दीप्ति व स्नेह के बल्ले व गेंद से कमाल से भारत की श्रीलंका पर दमदार जीत

India's impressive performance with the bat and ball from Deepti and Sneh gave India a resounding win over Sri Lanka

दीप्ति व अमनजोत की शतकीय भागदारी से भारत ने 6विकेट 124 पर खोने के बाद बनाए 269 रन

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : ऑफ स्पिनर ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (53 रन, 53 गेंद, तीन चौकों व 3/54) और स्नेह राणा (अविजित 28 रन, 15 गेंद, दो छक्के, दो चौके व 2/32) के बल्ले व गेद से कमाल की बदौलत भारत ने भारत ने श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी महिला वन डे क्रिकेट विश्व कप के उदघाटन मैच में मंगलवार को गुवाहाटी में अपने मध्यक्रम के बुरी तरह लड़खड़ाने के बावजूद डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर 59 रन से जीत से अपना अभियान दमदार ढंग से शुरू किया। भारत की जीत में अमनजोत कौर के किस्मत के सहारे जड़े अर्द्धशतक और उनकी दीप्ति के साथ सातवें विकेट की शतकीय भागीदारी ने अहम भूमिका निभाई। भारत की पारी के शुरू के दस ओवर बाारिश आने पर मैच को प्रति ओवा 47-47 ओवर कर दिया गया था।

मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित की गई अनुभवी ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा (53) की ऑलराउंडर अमनजोत कौर (57 रन, 56 गेंद, एक छक्का, पांच चौके) के साथ सातवें विकेट की 104 रन तथा स्नेह राणा के साथ आठवें विकेट के लिए 3.4 ओवर में बेशकीमती 47 रन की भागीदारी की बदौलत भारत ने मध्यक्रम में 26 वें 27 वें चार रन के भीतर चार विकेट गंवाने के बावजूद श्रीलंका द्वारा टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाए जाने निर्धारित 47ओवर में 8 विकेट पर 269 रन का चुनौतीपूर्ण सकोर बनाया।

जवाब मे जीत के लिए श्रीलंका को 47 ओवर में डकवर्थ लुइस नियम के आधार पर 271 रन का लक्ष्य मिला। दीप्ति शर्मा, , स्नेह राणा, प्रतीका रावल (1/6) व बाएं हाथ की स्पिनर श्रीचारिणी (2/37)की स्पिन चौकड़ी आपस में आठ विकेट बांट कर प्तान ओपनर कप्तान चामरी अट्टापट्टू (43 रन, 47 गेंद, तीन छक्के, चार चौके) की हर्षिता विक्रम समरविक्रमा(27 रन, 3 चौके, 45 गेंद) की दूसरी विकेट की 52 रन की भागीदारी तथा निचले क्रम में नीलाकशिखा के 29 गेद, एक छक्का, चार चौके की मदद से 35 रन की तेज पारी के बावजूद श्रीलंका को 211 रन पर समेट कर भारत को जीत दिला का ही दम लिया। श्रीलंका की ओपनर हंसिनी परेरा (14 रन, 20 गेंद, दो चौके)ने पारी के सातवें भारत की तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ के चौथे ओवर की चौथी तेजी से भीतर आती गेंद को ड्राइव करने से चूकी और बोल्ड और श्रीलंका ने पहला विकेट 30 पर खो दिया।ऑफ स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने कप्तान चामरी अट्टापट्टू (43 रन, 47 गेंद, तीन छक्के, चार चौके) को तेज घूमती गंद पर बोल्ड कर उपकी व हर्षिता विक्रम समरविक्रमा(27 रन, 3 चौके, 45 गेंद) की दूसरी विकेट की 52 रन की भागीदारी को क्या तोड़ा की श्रीलंका की पारी फिर संभल ही नहीं। हर्षिता भारत की बाएं हाथ की स्पिनर श्रीचरिणी की गेद को वुल करने से चूकी गेंद उनके पैड पर इस पर उनके रिव्यू लेने के बावजूद तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का फैसला कायम रख उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट घोषित किया और श्रीलंका ने तीसरा विकेट 102 रन पर खो दिया और श्रीलंका के स्कोर में तीन रन और जुड़े कि अमनजोत कौर ने विषमी गुणरत्ने (11 रन, 28 गेंद) को एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया। दीप्ति शर्मा ने कविषा दिलहारी (15 रन, 12 गेद,दो चौके) को ग्लांस को मजबूर का विकेटकीपर ऋचा घोष के हाथों कैच कराया और इस पर अंपायर के आउट न देने पर सफिनरभारत ने रिव्यू लिया और तीसरे अंपायर ने उन्हें आउट दिया और श्रीलंका ने पांचवां विकेट 130 रन पर खे दिया विकेटकीपर बल्लेबाज सजीचपी ने ऑफ स्पिनर दीप्ति की ऑफ स्अंप के बाहर फ्लाइटेड को उड़ो की कोशिश में शॉर्ट मिड ऑन पर अमनजोत कौर को कैच थमा और श्रीलंका ने छठा विकेट 140 रनपर खो दिया। नीलाकशिखा ( 35, 29 गेद, एक छक्का, चार चौके) ने ऑफ स्पिनर स्नेह राणा की गेंद को पैडल स्वीप करने गई और बोल्ड और श्रीलंका ने सातवां विकेट 173 रन पर खो दिया जबकि इससे दो गेंद वह स्नेह की गेंद को उड़ाने गई थी लेकिन डीप मिडविकेट पर क्रांति गौड ने उनका कैच छोड़ दिया था। सुगंधिका कुमारी (10 रन,19 गेंद) पारी के 37 वें स्नेह राणा के दसवें और आखिरी ओवर की चौथी गेंद को उड़ाने गई और बोल्ड हो गई श्रीलंका ने आठवां विकेट 184 रन पर खो दिया। अचिनी कुलसूर्या 17 रन, 31 गेंद। 3 चौके) ने श्रीचारिणी की गेंद को उड़ाने की कोशिश में लॉन्ग ऑन पइ स्मृति मंधाना को कैच थमा दिया और श्रीलंका ने नौवां विकेट 44 वें ओवर में 199 रन पर खो दिया। कामचलाउ स्पिनर प्रतीका रावल ने इनोका रणवीरा (3 रन। 8 गेंद) को एलबीडब्ल्यू आउट कर श्रीलंका की पारी समेट कर भारत को मैच जीत दिया।

