- बल्लेबाजी कोच कोटक बोले, शुभमन की बाबत शुक्रवार शाम लेंगे फैसला
- गर्दन की ऐंठन से पूरी तरह उबरने पर ही दूसरे टेस्ट में खेलेंगे शुभमन
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : चीफ कोच गौतम गंभीर भारत की दक्षिण अफ्रीका के हाथों में कोलकाता में ईडन गार्डंस की मुश्किल पिच पर सीरीज का पहला बेहद करीबी क्रिकेट टेस्ट 30 रन से हारने के बाद आलोचकों के निशाने पर हैं। गंभीर ने कोलकाता में भारत की हार के बावजूद कहा कि उन्होंने ही क्यूरेटर से स्पिन की मददगार पिच की मांग की थी और उन्हें ऐसी ही पिच मिली। इस तरह की पिच के लिए आलोचकों ने भले चीफ कोच गंभीर की आलोचना कर उन्हें हटाने तक का राग अलापना शुरू कर दिया हो लेकिन इस बाबत खुद उनका यह कहना सही है कि भारतीय बल्लेबाजों को इस तरह की पिचों पर खेलने के लिए बेहतर बल्लेबाजी कौशल की जरूरत है। खुद भारत के सुनील गावसकर जैसे धुरंधर टेस्ट बल्लेबाज ने इस बाबत सही ही कहा कि टीम इंडिया के धुरंधर बल्लेबाज घरेलू रणजी ट्रॉफी में खेलते तो वे इस तरह की पिचों पर जेहनी और तकनीकी रूप से बेहतर बल्लेबाजी कर सकते थे। भारत को अब सीरीज एक एक से ड्रॉ कराने के लिए दक्षिण अफ्रीका से शनिवार से शुरु हो रहा दूसरा और आखिरी क्रिकेट टेस्ट हर हाल में जीतना होगा। भारत की कोलकाता में सीरीज के पहले टेस्ट में हार में एक तो टॉस हारने और कप्तान शुभमन गिल के मात्र तीन गेंद खेलने के बाद गर्दन में ऐंठन के बाद इसमें आगे बल्लेबाजी न कर पाने का अहम योगदान रहा। शुभमन गिल ने यदि पहली पारी में बल्लेबाजी की होती तो भारत की बढ़त मात्र 30 रन की बजाय 100 रन की होती तो भी नतीजा और होता और तब मेजबान टीम जीत के लिए तब दूसरी पारी में 124 रन के लिए लक्ष्य को हासिल करने में सफल हो सकती थी।
भले ही शुभमन गिल भारतीय क्रिकेट टीम के साथ गुवाहाटी आ गए हैं लेकिन वह अभी भी अपनी गर्दन में आए खिंचाव से पूरी तरह उबर नहीं पाए हैं। ऐसे शुभमन गिल का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट से भी भारत की एकादश से बाहर रहना लगभग तय है। शुभमन गिल 2024 में मेहमान न्यूजीलैंड के खिलाफ भी गर्दन में ऐंठन के चलते टेस्ट मैच से बाहर रहे थे। ऐसे में उपकप्तान ऋषभ पंत के ही दूसरे टेस्ट में भारत की जिम्मेदारी संभालेंगे। भारत के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘बेशक शुभमन गिल अपनी गर्दन में आई ऐंठन से बढ़िया ढंग से उबर रहे हैं। शुभमन गिल को दूसरे टेस्ट में उतारने या न उतारने की बाबत हम शुक्रवार शाम को ही फैसला लेंगे। शुभमन गिल के दूसरे टेस्ट में खेलने की बाबत टीम के फिजियो और डॉकटर ही अंतिम फैसला लेंगे। भारतीय टीम के फिजियो और डॉक्टर यह सुनिश्चित करेंगे कि शुभमन गिल गर्दन की ऐंठन से पूरी तरह फिट हो ही जाएं और वह दूसरे टेस्ट में खेलने उतरे तो दुबारा यह दिक्कत न हो। यदि शुभमन गिल के गर्दन की ऐंठन के फिर उबरने की जरा सी भी आशंका होती है तो हमारी भारतीय टीम उनके दूसरे टेस्ट में खेलने को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहेगी। शुभमन गिल के गर्दन की ऐंठन से पूरी तरह उबरने पर ही दूसरे टेस्ट में खेलेंगे। यदि शुभमन गिल की गर्दन ऐंठन को लेकर जरा सी आशंका है तो हम उन्हें दूसरे टेस्ट में खेलने उतारने को लेकर कोई जोखिम नहीं उठाएंगे।’
भारत के ढाई दिन के भीतर कोलकाता में सीरीज का पहला टेस्ट हारने के बाद बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक और चीफ कोच गौतम गंभीर के मार्गदर्शन के मार्गदर्शन में पहले टेस्ट में आठ विकेट चटकाने वाले दक्षिण अफ्रीका के ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर से निपटने के साथ स्थानीय स्पिनरों के खिलाफ एक पैड पहन कर अभ्यास किया। शुभमन गिल के दूसरे टेस्ट से बाहर रहने की स्थिति में भारत उनकी जगह साई सुदर्शन, देवदत्त पड्डीकल और नीतिश कुमार रेड्डी में किसी एक को एकादश में शामिल करेगा। शुभमन के बाहर रहने की स्थिति में भारत के तीसरे नंबर पर साई सुदर्शन को उतारने की उम्मीद ज्यादा है। भारत ऐसे में दूसरे टेस्ट के लिए बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा व बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव और ऑफ स्पिन ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर की त्रिमूर्ति और अक्षर पटेल को बाहर रख कर बल्लेबाजी ऑलराउंडर नीतिश रेड्डी के साथ उतर सकता है।
भारत के बल्लेबाजी कोच कोटक का मानना है कि ऑफ स्पिनर बनाम बाएं हाथ के बल्लेबाज के मैच अप को जरूरत से ज्यादा तूल दिया जा रहा है क्योंकि दक्षिण अफ्रीका के कोलकाता में पहले टेस्ट मे ईडन गार्डंस की पिच पर बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज को भी खिलाया था, जिसका की भारतीय बल्लेबाजों को लाभ होना चाहिए था। कोटक ने कहा,‘ आप मुझे एक बात बताएं कि दक्षिण अफ्रीका के पास बाएं हाथ का स्पिनर था। यदि हमारी भारतीय टीम में सात दाएं हाथ के बल्लेबाज हो तो तब क्या होता? उनके पास बाएं हाथ के स्पिनर के साथ ऑफ स्पिनर भी है। मेरा मानना है कि आपको जरूरत बढ़िया बल्लेबाजी करने की है। ऑफ स्पिनर के बाएं हाथ के बल्लेबाजों को गेंद करने का मतलब यह नहीं है बाएं हाथ का बल्लेबाज उसके खिलाफ आउट होगा ही। हमारे पास पहले टेस्ट में दो बाएं हाथ के स्पिनर थे और दक्षिण अफ्रीकी टीम में दाएं हाथ के नौ बल्लेबाज थे क्या वे आउट हो गए? तो मेरा मानना है कि बात को जरूरत से ज्यादा तूल दिया गया।’
इस बात को तूल दिया गया या नहीं बावजूद इसके भारत के गुवाहाटी में दूसरे टेस्ट की पिच के लिए जो बल्लेबाजों के लिए ज्यादा मुफीद है जेहन में अभी भी अभी भी मैच-अप की बात होगी।





