गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित विश्व स्तरीय सुविधाओं से युक्त यशोदा मेडिसिटी हॉस्पिटल का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया उद्घाटन

President Draupadi Murmu inaugurated Yashoda Medicity Hospital, a world-class hospital in Indirapuram, Ghaziabad

दीपक कुमार त्यागी

  • एडवांस्ड, सस्टेनेबल और करुणामय हेल्थकेयर के एक नए युग की गाजियाबाद के इंदिरापुरम में हुई शुरूआत।
  • स्वास्थ्य-सेवा, राष्ट्र-निर्माण का अभिन्न अंग है। बीमारियों से लोगों का बचाव करना तथा उनके स्वास्थ्य के स्तर को बेहतर बनाना सरकार की प्राथमिकता है – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
  • चिकित्सा जिम्मेदारी के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना स्वास्थ्य-सेवा-संस्थानों की प्राथमिकता होनी चाहिए – राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू
  • निवेश भी है और 5,000 से अधिक लोगों के लिए रोजगार का माध्यम भी यह यशोदा मेडिसिटी हॉस्पिटल बन रहा है – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • हम लोगों ने उत्तर प्रदेश में 42 नए मेडिकल कॉलेज बनाए हैं – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

गाजियाबाद : भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तर भारत के सबसे एडवांस्ड और सस्टेनेबल मल्टी-स्पेशलिटी हेल्थकेयर सेंटर्स में से एक ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम स्थित यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री तथा चिकित्सा शिक्षा कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल सहित कई राष्ट्रीय और राज्य स्तर के मंत्री और जनप्रतिनिधि जैसे अन्य विशिष्ट अतिथि भी उपस्थित रहे।

इंदिरापुरम, गाजियाबाद में 8 एकड़ से भी ज्यादा क्षेत्र में फैला यशोदा मेडिसिटी नए जमाने के हेल्थकेयर इनोवेशन का एक बेहतरीन उदाहरण है। इस हॉस्पिटल में 1200 बेड्स हैं और 65 से ज्यादा स्पेशलिटीज हैं। यह फैसिलिटी 12 से भी ज्यादा समर्पित सेंट्र्स ऑफ़ एक्सीलेंस में व्यापक और मरीज़-केंद्रित देखभाल प्रदान करती है। यहाँ एडवांस्ड मेडिकल टेक्नोलॉजी और संवेदनशील एक्सपर्टीज का मिश्रण है। यशोदा मेडिसिटी को नई पीढ़ी के हरित, स्मार्ट और पूरी तरह से डिजिटल हॉस्पिटल को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसे अमेरिकी ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल द्वारा LEED सर्टिफिकेट के लिए रजिस्टर किया गया है। इस हॉस्पिटल में अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचा है, जैसे कि यहां 22 से ज्यादा मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, 10 से ज्यादा एडवांस्ड एंडोस्कोपी सुइट्स और 252+ हाई टेक वाले मॉड्यूलर आईसीयू शामिल हैं। इसमें एक एडवांस्ड इमरजेंसी और ट्रॉमा कमांड सिस्टम भी है जो एमआरआई, सीटी स्कैन और हार्ट/स्ट्रोक कमांड यूनिट्स को अत्याधुनिक CATH और DSA लैब्स के साथ इंटीग्रेट करता है। इससे त्वरित, समन्वित और लाइफसेविंग इमरजेंसी केयर संभव हो पाता है।

यहां आपको बता दें कि इस संस्था का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस कई प्रमुख डिपार्टमेंट जैसे कैंसर केयर, कार्डिएक साइंस, न्यूरोसाइंस, ऑर्गन ट्रांसप्लांट, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, आर्थोपेडिक्स, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और अन्य स्पेसिलिटीज में इलाज प्रदान करता है। इसके कैंसर केयर इंस्टीट्यूट में भारत का पहला एलेक्टा यूनिटी MR-Linac, HyperArc और ExacTrac Dynamic के साथ वेरियन EDGE, और HyperSight और IDENTIFY के साथ ETHOS थेरेपी, और BRAVOS का कॉम्बिनेशन है। इससे रेडियोथेरेपी बहुत सटीक तरह से संभव हो पाती है। हॉस्पिटल में महिलाओं के कैंसर केयर, मिनिमल एक्सेस, रोबोटिक और बैरिएट्रिक सर्जरी के लिए समर्पित संस्थान और यशोदा क्रैडल और चिल्ड्रन हॉस्पिटल्स के लिए एक स्पेसिलाइज्ड यूनिट है। इसके अलावा प्रत्येक डिपार्टमेंट को AIIMS जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के डॉक्टरों और देश भर के मशहूर संस्थानों के बहुत ज्यादा कुशल नर्सिंग स्टाफ वाली मेडिकल टीमों द्वारा संभाला जाता है।