इससे पहले मैच मे पहले पॉवरप्ले में जब दस ओवर में एक विकेट पर 43 रन बनाए तब आई बारिश से मैदान के भीग जान पर खेल एक घंटा रुका रहा और इसी के चलते मैच प्रति टीम 7-47 ओवर का कर दिया गया। अमनजोत तीन जीवनदान पाने के बाद पारी के 44 वेंओवर में प्रबोधिनी की तीसरी गेंद को उड़ाने की कोशिश में मिडविकेट पर गुणरत्ने के हाथों लपकी गई और इसी के साथ उनकी व दीप्ति की सातवें विकेट की 104 रन की भागीदारी टूट गई और भारत ने सातवां विकेट 227 पर खोया। दीप्ति पारी पारी के 47 वें व अंतिम ओवर में तेज गेंदबाज अचिनी कालूसूर्या के आठवें ओवर की धीमी गेंद को उड़ाने की कोशिश में सुगंधिका कुमारी को डीप मिडविकेट पर कैच थमा दिया और भारत ने आठवां विकेट 269 पर खो दिया। भारत ने 26 से 27 वें ओवर में चार रन के भीतर सबसे पहले हरलीन देयोल(48), फिर जेमिमा रॉड्रिग्ज(0 रन 1 गेंद), कप्तान हरमनप्रीत कौर (21) और ऋचा घोष (2 रन, 6 गेंद) के रूप में चार रन के भीतर चार विकेट गंवा दिए और उसका स्कोर जब छह विकेट पर 124 रन हो गया तो लगा की भारत 200 रन तक भी नहीं पहुंच पाएगा भारत ने श्रीलंका की सबसे कामयाब गेंदबाज बाएं हाथ की स्पिनर इनोका रणवीरा (4/46) के तीसरे ओवर में तीन रन के भीतर तीन विकेट गवाए जबकि बाएं की स्विंग गेंदबाज उदेषिक प्रबोधिनी ने भारत की सबसे खतरनाक बल्लेबाज स्मृति मंधाना (8 रन, 10 गेंद, दो चौके) और सबसे ज्यादा 57 रन बनाने वाली अमनजोत कौर के विकेट 55 रन देकर निकाले। भारत ने अपने 50 रन 84 गेंद में और 100 रन 139 गेंदों में पूरे किए। भारत ने 25 ओवर में दो विकेट खोकर 120 रन बनाए और तब हरलीन देयाल 48 रन बनाकर खेल रही थी। हलीन ने पारी के 25 वें श्रीलंका के कप्तान ऑफ स्पिनर चामरी अट्टापट्टू के के इस ओवर में 11 रन लिए। हरलीन(48 रन, 64 गेंद,छह चौके) पारी के 26 वें बाएं हाथ की स्पिनर इनोका रणवीरा के तीसरे ओवर की पहली ही फ्लाइटेड गेंद पर हवा में मात खा गई और इसे उड़ाने की कोशिश में दिलहारी को कैच दे बैठी और भारत ने अपना तीसरा विकेट 120 रन पर खो दिया और जेमिमा रॉड्रिग्ज (0) उनकी अगली तेजी से घूमी गेंद को रक्षात्मक ढंग से खेलने की कोशिश में बोल्ड गई। भारत के स्कोर में एक रन ही जुड़ा था कि कप्तान हरमनप्रीत कौर (21 रन, 19 गेंद, दो चौके ) उनके इस ओवर की कुछ रुक कर आई गेंद को ऑफ स्टंप के बाहर से हल्के से निकालने की कोशिश में विकेटकीपर संजीवनी को कैच थमा बैठी और भारत ने अपना पांचवां विकेट 121 रन पर खो दिया। