
रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में द डिजिटल डिलेमाः प्राइवेसी, प्रोग्रेस और एथिक्स के बीच संतुलन पर अंग्रेजी निबंध लेखन प्रतियोगिता
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में द डिजिटल डिलेमाः प्राइवेसी, प्रोग्रेस और एथिक्स के बीच संतुलन पर हुई अंग्रेजी निबंध लेखन प्रतियोगिता में बी.टेक. सीएसई की कुमारी प्रियांशी और बीसीए की वृंदा अग्रवाल विजेता रहीं। बीएससी सीएस की संस्कृति ठाकुर और बीटेक सीएसई-आईबीएम समृद्धि गोयल द्वितीय, जबकि बीटेक सीएसई की अंशिका कक्कड़ और एमसीए की यशिता तीसरे स्थान पर रहीं। बीटेक ईसीई के तेजस जैन को प्रोत्साहन पुरस्कार मिला। विजेताओं को पुरस्कृत करते हुए कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. आरके द्विवेदी ने कहा, इस प्रतियोगिता ने प्रतिभागियों को न केवल तकनीकी प्रगति और निजता के अधिकार पर विचार करने का अवसर दिया, बल्कि नैतिकता के पहलुओं को भी नए दृष्टिकोण से देखने का अवसर उपलब्ध कराया। प्रो. द्विवेदी बोले, निजता और प्रगति के बीच संतुलन बनाते हुए नैतिक मूल्यों की रक्षा करने का संदेश उभरकर सामने आया।
अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप वर्मा कहते हैं, प्रतियोगिता में 54 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। प्रतिभागियों ने अपने निबंधों के माध्यम से गहन विश्लेषण, तार्किक दृष्टिकोण और रचनात्मक सोच का परिचय दिया। प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता मानविकी विभाग की फैकल्टी डॉ. इंदु त्रिपाठी के संयोजन में हुई। प्रतियोगिता की मूल्यांकन समिति में डॉ. संदीप वर्मा, डॉ. इंदु त्रिपाठी के संग-संग डॉ. शंभू भारद्वाज, डॉ. प्रदीप, डॉ. अशोक कुमार, श्री निरपेश भी शामिल रहे। निबंधों का आकलन विषयवस्तु और प्रासंगिकता, संगठन और संरचना, भाषा एवं शैली, व्याकरण और शुद्धता, रचनात्मकता एवं आलोचनात्मक सोच, प्रस्तुति और प्रारूप आदि मानकों पर किया गया। इस सुस्पष्ट और निष्पक्ष मूल्यांकन पद्धति ने योग्य विद्यार्थियों को उचित सम्मान दिलाया। स्टुडेंट शशांक, नवजोत, अभिषेक, आंचल और विनीता की बतौर वॉलन्टियर्स मौजूदगी रही।