रविवार दिल्ली नेटवर्क
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग साइंसेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी- सीसीएसआईटी में सिस्टम मॉडलिंग एंड एडवांसमेंट इन रिसर्च ट्रेंड्स पर दो दिनी इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस स्मार्ट-2025 का शंखनाद 14 नवंबर से, कॉन्फ्रेंस के 10 तकनीकी सत्रों में प्रजेंट होंगे 97 शोध पत्र
तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद का कॉलेज ऑफ कंप्यूटिंग साइंसेज़ एंड इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी- सीसीएसआईटी फिर इतिहास रचने जा रहा है। 14वीं इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में भारत समेत उज़्बेकिस्तान, आयरलैंड, यूएसए, कतर, सऊदी अरब, मलेशिया, चीन, इंडोनेशिया, एलजीरिया आदि 10 देशों के आईटी विशेषज्ञ अपने अनुभव साझा करेंगे। इस कॉन्फ्रेंस के 10 तकनीकी सत्रों के 10 ट्रैक में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक समेत 10 सूबों के शोधार्थी अपने-अपने रिसर्च पेपर्स प्रस्तुत करेंगे। उल्लेखनीय है, 2012 से टीएमयू के सीसीएसआईटी और आईईईई यूपी अनुभाग साझा रूप से हर साल सिस्टम मॉडलिंग एंड एडवांसमेंट इन रिसर्च ट्रेंड्स-स्मार्ट का भव्य आयोजन होता है। स्मार्ट का मुख्य उद्देश्य वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और अभिनव समाधानों को बढ़ावा देने के लिए उभरती हुई प्रौद्योगिकियां, आईओटी और वायरलेस संचार, संचार और नेटवर्क प्रसारण, सिग्नल इमेज और संचार प्रौद्योगिकी, शासन, जोखिम और अनुपालन, ब्लॉक चेन प्रौद्योगिकी, उद्योग 4.0, एजुकेशन 4.0, सिस्टम मॉडलिंग और डिज़ाइन कार्यान्वयन, रोबोटिक्स, नियंत्रण, इंस्ट्रूमेंटेशन और स्वचालन, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकियां, डिजिटल इमेज प्रोसेसिंग और सूचना सुरक्षा और इंजीनियरिंग जैसे 13 विषयों पर मंथन करना है। इन विषयों पर देश-दुनिया के जाने-माने एक्सपर्ट्स 97 शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। टीएमयू के कुलाधिपति श्री सुरेश जैन, जीवीसी श्री मनीष जैन, कार्यकारी निदेशक श्री अक्षत जैन, वीसी प्रो. वीके जैन और डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन कहते हैं, सीसीएसआईटी स्मार्ट कॉन्फ्रेंस की अब देश और दुनिया में पहचान है। कुलाधिपति श्री सुरेश जैन ने उम्मीद जताई, स्मार्ट टीएमयू के रिसर्चर्स समेत वैश्विक पटल पर मील का पत्थर साबित होगी।
कॉन्फ्रेंस जनरल चेयर और कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. राकेश कुमार द्विवेदी ने यह जानकारी साझा करते हुए बताया, प्रतीक्षित एवम् प्रतिष्ठित दो दिनी इस कॉन्फ्रेंस का आगाज़ 14 नवंबर से होगा। तकनीकी सत्रों के अलावा स्मार्ट 2025 कॉन्फ्रेंस में उद्योग और शिक्षा जगत के प्रमुख शिक्षाविदों- एबीवी- आईआईआईटीएम, ग्वालियर के निदेशक प्रो. एसएन सिंह, केंद्रीय यूनिवर्सिटी, हरियाणा के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार, आईआईटी रुड़की के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. अरुण के. सराफ, एनएसयूटी की प्रोफेसर प्रो. प्रेरणा गौर, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान के महानिदेशक प्रो. मोहम्मद रिहान, ईसीई डेनवर यूनिवर्सिटी, डेनवर के जीएओ प्रो. डेविड वेनझोंग, अनुसंधान और विकास एचबीटीयू, कानपुर के डीन प्रो. रघुराज सिंह, वीएसटी यूनिवर्सिटी, रूस के डॉ. डेनिला पैरीगिन, गूगल सर्च, माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया के सॉफ्टवेयर इंजीनियर श्री तपिश प्रताप सिंह, अमेज़न के सॉफ्टवेयर डवलपमेंट इंजीनियर श्री स्पर्श जैन, ट्यूक्सबरी, एमए- यूएसए के श्री नीरज के. द्विवेदी, आरडब्ल्यूटीएच आकिन यूनिवर्सिटी, जर्मनी के रिसर्च एसोसिएट फेलो आईएसीएम डॉ. सत्यवीर सिंह, आरईसी बिजनौर के निदेशक डॉ. नीलेंद्र बादल, आईईटी जीएलए यूनिवर्सिटी के अंतर्राष्ट्रीय संबंध और शैक्षणिक सहयोग के डीन प्रो. दिलीप के. शर्मा, राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बांदा में आईटी के विभागाध्यक्ष डॉ. विभाष यादव, एसएमवीडीयू, कटरा के डॉ. मनोज के. गुप्ता, शिव नादर इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस, गौतमबुद्ध नगर के डॉ. अंकित गुप्ता, कैपजेमिनी कंसल्टिंग, मैकलीन, वीए, यूएसए के श्री पंकज केआर द्विवेदी, डब्ल्यूआईटी देहरादून के इलेक्ट्रिकल विभाग के एचओडी श्री केसी मिश्रा, जेएनयू, नई दिल्ली के डॉ. करण सिंह, दिल्ली यूनिवर्सिटी, दिल्ली के इलेक्ट्रॉनिक्स विज्ञान विभाग की डॉ. विनीता जैन, एमएनएनआईटी प्रयागराज के डॉ. सुमित तिवारी, बेनेट यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा की डॉ. दीपिका पंतोला आदि बतौर कीनोट एड्रैस भी प्रस्तुत किए जाएंगे।





