रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्रसूति एवम् स्त्री रोग विभाग की एचओडी प्रो. विजी मोल ने कहा, अनुवांशिकता, बढ़ती उम्र, हार्मोनल असंतुलन, प्रारम्भिक मासिक धर्म, स्तनपान न कराना आदि से स्तन कैंसर हो सकता है। कैंसर होने पर स्तनों में सूजन आ जाती है। रंग लाल हो जाता है और गांठ भी महसूस की जा सकती है। अनुवांशिक कारणों और 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर की संभावना अधिक बढ़ जाती है। प्रो. मोल कॉलेज ऑफ नर्सिंग के प्रसूति एवम् स्त्री रोग विभाग की ओर से टीएमयू हॉस्पिटल में स्तन कैंसर पर हुए जागरूकता कार्यक्रम बोल रही थीं। जागरूकता कार्यक्रम की थीम ऐवरी स्टोरी इज यूनिक, ऐवरी जर्नी मैटर्स रही।
फैकल्टी मिस विभा कुमारी ने डमी के जरिए ब्रेस्ट की सेल्फ एग्जामिनेशन की प्रक्रिया को समझाया। उन्होंने बताया कि किस तरह स्तन में हो रहे बदलावों को समझ कर कैंसर का पता लगा सकते हैं। साथ ही स्तन में किसी प्रकार की असामान्यता जैसे- सूजन या गांठ होने पर तुरंत जांच कराने की सलाह दी। फैकल्टी श्रीमती पूजा झा ने कहा, कैंसर के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डाक्टर से कंसल्ट करना चाहिए। उन्होंने स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए खून की जांच, मैमोग्राफी, एक्स रे आदि टेस्ट कराने की सलाह दी। मिस शिवांगी गुप्ता ने कीमोथैरेपी, रेडियोथैरेपी के बारे में विस्तार से समझाते हुए कहा, इन थैरेपीज़ और दवाओं की मदद से कैंसर की सेल्स को नष्ट करके कैंसर को रोका जा सकता है। अंत में सभी प्रतिभागी महिलाओं को सेनेटरी पैड वितरित किए गए।





