बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनकमल कटारा की नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भेंट

  • उदयपुर-हिम्मतनगर-अहमदाबाद वाया डूंगरपुर ब्रॉडगेज लाइन का शुभारम्भ करने के लिए आमंत्रित किया
  • नई रेल सेवाएँ शुरू करने का भी किया आग्रह

    गोपेन्द्र नाथ भट्ट

नई दिल्ली I बांसवाड़ा-डूंगरपुर के सांसद कनकमल कटारा ने नई दिल्ली में शुक्रवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भेंट कर उन्हें उदयपुर-हिम्मतनगर अहमदाबाद वाया डूंगरपुर ब्रॉड गेज लाइन का शुभारम्भ करने के लिए आमंत्रित किया I झीलों की नगरी उदयपुर से हिम्मतनगर की मीटरगेज लाइन पर ब्रॉडगेज लाइन बिछाने का काम लगभग पूरा हो गया है और इस मार्ग पर शीघ्र ही नई रेल सेवाओं के शुरू होने की सम्भावना है I

सांसद कटारा ने मुलाक़ात के दौरान केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से उदयपुर-अहमदाबाद के 299 किमी से अधिक लम्बे रेल लाइन के मध्य हिम्मत नगर से उदयपुर तक बनी 210 किमी लम्बी इस बड़ी लाइन पर इंटरसिटी के साथ ही एक एक्सप्रेस रेल सेवा का शुभारम्भ करने के साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण नई रेल सेवाएँ शुरू कराने का आग्रह भी किया I
उन्होने रेल मंत्री को पत्र देकर उदयपुर-सिकंदराबाद वाया डूंगरपुर-सूरत साप्ताहिक, उदयपुर-पुणे एक्सप्रेस वाया डूंगरपुर-मुम्बई, उदयपुर -चैन्नई एक्सप्रेस वाया डूंगरपुर और प्रतिदिन डूंगरपुर-अहमदाबाद -दिल्ली एक्सप्रेस आदि नई रेल सेवाएँ शुरू कराने का आग्रह किया I

दरअसल,अभी उदयपुर शहर ब्रॉडगेज की कुछ ही रेल सेवाओं से जुड़ा हुआ हैं और गुजरात सहित अन्य कई प्रदेशों के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी अभी भी नहीं है। पहले यहां अहमदाबाद के लिए छोटी लाइन (मीटर गेज) पर ट्रेन चलती थी लेकिन, ब्रॉडगेज का काम चलने से पिछले छह साल से यह रूट बंद है। हालांकि करीब 210 किलोमीटर लम्बे इस रूट पर 94.73 किमी ब्रॉडगेज लाइन का काम पूरा होने पर इस वर्ष के प्रारम्भ में 15 जनवरी 22 से अहमदाबाद-डूँगरपुर के मध्य डेमू रेलगाड़ी का संचालन हो रहा है।

करीब 1700 करोड़ रु.की लागत और रेलवे की आधुनिक तकनीक और इलेक्ट्रिकल आदि सुविधाओं से तैयार हुई उदयपुर-अहमदाबाद ब्राडगेज रेल लाइन की इस महत्वाकांक्षी परियोजना से पर्यटन के लिए विश्व प्रसिद्ध उदयपुर पुनः अहमदाबाद से सीधे तौर पर जुड़ जाएगा और यहाँ के बाशिंदों को वाया अहमदाबाद देश के अन्य भागों से भी जुड़ने का लाभ मिलेगा। प्रारम्भ में इस ट्रैक पर रोजाना उदयपुर से अहमदाबाद के बीच इंटरसिटी ट्रेन चलेगी। यह ट्रेन उदयपुर से जयसमंद,सेमारी, ऋषभदेव रोड, डूंगरपुर, बिछीवाड़ा, सामलाजी, रायगढ़ रोड, वीरवाड़ा,हिम्मतनगर, प्रांतिज, ताली अमरपुर, साहिजपुर, असरवा होते हुए अहमदाबाद पहुंचेंगी।
छह साल पहले मीटर गेज पर चलने वाली ट्रेन उदयपुर से अहमदाबाद पहुंचने के लिए लगभग 10 घंटे का समय लेती थी,जबकि सड़क मार्ग से आधे वक्त में ही अहमदाबाद पहुंचा जा सकता था लेकिन,अब बड़ी लाइन पर ट्रेन शुरू होने के बाद करीब 5 घंटे में ही गंतव्य पर पहुंचा जा सकेगा। इस रूट पर पैसेंजर्स का सफर किसी एडवेंचर से कम नहीं होगा। साथ ही दक्षिणी राजस्थान के खूबसूरत पहाड़ों, नदियों और जंगलों के बीच गुजरने वाली इस रेल लाइन का सफर यात्रियों को सुखद एहसास कराएगा। इस इलाके में घाट सेक्शन ज्यादा होने के कारण ट्रेन उतार-चढ़ाव वाले ट्रैक से गुजरेगी। खारवा से जावर के बीच आठ किलोमीटर से ज्यादा समय यह ट्रेन जंगल के मध्य से गुजरेगी। इस ट्रैक पर प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी आधुनिक टनल भी तैयार की गई है। यह सुरंग 821 मीटर लम्बी है।

उदयपुर के पर्यटन उद्योग और व्यवसाय को मिलेगा और अधिक बढ़ावा

इस रेल सेवा के शुरू होने से मेवाड़ के उदयपुर अंचल के आठ जिलों उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, बूंदी आदि के नागरिकों को भी इसका प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लाभ होगा तथा भविष्य में इस ट्रैक को जयपुर, अजमेर, कोटा आदि से आने वाली ट्रेनों के रूट के साथ भी जोड़ा जा सकेगा ।

विश्व के अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर पर्यटन और डेस्टिनेशन मैरिज आदि के लिए मशहूर उदयपुर में हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। यहाँ पर्यटकों का फुटफॉल लगातार बढ़ औसतन 10 लाख प्रति वर्ष से अधिक है। इसमें सबसे अधिक 35 प्रतिशत पर्यटक गुजरात से आते है और निकटवर्ती नाथद्वारा एवं एकलिंग जी मंदिर, हल्दी घाटी ,राजसमंद, कुम्भलगढ़,जयसमंद आदि पर्यटक स्थलों पर जाते हैं। ऐसे में ट्रेन कनेक्टिविटी बढ़ने से उदयपुर के टूरिज्म को बहुत अधिक बढ़ावा मिलने की उम्मीद हैं । इसके अलावा रोजगार के लिए गुजरात महाराष्ट्र आदि प्रदेशो में जाए वाले इस क्षेत्र के नागरिकों, मार्बल और अन्य खनिज उद्योगों से जुड़े छोटे-बड़े उद्यमियों, ट्रैड एंड कॉमर्स से जुड़े लोगों, विभिन्न अन्य व्यावसायियों तथा ईलाज के लिए गुजरात जाने वाले लोगों आदि को भी बहुत राहत मिल सकेगी I