पत्रकार योगेश कुमार गोयल को मिला ‘हीरोज ऑफ 2025’ सम्मान

Journalist Yogesh Kumar Goyal receives 'Heroes of 2025' award

रविवार दिल्ली नेटवर्क

वरिष्ठ पत्रकार योगेश कुमार गोयल को वर्ष 2025 में विविध विषयों पर निर्भीक, तथ्यपरक और समाजोन्मुख लेखन के लिए ‘हीरो ऑफ 2025’ सम्मान से अलंकृत किया गया है। यह सम्मान उन्हें गैर-राजनीतिक संगठन नेशनल अकाली दल द्वारा पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके दीर्घकालिक, सृजनात्मक और प्रभावशाली योगदान के लिए प्रदान किया गया। योगेश कुमार गोयल पिछले 35 वर्षों से अधिक समय से राजनीति और समसामयिक विषयों के साथ-साथ पर्यावरण, सामरिक मामलों, सामाजिक सरोकारों और राष्ट्रीय विमर्श से जुड़े लगभग हर महत्वपूर्ण मुद्दे पर निरंतर लेखन कर रहे हैं। उनके विचारोत्तेजक लेख नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर, दैनिक ट्रिब्यून, दैनिक जागरण, अमर उजाला, जनसत्ता, पंजाब केसरी, पाञ्चजन्य, राजस्थान पत्रिका, लोकमत समाचार, हरिभूमि, अजीत समाचार सहित देश की अनेक प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं। उनके लेखन की पहचान स्पष्ट दृष्टि, गहन शोध और जनहित की पक्षधरता है।

योगेश गोयल ने पत्रकारिता की शुरुआत 1990 में की। छात्र जीवन में ही मात्र 19 वर्ष की आयु में उन्होंने नशे के दुष्प्रभावों पर अपनी पहली पुस्तक ‘मौत को खुला निमंत्रण’ लिखकर सामाजिक चेतना की अलख जगाई, जिसे जिला प्रशासन, रोहतक सहित पांच संस्थाओं से सम्मान प्राप्त हुआ। साढ़े तीन दशक लंबे कैरियर में वे अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा सम्मानित हो चुके हैं। 2000 से 2017 के बीच 17 वर्षों तक उन्होंने तीन फीचर एजेंसियों का सफल संपादन भी किया। अब तक उनके हजारों लेख और छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी अनेक विशेष वार्ताएं आकाशवाणी, रोहतक से प्रसारित हुई हैं। हिंदी अकादमी, दिल्ली के सहयोग से प्रकाशित पर्यावरण पर केंद्रित पुस्तक ‘प्रदूषण मुक्त सांसें’ व्यापक चर्चा में रही जबकि ‘जीव-जंतुओं की अनोखी दुनिया’ और ‘दो टूक’ के लिए उन्हें हरियाणा साहित्य अकादमी से आर्थिक अनुदान प्राप्त हुआ। ‘हीरोज ऑफ 2025’ सम्मान उनके समर्पण, निर्भीकता और समाजहित में निरंतर सक्रिय पत्रकारिता का सशक्त प्रमाण है।वरिष्ठ पत्रकार योगेश कुमार गोयल को वर्ष 2025 में विविध विषयों पर निर्भीक, तथ्यपरक और समाजोन्मुख लेखन के लिए ‘हीरो ऑफ 2025’ सम्मान से अलंकृत किया गया है। यह सम्मान उन्हें गैर-राजनीतिक संगठन नेशनल अकाली दल द्वारा पत्रकारिता के क्षेत्र में उनके दीर्घकालिक, सृजनात्मक और प्रभावशाली योगदान के लिए प्रदान किया गया। योगेश कुमार गोयल पिछले 35 वर्षों से अधिक समय से राजनीति और समसामयिक विषयों के साथ-साथ पर्यावरण, सामरिक मामलों, सामाजिक सरोकारों और राष्ट्रीय विमर्श से जुड़े लगभग हर महत्वपूर्ण मुद्दे पर निरंतर लेखन कर रहे हैं। उनके विचारोत्तेजक लेख नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर, दैनिक ट्रिब्यून, दैनिक जागरण, अमर उजाला, जनसत्ता, पंजाब केसरी, पाञ्चजन्य, राजस्थान पत्रिका, लोकमत समाचार, हरिभूमि, अजीत समाचार सहित देश की अनेक प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहे हैं। उनके लेखन की पहचान स्पष्ट दृष्टि, गहन शोध और जनहित की पक्षधरता है।

योगेश गोयल ने पत्रकारिता की शुरुआत 1990 में की। छात्र जीवन में ही मात्र 19 वर्ष की आयु में उन्होंने नशे के दुष्प्रभावों पर अपनी पहली पुस्तक ‘मौत को खुला निमंत्रण’ लिखकर सामाजिक चेतना की अलख जगाई, जिसे जिला प्रशासन, रोहतक सहित पांच संस्थाओं से सम्मान प्राप्त हुआ। साढ़े तीन दशक लंबे कैरियर में वे अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं द्वारा सम्मानित हो चुके हैं। 2000 से 2017 के बीच 17 वर्षों तक उन्होंने तीन फीचर एजेंसियों का सफल संपादन भी किया। अब तक उनके हजारों लेख और छह पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी अनेक विशेष वार्ताएं आकाशवाणी, रोहतक से प्रसारित हुई हैं। हिंदी अकादमी, दिल्ली के सहयोग से प्रकाशित पर्यावरण पर केंद्रित पुस्तक ‘प्रदूषण मुक्त सांसें’ व्यापक चर्चा में रही जबकि ‘जीव-जंतुओं की अनोखी दुनिया’ और ‘दो टूक’ के लिए उन्हें हरियाणा साहित्य अकादमी से आर्थिक अनुदान प्राप्त हुआ। ‘हीरोज ऑफ 2025’ सम्मान उनके समर्पण, निर्भीकता और समाजहित में निरंतर सक्रिय पत्रकारिता का सशक्त प्रमाण है।