- भारत के लिए क्वॉर्टर फाइनल में शूटआउट में शारदा नंद ने पेनल्टी स्ट्रोक पर तीन गोल किए
- भारत दूसरे सेमीफाइनल में जर्मनी से भिड़ेगा, पहले में स्पेन के सामने अर्जेंटीना
सत्येन्द्र पाल सिंह
चेन्नै : ड्रैग फ़्लिकर कप्तान रोहित के चौथे और शारदा नंद तिवारी के पांचवेंपेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक एक गोल की बदौ़लत एक गोल से पिछड़ने के बाद 2-1 की बढ़त लेने के बाद अंतिम पूर्व मिनट नाथन रॉगी के गोल से दो दो से मजबूर किए जाने बाद गोलरक्षक प्रिंसदीप सिंह द्वारा शूटआउट में आखिर दो प्रयासों को नाकाम कर भारत ने बेल्जियम को एफआईएच पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप 2025 के चौथे और आखिरी क्वॉर्टर फाइनल में शुक्रवार रात यहां 4-3 से जीत दर्ज की। भारत के लिए शूटआउट में शारदा नंद तिवारी ने पेनल्टीस्ट्रोक पर हैट्रिक की और पांचवें परप्रयास में अंकित पाल ने जैसे ही गोल किया तो पूरा मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम तालियों की गड़गड़ाह से गूंज उठा। दरअसल यह अनूठा शूटआउट रहा जिसमें भारतीय खिलाड़ियों के शुरू के तीन प्रयासों को बेल्जियम के गोलरक्षक अलेक्सिज वान हेवरे को बाधा पहुंचाने में पर पेनल्टी स्ट्रोक मिले और इन तीनों को शारदानंद तिवारी ने गोल में बदला भारत के लिए केवल मनमीत सिंह गोल करने से चूके। बेल्जियम के लिए हयूबो लबोशर, गुरेलिन हावी और चार्ल्स लेंगडेरिस ही गोल कर पाए जबकि आखिर दोनों पहले नाथन रॉगी और फिर निकोलस बोगार्ट के प्रयासों को रोक कर गोलरक्षक मैनऑफ द‘ मैच प्रिंसदीप सिंह भारत की जीत के हीरो बन गए। भारत दूसरे सेमीफाइनल में अब रविवार को जर्मनी से भिड़ेगा। पहले सेमीफाइनल में स्पेन का मुकाबला अर्जेंटीना से होगा। जर्मनी ने क्वॉर्टरफाइनल में निर्धारित समय तक दो दो की बराबरी के बाद फ्रांस को 3-1 से हराया। स्पेन ने पहले क्वॉर्टर फाइनल में न्यूजीलैंड को 4-3 से हराया। अर्जेंटीना ने नीदरलैंड पर 1-0से जीत से सेमीफाइनल में जगह बनाई।
भारत ने आखिरी क्वॉर्टर फाइनल में र्धारित समय में कप्तान रोहित के चौथे और शारदा नंद तिवारी के पांचवें पेनल्टी कॉर्नर पर दागे एक एक की गोल की बदौलत भारत ने 2-1 की बढ़त ली लेकिन रॉगी नाथन के अंतिम पूर्व मिनट में दागे मैदानी गोल से बेल्जियम ने दो दो की बराबरी पाई और मैच शूटआउट मे खिंच गया। भारत के सौरभ आनंद कुशवाहा, गुरजोत सिंह व मनमीत सिंहने तलेम प्रियव्रत अऔर रोशन कुजूर की बढ़ाई गेंद पर बेल्जियम के गोल पर हमले बोले और नौवें मिनट में पहला पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल किया लेकिन इस पर शारदा नंद तिवारी के तेज फ्लिक को बेल्जियम के गोलरक्षक अलेक्सिज वान हावरे ने रोक कर बेकार किया। गैस्पर्ड कारनेज मासेंट ने डी के भीतर भारत के गोलरक्षक प्रिंसदीप सिह के पैड से लग कर लौटती गेंद पर तेज रिवर्स हिट से गोल कर मैच के 13 वें मिनट में बेल्जियम का खाता क्या खोला मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम में सन्नाटा छा गया।भारत ने एक गोल से पिछड़ने के बाद अपनी ताकत छोटे छोटे पासों की बजाय बेवजह एरियल पास से खेलने की रणनीति अपनाई और इससे उसका खेल और बिखरा बिखरा नजर आया। अर्शदीप सिंह बीच मैदान से गेंद को लेकर बेल्जियम की डी में पहुंचे लेकिन डी के ठीक उपर सौरभ गेंद को अपनी स्टिक पर लेने से चूके। मनमीत को गलत ढंग से रोकने पर भारत को मैच का दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस पर शारदानंद के फ्लिक को रशर मासेंटने गोता लगा कर रोक भारत को एक बार फिर बराबरी पाने से रोका। गेंद भारत के स्ट्राइकर मनमीत, अर्शदीप और दिलराज के कब्जे में रही और उन्होंने गोल करने के अभियान भी बनाए लेकिन बेल्जियम ने मजबूती से अपने किले की चौकसी कर उसे बराबरी पाने से रोके रखा। भारत दबदबा बनाए रखने के बावजूद हाफ टाइम तक 0-1 से पीछा रहा।
