देश में आज़ादी के बाद पहली बार सरकारों को गिराने और बनाने का नया मोडल

इन्वेस्ट राजस्थान एमओयू समिट में खुल कर बोले गहलोत

नीति गोपेंद्र भट्ट

नई दिल्ली।राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को नई दिल्ली के होटल अशोक में आयोजित इन्वेस्ट राजस्थान एमओयू समिट में खुल कर बोले।

उन्होंने किसी का नाम लिए बिना भाजपानीत एनडीए सरकार पर तीखे व्यंग बाण छोड़ें और कहा कि यह सरकार देश में आज़ादी के बाद पहली बार एक नया मोडल और संस्कृति लेकर आई है और यह मोडल चुने हुए जनप्रतिनिधियों की ख़रीद फ़रोख़्त कर सरकारों को गिराने और बनाने का नया मोडल हैं। इस मोडल से मध्यप्रदेश कर्नाटका महाराष्ट्र आदि प्रदेशों में सरकारें गिराई गई है।गहलोत ने कहा कि आज देश में ईड़ी इनकम टेक्स और सीबीआई के माध्यम से राज हो रहा है। इन दिनों दिल्ली में भी और अन्य जगहों पर इन एजेंसियों से छापामारी कराई जा रही है।

गहलोत ने समिट में शामिल उद्यमियों की मजबूरियों और सीमाओं का ज़िक्र करते हुए बावजूद उनकी दाद देते हुए कहा कि मुझे खुशी हैकि आप बदलते राजस्थान की नई छवि के कारण यहाँ पधारें है । उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि आप यहाँ आयें अन्यथा इन दिनों सभी को यह डर सताता हैकि किसी की निगाहें हम पर भी तों नहीं हैं ।उन्होंने हँसी के माहौल के मध्य कहा कि गहलोत की समिट में कौन-कौन से उद्यमियों ने भाग लिया है उसकी सूची बन ऊपर तक जानकारी पहुँचाई जायें इस बात की आशंका से भी इंकार नही किया जा सकता। उन्होंने कुछ उध्योगपतियों को इसके लिए नामजद आगाह भी किया। जयपुर में आगामी 7 एवं 8 अक्टूबर, को आयोजित होने वाले ‘इन्वेस्ट राजस्थान’ में भाग लेने के लिए उध्यमियों को आमन्त्रित करते हुए गहलोत ने कहा कि राजस्थान को इस बात का गर्व है कि देश में ही नहीं विदेशों में भी आर्थिक उन्नति के लिए राजस्थान के उद्योगपतियों का बहुत बड़ा योगदान हैं। प्रदेश के ओधयोगिक घरानों का नाम सभी जगह मशहूर है। ख़ास बात यह हैकि आजादी के आन्दोलन में भी इन घरानों का अपूर्व योगदान रहा है।गहलोत ने कहा कि कुछ दशकों पहलें हम जब मुम्बई कोलकाता दिल्ली और चेन्नई आदि में बसे अप्रवासी राजस्थानियों के पास राजस्थान में निवेश का न्योता देने जाते थे तो वे राजस्थान को लेकर कई प्रकार की शिकायत करते थे कि काम धीरे धीरे आगे बढ़ते है और अपेक्षित सहयोग नही मिलता आदि लेकिन मुझे ख़ुशी है कि आज सभी ने राजस्थान की सराहना कर रहे हैं । गहलोत ने कहा कि यदि आप हमारा कोई लिहाज कर रहें है तों मैं स्पष्ट कहना चाहूँगा कि हमारी सरकार अपनी कमियाँ जानना चाहती है आप बेहिचक इसे बताए ताकि हम इसमें सुधार कर सके।

गहलोत ने कहा कि आज और बीस पच्चीस वर्ष पहलें के राजस्थान में रात दिन का बदलाव हो गया है । पहले जहाँ सरकारों का अधिकांश समय सूखा अकाल आदि से लड़ने में ही गुजर जाता था लेकिन अब मौसम का मिज़ाज भी बदला है और जैसलमेर बाड़मेर जैसे जिलों में कोई नौकरी नही करना चाहता था वो अब सिफ़ारिश करवा वहाँ नौकरी करना चाहता है। विश्व की सबसे बड़ी इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना के बाद अब हम तेरह जिलों की प्यास बुझाने के लिए महत्वकांक्षी ईआरसीपी परियोजना भी लाए है।आज हम शिक्षा विशेष कर लड़कियों की शिक्षा और स्वास्थ्य आदि में देश के अग्रणी प्रदेशों में शामिल है।आज राजस्थान में सभी प्रतिष्ठित संस्थान मौजूद है जिसके लिए यहाँ के युवकों को बाहर जाना पड़ता था।हमने कोरोना का शानदार प्रबंधन किया और चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना लेकर आयें जोकि देश भर में चर्चित हुई है। आज पश्चिमी राजस्थान का कायाकल्प हो रहा है रिफ़ाइनरी के साथ पेट्रो कोम्पलेक्स परियोजना लोगों की तक़दीर बदलेंगी। राजस्थान सोलर ऊर्जा जा सबसे बड़ा हब बन रहा है और गैस के अथाह भंडार मिलने से नई उम्मीदें जगी है। आवश्यकता नहीं पवन ऊर्जा में भी हमने काफ़ी प्रगति की है। गहलोत ने बताया कि पहले यह बात कही जाती थी कि गुजरात से सड़क मार्ग से आने वालों की नींद राजस्थान में प्रवेश करते ही उड़ जाती थी आज इसका उल्टा हों रहा है। राजस्थान का रोड नेट वर्क देश के अन्य प्रदेशों के मुक़ाबले बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर एवं दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का भी एक बड़ा हिस्सा राजस्थान से गुजरता है। इससे निवेशकों को बड़ा फायदा मिलेगा। हमारी सरकार ने उध्यमियों के हित में योजनाएँ बनाई है। एमएसएमई-2019 के तहत नवीन उद्यम इकाइयों को 3 साल तक किसी सरकारी अनुमति की आवश्यकता नहीं है।राजस्थान शांति प्रिय और क़ानून एवं व्यवस्था तथा लेबर समस्या की दृष्टि से भी एक अच्छा डेस्टिनेशन है। समारोह में राज्य की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत मुख्य सचिव उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग एवं वाणिज्य वीनू गुप्ता, मुख्य आवासीय आयुक्त शुभ्रा सिंह, प्रमुख सचिव ऊर्जा भास्कर ए. सावंत, रीको चैयरमेन कुलदीप रांका, रीको के एमडी शिवप्रसाद एम. नकाते, आयुक्त ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन (बीआईपी) ओम प्रकाश कसेरा, राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव, सीआईआई राजस्थान के अध्यक्ष गौरव रूंगटा, जेके सीमेंट लिमिटेड के सीईओ माधव सिंघानिया, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ अरुण मिश्रा एवं जेसीबी लिमिटेड के सीईओ दीपक शेट्टी सहित देशभर से निवेशक उपस्थित रहे।समिट में राज्य सरकार और निवेशकों के बीच 69,789 करोड़ रूपए के एमओयू हुए।