यशोदा मेडिसिटी भारत के पहले ड्यूल-बे रोबोटिक सर्जरी सेंटरों में से एक है। इसमें इनोव्शन (नवाचार), एक्सपर्टीज और मिनिमली इनवेसिव देखभाल के ग्लोबल स्टैण्डर्ड का पालन होता है। इसके अलावा यूरोलॉजी, गायनेकोलॉजी, ऑन्कोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी में सटीक प्रक्रियाओं को सफल बनाने के लिए Da Vinci Xi, Stryker MAKO और Medtronic Hugo RAS जैसे एडवांस्ड रोबोटिक सिस्टम है। इसके अलावा यशोदा इंस्टीट्यूट ऑफ रोबोटिक-असिस्टेड सर्जरी ट्रेनिंग सेंटर सर्जनों को अपस्किल करने के लिए एडवांस्ड टिश्यू मॉडल और स्ट्रक्चर्ड (संरचित) कार्यक्रमों का उपयोग करके व्यावहारिक ट्रेनिंग प्रदान करता है। इससे सर्जिकल एक्सीलेंस के साथ-साथ निरंतर सीखना सुनिश्चित होता है। इस इंटीग्रेशन के माध्यम से यशोदा मेडिसिटी सटीक सर्जरी को फिर से नया आयाम दे रहा है और भारत में रोबोटिक-असिस्टेड देखभाल के भविष्य को बेहतर रुप दे रहा है। तीन दशकों से भी ज्यादा की विरासत पर बना यशोदा ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स क्लीनिकल एक्सीलेंस, एक्सेसबिलिटी और सस्टेनेबिलिटी पर अपने अटूट संकल्प के साथ भारत में हेल्थकेयर स्टैंडर्ड को नए सिरे से परिभाषित करता आ रहा है।

इस अवसर पर बोलते हुए यशोदा मेडिसिटी और यशोदा ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डॉ पी एन अरोरा ने कहा, “यशोदा मेडिसिटी में आज का दिन हम सबके लिए एक बहुत ही बड़ा और ख़ुशी का दिन है। भारत की महामहिम राष्ट्रपति द्वारा हॉस्पिटल का उद्घाटन होना और साथ में प्रतिष्ठित नेताओं का इस मौके पर उपस्थित होना निश्चित तौर हम सबके लिए प्रेरणादायक है। यशोदा मेडिसिटी मात्र एडवान्सड हेल्थकेयर प्रदान करने वाला एक संस्थान नहीं है बल्कि यह हमारे हॉस्पिटल में आने वाले हर मरीज और उनके परिवार के लिए करुणा, सहानुभूति और आशा का एक जरिया है जिसके तहत हम इलाज प्रदान करते हैं। पिछले तीन दशक हमने विश्व स्तरीय विशेषज्ञता को हृदयस्पर्शी देखभाल के साथ मिलाकर लोगों का इलाज किया है। हर एक ढांचा, हर एक सिस्टम और हर पहल हेल्थकेयर को सभी के लिए उपलब्ध, जीवनरक्षक और मानवीय बनाने की हमारी प्रतिबद्धता का प्रतिबिम्ब है। हमारा लक्ष्य जिंदगियों को बेहतर बनाना, उम्मीद की रौशनी को जगाना और आने वाली पीढ़ियों के लिए करुणामय देखभाल के नए स्टैण्डर्ड स्थापित करना है।”