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋचा घोष ( 2 रन, 6 गेंद ) अगले पारी के 27 वें और श्रीलंका की कप्तान ऑफ स्पिनर चामरी अट्टापट्टू के दूसरे ओवर की ऑफ स्टंप बाहर की ओर घूमी को उड़ाने की कोशिश में कवर पॉइंट पर प्रबोधिनी को कैच थमा बैठी और भारत ने छठा विकेट 124 रन पर खो दिया। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना ( 8 रन, 10 गेंद, दो चौके) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वन डे मैचों मे लगातार दो शतक जड़ कर मौजूदा वन डे वि:शव कप में खेलने उतरी लेकिन वह श्रीलंका की बाएं हाथ की स्विंग गेंदबाज उदिष्का प्रबोधनी का पहला ओवर मेडन इन खेलने के बाद उनके खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाने के फेर में उनके दूसरे ओवर की दूसरी ऑफ स्टंप पर एक देर से हल्की स्विंग होती गेंद को उड़ाने की कोशिश में डीप पॉइंट पर विष्मी गुणरत्ने को कैच थमा बैठी और भारत ने पारी के तीसरे ओवर में पहला विकेट मात्र 14 रन पर खो दिया। स्मृति के आउट होने पर तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरी हरलीन कौर पहले ही गेंद से सकारात्मक अंदाज में खेलती दिखी और उन्होंने अपने रन बनाने का सिलसिला प्रबोधनी की गेंद को मिड ऑन और मिड विकेट के बीच से फ्लिक कर लगाकर किया और उनके अगले दो ओवर में उनकी गेंदों पर पहले कवर और पॉइंट के बीच कट और फिर कलाइयों की नफासत से बैकवर्ड पॉइंट के बीच से खेल कर दो खूबसूरत चौके जड़े। भारत ने शुरू के दस ओवर के पॉवरप्ले में स्मृति के रूप में एक विकेट खो 43 रन बनाए तब प्रतीका रावल 31 गेंद खेल कर दो चौकों की मदद से 18 और हरलीन देयाल 19 गेंद खेल कर तीन चौकों की मदद से 15 रन बना कर क्रीज पर थी तभी बारिश आ गई मैदान के भीग जाने पर खेल एक घंटे रुके रहने के बाद शुरु हुआ। सलामी बल्लेबाज प्रतीका रावल(37 रन, 57 गेंद,एक छक्का, तीन चौके) ने श्रीलंका की बाएं हाथ की स्पिनर इनोका रणवीरा की गेंद को कवर के उपर से उड़ाने की कोशिश की और डीप मिडविकेट पर विष्मी गुणरत्ने ने एक बार फिर स्मृति की तरह गिरते पड़ते दूसरे प्रयास में उनका कैच लपका और भारत ने दूसरा विकेट 81 रन पर खो दिया । प्रतीका ने आउट होने से पहले हरलीन देयोल के साथ दूसरे विकेट के लिए 67 रन की अहम भागीदारी की।