मुंबई (अनिल बेदाग): अवैध तस्करी और कत्लखानों से बचाए गए लगभग 4000 गौवंशों को ध्यान फाउंडेशन ने महाराष्ट्र की अपनी गौशालाओं में सुरक्षित आश्रय दिया है। भंडारा जिले के बरधाकिनी, खरबी, गराडा और सतारा के कराडा में स्थित ये गौशालाएँ उन नंदी और दूध न देने वाली गायों के लिए जीवनदान साबित हुई हैं, जिन्हें कभी तस्करी के लिए ले जाया जा रहा था।
अक्सर घायल, भूखे-प्यासे और अत्याचार झेल चुके ये गौवंश यहां प्रेम, देखभाल और चिकित्सा सुविधा के साथ स्वस्थ जीवन पा रहे हैं। फाउंडेशन ने 24 घंटे निगरानी के लिए प्रशिक्षित पैरा-वेट्स और सहायकों को नियुक्त किया है। पौष्टिक चारा, स्वच्छ पानी, और मौसम के अनुरूप आश्रय से लेकर सौर ऊर्जा और वर्षा जल संचयन तक, हर सुविधा का ध्यान रखा गया है।
इन गौशालाओं ने 100 से अधिक ग्रामीणों को रोज़गार देकर स्थानीय अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकी है। ध्यान फाउंडेशन न सिर्फ पशु संरक्षण बल्कि शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संवर्धन के कार्यों में भी अग्रणी है। देशभर में अपने 45 आश्रयों के ज़रिए यह संस्था 70,000 से अधिक जानवरों की सेवा कर रही है।





