
गोपेन्द्र नाथ भट्ट
बारबाडोस /नई दिल्ली/जयपुर : राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने 68वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन के दौरान बारबाडोस प्रवास पर वहाँ बसे प्रवासी सिंधी समाज के सदस्यों से मुलाकात की ।
इस अवसर पर देवनानी ने कहा कि समाज के लोगों से विदेशी धरती पर मिलना एक अत्यंत सुखद अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि विदेश में रहकर भी अपने भारतीय मूल्यों, संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहना हमारे प्रवासी भारतीयों की सबसे बड़ी पहचान है। सिंधी समाज ने न केवल बारबाडोस में अपने परिश्रम और समर्पण से सम्मान अर्जित किया है, बल्कि भारतीय संस्कृति की गरिमा और गौरव को भी जीवंत रखा है। देवनानी ने कहा कि यह मुलाकात प्रवासी भारतीय समुदाय की उस जीवंत भावना को दर्शाती है, जो देश की सीमाओं से परे “वसुधैव कुटुंबकम्” के विचार को साकार करती है।
विधानसभाध्यक्ष देवनानी ने संवाद के दौरान भारत में प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हो रहे तेजी से विकास, आत्मनिर्भरता और वैश्विक सहयोग के प्रयासों पर भी विस्तार से चर्चा की जिसे सुन कर प्रवासी सिन्धी समाज के लोगों ने भारतीय लोकतंत्र, शासन व्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा पर गर्व व्यक्त किया।देवनानी ने बारबाडोस के सिंधी समाज का हृदय से आभार जताया जिन्होंने अपने आत्मीय स्नेह और भारतीयता के भाव से इस यात्रा को और भी स्मरणीय बना दिया।