रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत राजस्थानी भाषा को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करवा राजस्थान की राजभाषा के रूप में मान्यता दिलवाने का किया आग्रह
जयपुर : वरिष्ठ पत्रकार और राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए दशकों से प्रयासरत दैनिक जलते दीप और राजस्थानी भाषा की एक मात्र पत्रिका माणक के प्रधान संपादक पदम मेहता ने मंगलवार को राज्य विधानसभा भवन में विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी से भेंट की और राजस्थान विधानसभा में उनके द्वारा किए गए नवाचारों और सिन्धी भाषा के संवर्धन के लिए दिए गए योगदान के लिए उनका शाल ओढ़ा कर,माला पहना कर और माणक पत्रिका के विशेष अंक भेंट कर उनका अभिनंदन किया।
इस अवसर पर मेहता ने उनसे आग्रह किया कि नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत राजस्थानी भाषा को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करवा राजस्थान की राजभाषा के रूप में मान्यता दिलवाने में अपना प्रभावी सहयोग प्रदान करने तथा राजस्थान सरकार से इसे लागू कराए। उन्होंने राजस्थान के शिक्षा मंत्री के रूप में देवनानी द्वारा किए गए नवाचारों का जिक्र किया और कहा कि विश्व सिन्धी सम्मेलन सहित विभिन्न मंचों पर सिन्ध संस्कृति और सिन्धी भाषा के उन्नयन के लिए जिस प्रकार देवनानी अग्रणी भूमिका निभा रहे है ऐसी ही राजस्थानी भाषा के लिए भी अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान करे क्योंकि पूर्व में राज्य विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित किए गए संकल्प पत्र में राजस्थान की सभी जिलों में बोली जाने वाली आंचलिक बोलियों और भाषाओं को राजस्थानी भाषा का अभिन्न अंग बताया गया है। इसलिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भावना के अनुरूप प्राईमरी स्कूल में बच्चों को अपनी मातृ भाषा में शिक्षा दिलवाने के पुनीत कार्य को जमीनी धरातल पर उतारना जरूरी है।
इस मौके पर दैनिक जलते दीप के प्रबंध संपादक दीपक मेहता दिल्ली न्यूज ब्यूरो चीफ जी एन भट्ट और जलते दीप जोधपुर के प्रवासी प्रभारी विशेष संवाददाता विनोद शर्मा भी मौजूद थे।