यशोदा मेडिसिटी और यशोदा ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स की मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ उपासना अरोरा ने बताया, “आज माननीया राष्ट्रपति और सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करना हमारे लिए वाकई में बहुत सम्मान की बात है। यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन केवल एक समारोह नहीं है, बल्कि यह विश्वस्तरीय, मरीज-केंद्रित हेल्थकेयर प्रदान करने के एक नए अध्याय की शुरुआत है। हमारे हॉस्पिटल में आने वाला हर मरीज हमारे काम का सबसे अहम हिस्सा होता है। विश्व-स्तरीय सुविधाओं, एडवांस्ड टेक्नोलॉजी और हृदयस्पर्शी देखभाल के साथ यशोदा मेडिसिटी हर मरीज को सर्वोत्तम इलाज देने के लिए काम करता है। हमारा उद्देश्य मरीजों में नई उम्मीद जगाना और आने वाली पीढ़ियों के जीवन को बेहतर बनाना है।”

यशोदा मेडिसिटी और यशोदा ग्रुप ऑफ़ हॉस्पिटल्स के एग्जीक्यूटिव डॉयरेक्टर शुभांग अरोरा ने कहा, “यशोदा मेडिसिटी में हम इनोवेशन, करुणा, और टीमवर्क के साथ वैश्विक हेल्थकेयर का भविष्य तैयार कर रहे हैं। हमारा ध्यान रिसर्च, मेडिकल एजुकेशन और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर है। इस वजह से हम दुनिया भर के मरीजों के लिए, जो एडवांस्ड और अच्छा इलाज चाहते हैं उनके लिए एक भरोसेमंद हॉस्पिटल बन जाते हैं। एआई, रोबोटिक्स और डिजिटल तकनीक के इस्तेमाल से हमारा लक्ष्य सटीक, मिनिमली इनवेसिव और आधुनिक इलाज देना है। हमारा यह लक्ष्य भारत के डिजिटल हेल्थ मिशन से जुड़ा है। 1990 से यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स उत्कृष्टता और संवेदनशीलता का प्रतीक रहा है। यशोदा मेडिसिटी इस विरासत को विश्व स्तर पर आगे बढ़ा रहा है, ताकि लोगों को बिना किसी रुकावट के विश्व-स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।”

यशोदा मेडिसिटी के उद्घाटन से भारत ने हेल्थकेयर के भविष्य की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया है। यह कदम सरकार की “हील इन इंडिया” पहल को आगे बढ़ातI है। इस पहल का उद्देश्य भारत को आधुनिक और विश्व-स्तरीय चिकित्सा सेवाओं का हब बनाना है। यह “विकसित भारत 2047” के विज़न से जुड़ा है, जिसके तहत हर नागरिक को सुलभ और हाई क्वॉलिटी वाली स्वास्थ्य सेवाएं देना और देश और भी मजबूत और स्वस्थ बनाना है। इस मिशन के तहत यशोदा मेडिसिटी डिजिटल टेक्नोलॉजी, एडवांस्ड मेडिसिन और मरीज-केंद्रित देखभाल का उपयोग कर एक ऐसा हॉस्पिटल बना रहा है जो सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि एक वादा है कि हर मरीज को सम्मान मिलेगा, हर जीवन की महत्व होगI, और हर इलाज की शुरुआत उम्मीद से होगी। यशोदा मेडिसिटी एक ऐसे भविष्य के निर्माण में योगदान दे रहा है, जहां विश्व-स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं और मानवीय संवेदनाएं साथ-साथ चलती हैं। उद्घाटन कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक , मंत्री असीम अरुण, मंत्री संदीप सिंह, सांसद अतुल गर्ग, विधायक अजीत पाल त्यागी, विधायक संजीव शर्मा, पूर्व राज्यसभा सांसद के.सी. त्यागी, मेयर सुनीता दयाल, पूर्व राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, पत्रकार मनीष कुमार त्यागी, पत्रकार मोहित त्यागी आदि सहित कई जनप्रतिनिधि और शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति मुर्मू सुबह 11:20 बजे अस्पताल पहुँचीं और लगभग एक घंटे तक यहां रहीं। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर का निरीक्षण किया और चिकित्सकीय स्टाफ से बातचीत करते हुए उनके साथ सामूहिक फोटो भी खिंचवाई। इस अवसर पर अस्पताल प्रबंधन ने विशेष शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह देकर अतिथियों का स्वागत किया।