रविवार दिल्ली नेटवर्क
दिल्ली : हिन्दी अकादमी, मुंबई द्वारा हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी, दिल्ली के सहयोग से दिल्ली में “साहित्यिक परिचर्चा, कवि सम्मेलन एवं सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हिन्दी अकादमी, मुंबई के अध्यक्ष डॉ. प्रमोद पाण्डेय के कुशल निर्देशन में सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि के रूप में हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी, दिल्ली के अध्यक्ष श्री सुधाकर पाठक उपस्थित थे। उन्होंने अपने कर-कमलों से देशभर से पधारे साहित्यकारों, कवियों एवं शिक्षाविदों को सम्मानित किया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री संदीप तोमर तथा श्री प्रवीण आर्य (सतमोला कवियों की चौपाल) उपस्थित थे।
अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में श्री सुधाकर पाठक ने कहा कि “हिन्दी अकादमी, मुंबई द्वारा आयोजित यह आयोजन अत्यंत सराहनीय है। देश के विभिन्न प्रांतों से उपस्थित सभी विद्वानों को बधाई देता हूँ। साहित्य और संस्कृति की यह यात्रा निरंतर जारी रहनी चाहिए, मैं सदैव ऐसे आयोजनों में अपना सहयोग देता रहूँगा।”
इस अवसर पर हिन्दी अकादमी, मुंबई की ओर से श्री सुधाकर पाठक को “जीवन गौरव सम्मान” से अलंकृत किया गया।
साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने साहित्यकारों को साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।जिसमें श्रीमती आर्या झा (हैदराबाद), प्रदीप भट्ट (मेरठ), प्रभात गोस्वामी (जयपुर), ऐश्वर्या झा (दिल्ली), श्रद्धा निकुंज भारद्वाज (फ़रीदाबाद), कमलेश श्रीवास्तव (मध्य प्रदेश), डॉ. भावना शुक्ल (नोएडा, उ.प्र.), डॉ. सपना तोंदले (धारवाड़, कर्नाटक), प्रो. तेजस्विनी अक्कोल (बेलगाम, कर्नाटक), श्री गोविंद श्रीवास्तव ‘अनुज’ (मध्य प्रदेश), डॉ. नीलम कालरा (जयपुर, राजस्थान), श्री इमरान सम्भलशाही (प्रयागराज, उ.प्र.), डॉ. रिया शर्मा (गाजियाबाद, उ.प्र.), डॉ. कंचना सक्सेना (जयपुर, राजस्थान), श्रीमती इंदु मिश्रा ‘किरण’ (दिल्ली) एवं श्री केशव मोहन पाण्डेय (संयोजक- सर्वभाषा ट्रस्ट) का नाम शामिल है।
शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले मान्यवरों को शिक्षा भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया। जिनमें पल्लवी गर्ग (कानपुर), प्रियंका भारद्वाज (सोलन) एवं वीना उदय (कानपुर) का नाम शामिल है।
इसके उपरांत भव्य कवि सम्मेलन आयोजित हुआ। जिसकी अध्यक्षता प्रदीप भट्ट एवं संदीप तोमर ने संयुक्त रूप से की, जबकि संचालन का दायित्व कमलेश श्रीवास्तव ने निभाया। देश के विभिन्न राज्यों से आए रचनाकारों ने अपनी उत्कृष्ट काव्य प्रस्तुतियों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।
सम्मान समारोह तथा कवि सम्मेलन के पश्चात साहित्यिक परिचर्चा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता चंडीगढ़ विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापिका सुश्री ज्योति शर्मा ने की। परिचर्चा में धारवाड़ से डॉ. सपना तोंदले, बेलगाम से प्रो. तेजस्विनी अक्कोल, तथा चंडीगढ़ विश्वविद्यालय से आए छात्र-छात्राओं में से चंदा गुप्ता एवं ….. ने अपने शोध-पत्र प्रस्तुत किए।
सुश्री ज्योति शर्मा ने परिचर्चा के समापन पर अपने विचार रखते हुए कहा कि “इस प्रकार के आयोजनों से हिन्दी साहित्य को नई पीढ़ी से जोड़ने का सशक्त मार्ग प्रशस्त होता है।”
कार्यक्रम के अंत में डॉ. संदीप तोमर ने समापन वक्तव्य देते हुए इस भव्य साहित्यिक हवन यज्ञ के लिए हिन्दी अकादमी, मुंबई के अध्यक्ष डॉ. प्रमोद पाण्डेय की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए उन्हें सफल आयोजन की बधाई दी। उन्होंने अपने वक्तव्य में सभी सहभागी कवियों के काव्य पाठ की सराहना करते हुए अहिंदी भाषी रचनाकारों के अधिक लिखे जाने पर बल डिया ताकि हिन्दी का प्रसार – प्रचार अहिन्दी भाषी क्षेत्रों में भी खूब हो। हिन्दी अकादमी, मुंबई के अध्यक्ष डॉ. प्रमोद पाण्डेय ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए कहा कि “श्री सुधाकर पाठक जी का मार्गदर्शन हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार में मील का पत्थर सिद्ध होगा। उनके सहयोग एवं सभी प्रतिभागियों की सहभागिता से यह आयोजन सफल हुआ।”
कार्यक्रम में देशभर से लगभग ६० प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। व्यस्त दिनचर्या के बावजूद दिल्ली सहित विभिन्न राज्यों से पधारे सभी साहित्यकारों और अतिथियों का डॉ. पाण्डेय ने हृदयपूर्वक आभार व्यक्त किया।





