमांचक है। मैं खुद से और अपनी टीम से बस यही कह रही हूं कि मैदान अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेल इसका पूरा लुत्फ उठाओ। भारत में महिला वन डे विश्व कप 12 बरस बाद हो रहा है और मुझे लगता यह रोमांचक रहने वाला है। बस दबाव से बचना होगा। इस वन डे महिला क्रिकेट विश्व कप में शिरकत कर रही हर टीम के लिए खिताब जीतने का समान मौका है जो कि यह दर्शाता है कि हम महिला क्रिकेटरों ने महिला क्रिकेट का स्तर कितना उंचा उठा दिया है।अपने घर में विश्व कप हमेशा खास होता है और हमसे बहुत उम्मीदें भी है। मुझे पूरा विश्वास है कि हम विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ देंगे। जिस बढ़िया ढंग से स्मृति मंधाना इन दिनों बल्लेबाजी कर रही उन्हें बल्लेबाजी करते देखना खास है। मैं जब स्मृति के साथ पिच पर बल्लेबाजी करने उतरती हू तो बल्लेबाजी आसान हो जाती है। आप तब कतई दबाव नहीं महसूस करते क्योंकि वह दूसरे छोर पर आपके साथ आपकी मदद के लिए मौजूद रहती हैं। स्मृति का अपनी टीम में होना हमारी सबसे बड़ी ताकत है। यह वन डे विश्व कप भारत में हो रहा है हम अपने यहां की पिचों के मिजाज से वाकिफ हैं।
-हरमनप्रीत कौर, भारत की कप्तान
’हमारी मंशा खुल कर नैसर्गिक खेल खेलने की‘
हम अपने घर में खेल रहे हैं और हर श्रीलंकाई हमारे समर्थन को मौजूद रहेगा। हम इस उर्जा और उत्साहवर्द्धन की जरूरत है। हम महिला वनइ डे विश्व कप में हर क्षण का लुत्फ उठाना चाहते हैं। हम एक समय केवल एक मैच की सोचेंगे। हमारी मंशा खुद पर बहुत दबाव नहीं डाल खुल कर अपना नैसर्गिक खेल खेलना चाहते हैं
चामरी अट्टापट्टू, कप्तान, श्रीलंका
मंगलवार का मैच : भारत वि श्रीलंका, दोपहर तीन बजे से (गुवाहाटी)।