अजीत यादव ने तीसरे क्वॉर्टर के नौवें मिनट में गेंद को डी के भीतर तेज फ्लिक किया लेकिन बेल्जियम के गोलरक अलेक्सिज वान हेवरे ने आगे गोता लगा कर रोक कर बेकार भारत को फिर बराबरी से राका। भारत को मैच के 39 वें मिनट मे तीसरा पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन इस पर अनमोल एक्का ने गेंद को गोल के उपर से बाहर फ्लिक कर बाहर मार कर बराबरी करने का मौका गंवा दिया। सौरभ आनंद कुशवाहा को गलत ढंग से डी में रोकने पर मिले चौथे पेनल्टी कॉर्नर को कप्तान रोहित ने तेज फ्लिक से गोल कर भारत को 44 वें मिनट में एक एक की बराबरी दिला दी। अगले ही क्षण बेल्जियम को लगातार चार पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोलरक्षक बिक्रमजीत सिंह और रशर ने इन्हें रोक कर बेकार किया। बेल्जियम ने चौथे व आखिरी क्वॉर्टर के पहले ही मिनट में मैच का पांचवां पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन रशर प्रियव्रत तलेम ने इसे रोक कर बेकार कर दिया। अर्शदीप दाएं जैसे ही 25 गज की रेखा से गेंद को लेका डी में घुसने की कोशिश में थे तो उन्हें गलत ढंग से रोकपे पर भारत को 48 वें मिनट में पांचवें पेनल्टी कॉर्नर पर शारदानंद तिवारी ने अचूक फ्लिक से गोल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। बेल्जियम ने इसके बाद अपने गोलरक्षक को हटाया और मैच के अंतिम पूर्व मिनट में नाथन रॉगी ने गोल कर उसे दो दो की बराबरी दिला और मैच शूटआउट में खिंच गया। शूटआउट में प्रिंसदीप ने बेल्जियम के आखिरी दो प्रयास रोक कर भारत को जिता सेमीफाइनल में पहुंचा दिया।
गोलरक्षक डीजर ने जर्मनी को सेमीफाइनल में पहुंचाया
मौजूदा और सात बार के चैंपियन जर्मनी ने निर्धारित समय तक दो दो की बराबरी के बाद शूट आउट में गोलरक्षक जेस्पर डीजर तीन बेहतरीन बचावों की बदौलत फ्रांस पर के साथ एफआईएच पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप 2025 के दूसरे क्ववॉर्टर फाइनल में 3-1 से जीत दर्ज। गोलरक्षक डीजर ने शूटआउट में फ्रांस के तासिलो सूरा,जोनास माही व टॉम गिलार्ड कृ प्रयासों को रोक कर जर्मनी को 12 वी बार सेमीफाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका की जबकि अकेले एरिसटाइड मिखालिस ही गोल कर पाए। विजेता जर्मनी के लिए शूटआउट में जोनास वान जर्सम, जस्टस वारवेग ने तथा पेनल्टी स्ट्राके पर लुकास कोसल ने गोल किए जबकि मैक्समिलापन स्थेहम गोल करने से चूके। जर्मनी कीओर से निर्धारित समय मं एलेक वान शेवरिन व पॉल ग्लेंडर ने तथा फ्रांस की अओर से मालो मार्टनेच व हयूगो डोलो ने एक एक गोल किया।
जर्मनी और फ्रांस के बीच क्वॉर्टर फाइनल में बेहद तेज रफ्तार से खेले गए हॉकी की कलाकारी के साथ मैन टू मैन मार्किंग खूब देखने को मिले। यानिक इनाउ दाएं छोर से मैच के मिनट में गेंद को अकेले ही लेकर निकले और डी में ही एलेक वान शेवरिनइन की ओर बढ़ाया और उन्होंने आगे बढ़ आए फ्रांस के गोलरक्षक एंटनी रॉबर्ट को छका गेंद को गोल में डाल कर जर्मनी का मैच के 29 वें मिनट में खाता खोला। माले मार्टिनेच ने तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर लौटती गेंद को गोल में डाल कर फ्रांस को हाफ टाइम से ठीक पहले एक एक की बराबरी दिला दी। फ्रांस को इससे पहले मिले दो पेनल्टी कॉर्नर एचली लुइस के फ्लिक का जर्मनी के गोलरक्षक जेस्टर दिजर ने रोक कर बेकार किया। ग्लेंडर ने तीसरे क्वॉर्टर के पांचवें मिनट में पहले पेनल्टी कॉर्नर पर उंचे फ्लिक से गोल कर जर्मनी को 2-1 से आगे कर दिया। हयूगो डोलो ने दाएं से डी के भीतर बढ़ाई गेंद पर जर्मनी के गोलरक्षक जेस्पर दिजर को छका गोल कर फ्रांस को दो दो की बराबरी दिला दी। निर्धारित समय तक दोनों टीमें दो दो गोल से बराबर रही और मैच शूटआउट में खिंच गया।
