फिदायीन हमलावर को पनाह देने वाला डाक्टर गिरफ्तार

Doctor who sheltered suicide bomber arrested

इंद्र वशिष्ठ

लालकिले के सामने हुए फिदायीन बम विस्फोट मामले में मंगलवार को एनआईए ने एक और अहम आरोपी डॉ. बिलाल नसीर मल्ला को गिरफ्तार किया। फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ा बारामूला (जम्मू-कश्मीर) निवासी डॉ. बिलाल नसीर मल्ला इस मामले में गिरफ्तार होने वाला आठवां आरोपी है। दिल्ली स्थित एनआईए के मुख्यालय में पूछताछ के बाद डॉ. बिलाल नसीर मल्ला को गिरफ्तार किया गया।

एनआईए ने उसे लाल किला के सामने हुए हुए आतंकवादी हमले की साजिश में शामिल पाया।

एनआईए की जांच के अनुसार, बिलाल ने जानबूझकर फिदायीन हमलावर डाक्टर उमर उन नबी को पनाह दी और सामान आदि से भी उसकी सहायता की। डॉ. बिलाल नसीर मल्ला पर आतंकवादी हमले से संबंधित सबूतों को नष्ट करने का भी आरोप है।

एनआईए ने इससे पहले इस मामले में फिदायीन उमर के सात अन्य प्रमुख सहयोगियों को गिरफ्तार किया था।

फिदायीन हमले से ठीक पहले आतंकवादी डाक्टर उमर उन नबी को शरण देने के आरोप में फरीदाबाद निवासी शोएब को एनआईए ने 26 नवंबर को गिरफ्तार किया था। एनआईए की जांच से पता चला है कि उसने 10 नवंबर को राजधानी में लाल किले के बाहर हुए कार बम विस्फोट से पहले आतंकवादी उमर को रसद/ सामान आदि सहायता भी प्रदान की थी।

बताया जाता है कि जब जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉ. मुजम्मिल को दबोचा तो उमर गायब हो गया। उमर नबी के छिपने की व्यवस्था शोएब ने ही की। उसने डॉक्टर उमर को अपनी रिश्तेदार के घर कमरा दिलवाया। यहां उमर दिल्ली धमाके से पहले (10 नवंबर) तक किराए पर रहा था। यहीं से उसने दिल्ली जाकर धमाका किया था।

एनआईए इस घातक आतंकवादी कृत्य के पीछे की साजिश की जाँच जारी रखे हुए है। आतंकवाद निरोधी एजेंसी साजिश के सभी पहलुओं को उजागर करने के लिए विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रही है।