भारत की पुरुष हॉकी टीम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने के अधूरे सपने को पूरा करने को बेताब

  • कप्तान मनप्रीत बोले, मैच दर मैच सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर योजना पर काबिज रहना होगा
  • घाना के खिलाफ अपने पहले मैच में भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने उतरेंगे
  • हम किसी भी टीम को कम आंक नहीं आंक सकते
  • भारत को ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह से बहुत उम्मीदें

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : आक्रामक सेंटर हाफ मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने के अधूरे सपने को पूरा करने के मकसद से रविवार को अपने अभियान का आगाज पूल बी में कमजोर घाना के खिलाफ मैच से करेगी। भारत की टीम 1975 में क्वालालंपुर मेें पुरुष हॉकी विश्व जीतने के बाद 47 बरस बाद घाना से रविवार को फिर भिड़ेगी। 1975 के विश्व कप में भारत ने घाना को 7-0 से हराया था। 1998 में हॉकी को पहली बार राष्टï्रमंडल खेलों में शामिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने अब तक सबसे ज्यादा छह स्वर्ण पदक जीता। भारतीय पुरुष हॉकी टीम सबसे पहले 2010 में अपने घर नई दिल्ली में और फिर 2014 में ग्लास्गो में ऑस्ट्रेलिया से फाइनल में हार कर उपविजेता रही थी। बीते बरस टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद भारतीय टीम इस बार राष्ट्रमंडल खेलों में सुनहरा तमगा जीतने में बेताब है।


India’s men’s hockey team gold in Commonwealth Games
Desperate to fulfill the unfulfilled dream of winning

भारत की पुरुष टीम बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में पूल बी में घाना, कनाडा, इंग्लैंड और वेल्स के साथ है। भारत का चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पूल ए में ऑस्ट्रेलिया,न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और स्कॉटलैंड के साथ है। भारत का पहला मकसद अपने पूल में शीर्ष दो में रहकर सेमीफाइनल में स्थान बनाना है। फिर सेमीफाइनल और फाइनल में चाहे जो भी उसमें जीत दर्ज करनी है। 2021-22 एफआईएच प्रो हॉकी लीग में नीदरलैंड (43 अंक) और बेल्जियम (33 अंक) के बाद भारत की पुरुष हॉकी टीम 16मैचों से 30 अंक लेकर तीसरे स्थान पर रही थी। 2021-22 प्रो लीग इसमें भारत के ड्रैग फ्लिकर उपकप्तान हरमनप्रीत सबसे ज्यादा 18 गोल कर शीर्ष पर रहे थे और इसमें से 14 गोल उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर दागे। भारत को राष्टï्रमंडल खेलों में पेनल्टी कॉर्नर पर अपने ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह से बहुत उम्मीदें हैं।

२०१८ में गोल्ड कोस्ट (ऑस्ट्रेलिया) में पिछले राष्टï्रमंडल खेलों में फिलहाल एफआईएच रैंकिंग में पांचवें स्थान पर काबिज भारत की पुरुष हॉकी टीम मनप्रीत सिंह की अगुआई में अपने पूल बी में शीर्ष पर रहने के बाद सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से 2-3 और कांस्य पदक मुकाबले में उसी इंग्लैंड से 1-2 से हार गई जिसे उसने अपने अंतिम पूल मैच में 4-3 से हराया था। लगातार दूसरे राष्टï्रमंडल खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम की अगुआई कर रहे मनप्रीत सिंह की अगुआई भारत की पुरुष हॉकी टीम रविवार को घाना के खिलाफ खेलने अपे अभियान का आगाज करने के बाद सोमवार को मेेजबान इंग्लैंड, बुधवार को कनाडा और बृहस्पतिवार को वेल्स से भिडेगी। कप्तान मनप्रीत सिंह जब घाना के खिलाफ रविवार को खेलने उतरेंगे तो यह उनका भारत के लिए 300 वां अंतर्राष्टï्रीय मैच होगा। घाना के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर भारत के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा,’ हमारे हॉकी उस्तादों ने हमसे यही कहा है कि हम खुद यह कल्पना करें कि हमें क्या हासिल करना है। हम इस बार राष्ट्रमंडल खेलों में हॉकी में पदक जीतना चाहते हैं तो हमें खुद यह देखना है हम पदक कैसे जीत सकते है? हम किसी भी टीम को कम नहीं आंक सकते। हर मैच में हमारा फोकस अपनी योजना और अपना सर्वश्रेष्ठ देने पर रहेगा। दरअसल पिछले राष्टï्रमंडल खेलों में हमने वेल्स जैसी टीम को कम आंकने की गलती की थी। हमें इस बार यह भी सुनिश्चित करना होगा कि हम मैच दर मैच अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और अपनी योजना पर काबिज रहें। हम घाना के खिलाफ मैच में जेहनी तौर पर इसी सोच के साथ उतरेंगे।’

‘हमें बतौर टीम और निजी तौर पर खुद से बहुत उंची उम्मीदे है’
‘इस बार बर्मिंघम में चौंकाने वाली सर्दी है। राष्ट्रमंडल खेलों में शिरकत करने वाली हमारी टीम में हर किसी ने खुद को बर्मिंघम के मौसम के मुताबिक ढाल लिया है। शुरू के कुछ दिन हर किसी को मौसम के मुतबिक ढालने में लगे। हम खुद को बर्मिंघम की पिच के मुताबिक ढालने में लगे हैं। हमें बतौर टीम और निजी तौर पर खुद से बहुत उंची उम्मीदे हैं और यह एक तरह से हम पर अच्छा दबाव बनाते हैं। जब हॉकी की चर्चा होती है तो भारत से हर स्पद्र्धा से हर बार लोग पदक की आस करते हैं और ऐसे बाहरी दबाव की बाबत हम कुछ नहीं कर सकते। ऑस्ट्रेलिया को हम कभी भी हल्के नहीं ले सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए हमें अपनी सोच बदलनी होगी के साथ यह भी समझना होगा कि हमारी अपनी टीम भी अच्छी और हम उच्च स्तर परउसका मुकाबला कर सकते हैं।’
– ग्राहम रीड, भारत के चीफ कोच

भारत के पूल बी के मैचों के समय (भारतीय समयानुसार)
रविवार : भारत वि. घाना (रात साढ़े 8 बजे से)
सोमवार : भारत वि. इंग्लैंड ((रात साढ़े 8 बजे से)
बुधवार : भारत वि. कनाडा (शाम साढ़े 6 बजे से)
बृहस्पतिवार : भारत वि. वेल्स (शाम साढ़े 6 बजे से)