थॉमस रूइज के गोल से अर्जेंटीना अंतिम 4 में
कप्तान थॉमस रुइज द्वारा खेल खत्म होने से सात मिनट हले तीसरे पेनल्टी कॉर्नर दागे एकमात्र व निर्णायक गोल तथा मैन ऑफ द‘ मैच गोलरक्षक जोकिम एस रुइज की दीवार की तरह अपने किले की चौकसी की बदौलत अर्जेंटीना ने नीदरलैंड पर बेहद रफ तीसरे क्वॉर्टर फाइनल में 1-0 की जीत की । अर्जेंटीना को यह जीत अपनी रक्षापंक्ति की मुस्तैदी व चौथे व अंतिम क्वॉर्टर में अपनी पूरी ताकत हमलों पर झोंकने के चलते मिले। चौथे व आखिरी क्वॉर्टर में नीदरलैंड के थीज बाकर व अर्जेंटीना के कप्तान थॉमस रुइज को रफ खेल के कारण पीला कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर भेजा गया। मुश्किल घड़ी मे आखिरी मिनट में नीदरलैंड को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन अर्जेंटीना के गोलरक्षक जोकिम एस रुइज ने बेहतरीन ढंग से इन्हें रोक कर अपनी टीम को जीत दिला कर सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। नीदरलैंड और अर्जेंटीना के बीच शुरू के दो क्वॉर्टर में बेहद रफ हॉकी खेली गई। मैच के 21 वें मिनट एक रफ टैकल पर अर्जेंटीना के ब्रूनो करेरा व नीदरलैंड के थीज बाकर को पीला कार्ड दिखा कर मैदान से बाहर भेज दिया। पांच मिनट बाद एक और रफ टैकल पर मातियो तोरीगानी को रफ टैकल पर पीला कार्ड दिखा कर मैदान से बाहर भेज दिया। अर्जेंटीना के दूसरे हाफ में दो बाद केवल दस खिलाड़ियों से ही खेलते हुए अपने किले की मुस्तैदी से चौकसी की। शुरू के दो क्वॉर्टर में किसी भी टीम को एक भी पेनल्टी कॉर्नर नहीं मिला। नीदरलैंड ने 13 हमले शुरू के क्वॉर्टर में बोले लेकिन अर्जेंटीना की टीम पांच हमले ही बोल पाई।
कप्तान थॉमस रुइज ने तीसरे पेनल्टी कॉर्नर पर लुका दोलो दवारा सीधे शॉट न ले सरकाई गेंद को तेजी से पुश कर नीदरलैंड के गोलरक्षक पीकी वेरबीक को छका मैच के 52 वें मिनट में गोल कर अर्जेंटीना का खाता खोला। अगले मिनट नीदरलैंड के थीज बाकर को पीला कार्ड पांच मिनट के लिए मैदान से बाहर भेजा गया। रुइज को रफ खेल पर दो मिनट बाद पीला कार्ड दिखा कर मैदान से बाहर भेज दिया गया। अर्जेंटीना की तारीफ की जाने की उसने दबाव में अपना संयम बनाए रख कर जीत हासिल की।
अविला के आखिरी क्षण में गोल से स्पेन अंतिम चार में : ब्रूनो अविला के मैच के अंतिम मिनट में नौवें और आखिरी पेनल्टी कॉर्नर पर दागे गोल की बदौलत स्पेन ने 3-0 की बढ़त लेने के बाद न्यूजीलैंड द्वारा तीन तीन की बराबरी पर मजबूर किए जाने के बावजूद के पहले सांस रोक देने वाले रोमांचक क्वॉर्टर फाइनल में शुक्रवार को यहां 4-3 से जीत दर्ज की। विजेता स्पेन के लिए निकोलस मुस्तारोज, जोसेप मार्टिन जुआन विलालोंगा व अविला ने एक एक गोल किया। पराजित दूसरे स्थान पर रहने वाली पहली सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में क्वॉर्टर फाइनल में पहुंची न्यूजीलैंड की ओर सैम लिंटाज और रेयन पार ने एक एक गोल किया। निकोलस मुस्तारोज के दूसरे मिनट, जोसेप मार्टिन के दसवें और जुआन विलालोंगा के 12 वें मिनट में दागे बेहतरीन मैदानी गोल की बदौलत जब स्पेन ने पहला क्वॉर्टर खत्म होने से तीन मिनट पहले 3-0 की बढ़त ले ली तो तब यह लगा कि वह आनन फानन में बड़े अंतर में मैच जीत लेगा। सैम लिंटाज ने दूसरे क्वॉर्टर के सातवें मिनट मिनट में मैदानी गोल कर स्कोर 1-3 किया और रेयन पार ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर स्कोर 2-3 कर दिया खेल खत्म होने के ठीक मिनट भर पहले सैम लिंटाज ने मैच का अपना दूसरा खूबसूरत मैदानी गोल कर न्यूजीलैंड को तीन तीन की बराबरी दिला दी लेकिन उसकी यह खुशी तब काफूर हो गई जब ब्रूनो अविला ने आखिरी पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर स्पेन को यह रोमांचक मैच जिता दिया





