स्वच्छ भारत मिशन को धरातल पर उतारकर जोधपुर को स्वच्छ बनाना हमारा प्रथम लक्ष्य होगा : के के गुप्ता
नीति गोपेन्द्र भट्ट
नई दिल्ली/जोधपुर/जयपुर/उदयपुर : स्वच्छ भारत मिशन के स्टेट कोऑर्डिनेटर के के गुप्ता ने अब स्वच्छता के लिए राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर को अपनाया है। उल्लेखनीय है कि स्वच्छता मिशन को कारगर बनाने के लिए के के गुप्ता को नगर निगम आयुक्त द्वारा आमंत्रित किया गया है । इस अभियान के तहत सर्वप्रथम वार्ड नंबर 5 को पायलट प्रोजेक्ट के तहत आदर्श वार्ड बनाया जाएगा।साथ ही निर्णय किया गया है कि जोधपुर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड संख्या 36, 8, 54, 99 और 82 को पायलट प्रोजेक्ट के तहत आदर्श वार्ड के रूप में विकसित किया जाएगा।
नगर निगम जोधपुर में सोमवार को एक अहम बैठक में के के गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन को धरातल पर उतारकर जोधपुर को स्वच्छ बनाना हमारा प्रथम लक्ष्य होगा ।
उन्होंने कहा कि हमे इस अभियान की ताकत को समझना होगा यह गरीब और अमीर दोनों के लिए आवश्यक है। स्वच्छता पर्यटक को भी आकर्षित करती है तथा देश को समृद्ध एवं मजबूत बनाने में सहायक सिद्ध होती है। गंदगी से फैलने वाली बीमारियां जानलेवा है। स्वच्छता से सभी को प्यार है देवी देवता भी वही रहते हैं, जो शहर स्वच्छ बनते हैं ।
नगर निगम जोधपुर में अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक को संबोधित करते हुए गुप्ता ने कहा कि इन्दौर और डूंगरपुर की तरह शहर का कचरा नियमित उठाया जाए और आवश्यकरूप से नियमित निष्पादन भी किया जाना जरूरी है। घरों से एकत्रित कचरे को कचरा संग्रहण केंद्रों पर एकत्रित नहीं किया जाए अन्यथा बरसात के समय यह धरती के जल को प्रदूषित करेगा तथा आग लगने से वायु में प्रदूषण फैलाएगा जिसका हर्जाना आमजन को उठाना पड़ता है। सूखे कचरे का सेग्रीगेशन तथा गीले कचरे से गैस एवं खाद बनाना होगा।
गुप्ता ने बताया कि इन वार्डो मैं सर्वे कर हर घर का मोबाइल नंबर लेकर ग्रुप बनाया जाएगा तथा प्रत्येक घर से प्रतिदिन नियमित रूप से कचरा एकत्र होना चाहिए और गिला तथा सूखा कचरा अलग-अलग एकत्रित किया जाए। कचरा संग्रहण में टाइम बॉन्डिंग रहनी चाहिए तथा यह कार्य 365 दिन चलना चाहिए । कचरा संग्रहण का समय प्रातः 6:00 बजे से 10:00 बजे तक का होना चाहिए जिसकी मॉनिटरिंग जीपीएस सिस्टम एवं जिओ टेक से की जाए। आगामी एक महीने के भीतर अन्य सभी 95 वार्ड को भी स्वच्छ और सुंदर बनाने का संकल्प लिया गया। गुप्ता ने सुझाव दिया कि नगर निगम क्षेत्र में बने हुए 60 शौचालय और 27 मूत्रालय की प्रतिदिन तीन-तीन बार सफाई की जानी चाहिए और प्रत्येक बार जिओ टैगिंग के साथ में फोटोग्राफ अपलोड किए जाए। इन सभी सार्वजनिक टॉयलेट में आवश्यक संसाधन सहित पानी, रंग रोगन,रोशनी तथा सफाई आदि का भी ध्यान रखा जाए और किसी प्रकार की कमी होने पर संबंधित ठेकेदार का भुगतान रोका जाए। घरों में वाटर हार्वेस्टिंग अनिवार्य हो तथा खाली प्लॉट की साफ सफाई रहे ।
गुप्ता ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के क्षेत्र में जिस प्रकार दक्षिणी राजस्थान के डूंगरपुर नगर परिषद ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धि प्राप्त की है उसी प्रकार जोधपुर निगम क्षेत्र को भी स्वच्छता में आगे बढ़ाने के लिए उचित मार्गदर्शन प्रदान किया जाए आज देश और दुनिया में डूंगरपुर स्वच्छता की मिसाल बना है उसी तर्ज पर अगर हम सब मिलकर कार्य करेंगे तो आने वाले समय में जोधपुर भी स्वच्छता के नाम से जाना जाएगा।





