पहले प्रवासी राजस्थानी दिवस का सफल आयोजन कराने से बढ़ा मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का कद

Successfully organizing the first Pravasi Rajasthani Diwas boosted the stature of Chief Minister Bhajan Lal Sharma

राजस्थान फाउंडेशन के चैप्टर्स अध्यक्ष और प्रतिनिधियों से बेबाक बातचीत कर मुख्यमंत्री ने अपने इरादों को किया जाहिर

गोपेन्द्र नाथ भट्ट

पिछले वर्ष अपनी सरकार के पहले ही वर्ष में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट का और उसमें प्रवासी राजस्थानियों से किए गए वायदे के अनुसार इस वर्ष प्रथम प्रवासी राजस्थानी दिवस सम्मेलन का सफल आयोजन कराने से निश्चित रूप से मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का कद बढ़ा है। हालांकि संसद का शीतकालीन सत्र चलने के कारण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में भाग लेने जयपुर नहीं आ पाए जबकि पिछले वर्ष दिसम्बर में वे राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट का हिस्सा बने थे। दोनों शीर्ष नेताओं के अपरिहार्य कारणों से इस बार समिट में नहीं आ पाने के बावजूद मुख्यमंत्री शर्मा लोकसभाध्यक्ष ओम बिरला और 11 केन्द्रीय मंत्रियों को प्रवासी राजस्थानी दिवस सम्मेलन का हिस्सा बनाने में सफल रहे।

सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में राजस्थान और पंजाब के राज्यपालों हरिभाऊ बागड़े और गुलाब चन्द कटारिया तथा केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल, भूपेन्द्र यादव,सी आर चौधरी, भागीरथ चौधरी,राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ आदि दिग्गज नेताओं की मौजूदगी के बावजूद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का जो आभा मंडल दिखा वह बेमिसाल कहा जा सकता है। मुख्यमंत्री शर्मा की बॉडी लेंग्वेज में वह आत्म विश्वास दिखाई दिया जो कि किसी पके पकाए दिग्गज नेता में दिखाई देता है। एक दिवसीय इस सम्मेलन में वे सारा दिन आयोजन स्थल जयपुर एग्जीबिशन और कन्वेंशन सेन्टर सीतापुरा ( जे ई सी सी) पर रहे तथा करीबन हर सत्र को संबोधित करने बैटरी वाली फैरी में एक हॉल से दूसरे हॉल में आते जाते रहे। इन सत्रों को केन्द्रीय पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत , केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर,खान एवं कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी,कौशल विकास मंत्री जयंत चौधरी,पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह , केन्द्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी आर पटेल, वन और पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने संबोधित किया। राजस्थान के दोनों उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी एवं डॉ प्रेम चन्द बैरवा,उद्योग मंत्री, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़,ऊर्जा मंत्री गजेन्द्र सिंह खीवसर, जोगाराम पटेल आदि भी इसमें मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने देश विदेश से जयपुर पहुंचे प्रवासी राजस्थानियों और राजस्थान फाउंडेशन के सभी चैप्टर्स अध्यक्षों और प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान भी जिस बेबाकी और आत्म विश्वास से विकास की ओर बढ़ते राजस्थान का खाका खींचा और भविष्य के सुनहरे राजस्थान की ओर इंगित किया वह भी सुनने लायक था। उन्होंने प्रवासियों से कहा कि आप राजस्थान से बाहर जाकर जहां जग बसे है उन देशों और इलाकों के विकास ने बेजोड़ योगदान दे रहे आप वह भी काम करते रहे लेकिन अपनी मातृ भूमि के लिए भी अपने दायित्व को निभाए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस दिशा में गंभीरता से काम करने वालो के साथ है और हर प्रकार का सहयोग और संरक्षण करने के लिए तैयार है लेकिन दूसरी ओर जो लोग सिर्फ बड़ी बड़ी बातें और सैर सपाटा कर चले जाते है उन पर भी नजर रख रही है तथा सूची बना भविष्य ने ऐसे लोगों के प्रति गंभीर भी नहीं होना चाहती।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जानते है कि अधिकांश प्रवासी राजस्थानी अपनी जड़ों से जुड़ा रहने की भावना रखे है तथा राजस्थान के विकास में भागीदार भी होना चाहते है क्योंकि अब कतिपय परिस्थितियां भी ऐसी हो रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रदूषण से तो उत्तर पूर्व प्रदेशों तथा अन्य प्रदेशों के कई प्रतिकूल वातावरस की वजह से हर कोई राजस्थान के अनुकूल वातावरण में आना चाहता है फिर आज राजस्थान बदल गया है और यहां करीबन हर क्षेत्र में निवेश का आदर्श वातावरण भी सभी को लुभा रहा है।

सफल प्रवासी राजस्थानी दिवस के बाद मुख्यमंत्री शर्मा अब अपनी सरकार की दो वर्षों की वर्षगांठ के कार्यक्रमों पर फोकस करने वाले है फिर मंत्रिपरिषद का पुनर्गठन,आने वाले वर्ष का विधान सभा में बजट पारित कराना तथा आने वाले स्थानीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव की तैयारिया उनकी प्राथमिकता में रहने वाली है।

देखना है मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का बढ़ता आत्म विश्वास देश के सबसे बड़े भौगोलिक प्रदेश राजस्थान को कितनी अधिक ऊंचाईयों तक पहुंचाने वाला है?