हार्दिक के कमाल से भारत ने पाक पर 5 विकेट से जीत से टी-20 विश्व कप की हार का हिसाब चुकता किया

भारत के तेज गेंदबाजों ने पाक के सभी दस विकेट बांटे

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारत की पाकिस्तान पर दुबई में एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में रविवार देर रात पहले मैच में दो गेंदों के बाकी रहते पांच विकेट से जीत उसकी रणनीति की सही बिसात की जीत है। दो चिर प्रतिद्वंद्वियों की बीच बेहद अहम मैच में भारत ने अपने सभी विकल्पों का शतरंज के प्यादों की तरह बेहतरीन इस्तेमाल कर जीत दर्ज कर पाकिस्तान के हाथों अब से दस महीने पहले टी-20 विश्व कप मैच में इसी मैदान पर मिली दस विकेट से हार का हिसाब चुकता कर दिया। भारत इस मैच में रणनीति की बिसात पर पाकिस्तान से एक कदम आगे ही दिखा। बेशक मैन ऑफ द मैच हार्दिक पांडया (3/25 व 35रन*) गेंद और बल्ले से दमदार प्रदर्शन कर भारत की जीत के तुरुप के इक्के साबित हुए लेकिन इसमें चतुर स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार(4/26)और सदाबहार विराट कोहली (35) रवींद्र जडेजा(35) की मैच की जरूरत के मुताबिक खेल उसे मंजिल तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। दोनों चिर प्रतिद्वंद्वियों के बीच इस मैच में दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमियों का पैसा वसूल हो गया। हार्दिक पांडया ने मात्र 17 गेंदें खेली और अपनी पारी में एक छक्का और पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हैरिस रउफ के आखिरी मैच के अंतिम पूर्व ओवर में तीन चौके जड़ भारत की जीत में अहम रोल अदा किया। हार्दिक भले ही मैन ऑफ द मैच रहे लेकिन अनुभवी भुवनेश्वर कुमार ने पाकिस्तान के कप्तान ओपनर बाबर आजम(10) और मिडलओवर में उपकप्तान शादाब खान(10) के विकेट निकाल भारत की जीत में अहम योगदान किया
भुवनेश्वर की अगुआई में मैन ऑफ  द मैच रहे हार्दिक पांडया सहित भारत के तेज गेंदबाजों अर्शदीप सिंह (2/33) और आवेश खान(1/19) की चौकड़ी ने ‘शॉर्ट गेंद’ को ‘हथियार’ बना एक इकाई के एक गेंद के बाकी रहते उसके सभी दस विकेट आपस में बांट एक गेंद के बाकी रहते 147 रन पर समेट उसकी शीर्ष तीन -बाबर आजम(10), मोहम्मद रिजवान(43 रन, 42 गेंद, एक छक्का, चार चौके) पर जरूरत से ज्यादा निर्भरता की कमजोरी को उजागर कर दिया। रिजवान (28 रन, 22 गेंद, एक छक्का, दो चौके) और सात गेंदों में दो छक्कों सहित 12 रन बनाने वाले 11वें नंबर के शहनवाज दहाणी को छोड़कर उसकी बल्लेबाजी ताश के पत्तों की तरह ढह गई।

पाकिस्तान के नवोदित तेज गेंदबाज नसीम ने अपनी दूसरी गेंद पर ओपनर उपकप्तान केएल राहुल (0) को बोल्ड कर भारत को शुरू में बड़ा झटका दिया। बराबर रन बनाने के जूझते दिखे कप्तान रोहित शर्मा(12 रन, 17 गेंद, एक छक्का) और रंग में आने की कोशिश में लगे विराट कोहली (35 रन, 34 गेंद, एक छक्का, तीन चौके) दूसरे विकेट के लिए 49 रन की भागीदारी करने के बाद तीन रन के भीतर लेफ्ट आर्म स्पिनर लेफ्ट आर्म स्पिनर मोहम्मद नवाज की गेंद को उड़ाने के फेर में कैच आउट हुए और सूर्य कुमार यादव (18) के नसीम शाह ने जब पारी के 15 वें ओवर में अपनी दूसरी गेंद पर बोल्ड कर दिया तो भारत का स्कोर चार विकेट 89 रन हो गया उसकी नैयार मंझधार में डगमगाती लगी। रवींद्र जडेजा (35 रन,2 छक्के, 2 चौके) और हार्दिक पांडया ने पांचवें विकेट के लिए 52 रन जोड़ उसके स्कोर को एक ओवर और छह ओवर बाकी रहते 141 रन पर पहुंचा उसकी जीत लगभग निश्चित कर दी थी। अंतिम ओवर में भारत को जीत के लिए सात रन की दरकार थी। लेफ्ट आर्म स्पिनर मोहम्मद नवाज ने अपने और मैच के अंतिम ओवर की पहली गेंद पर जड़ेजा को बोल्ड कर दिया मैच को पाकिस्तान की ओर मोडऩे की कोशिश की। दिनेश कार्तिक ने उनकी दूसरी गेंद पर एक रन लिया। हार्दिक पांडया ने अगली गेंद को आराम से खेलने के बाद चौथी गेंद पर लॉन्ग ऑन के उपर से छक्का जड़ दो गेंदों के बाकी रहते भारत के स्कोर को पांच विकेट पर पहुंचा कर 148 पर पहुंचा उसे उसी मैदान पर यादगार जीत दिलाई जिस पर उसे इसी चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ पीठ में चोट के चलते स्ट्रेचर पर बाहर ले जाना पड़ा था।यह मैच बेहद उमस और गर्मी में खेला गया। इस कारण दोनों ही टीमें निर्धारित समय में अपने अपने 20-20 ओवर नहीं पूर कर पाने धीमी ओवर रेट के कारण दंडित किया गया। भारत की पारी के आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में उमस के चलते पाकिस्तान के तेज गेंदबाज नसीम शाह और हैरिस रउफ को मांसपेशी में खिंचाव के कारण ठीक से गेंदबाजी नहीं कर पाए।

हालात का जायजा लेने के बाद ही हथियारों के इस्तेमाल की जरूरत
‘जरूरी है कि हालात का जायजा लेने के बाद ही अपने हथियारों का इस्तेमाल किया जाए। आपको भी बतौर तेज गेंदबाज हार्ड लेंग्थ से गेंदबाजी करते हुए सूझबूझ से गेंदबाजी करने की जरूरत होती है। जब बात बल्लेबाजी की आती है तो मैं तभी जोखिम उठाता हूं जब मुझे लगता मैं ऐसा कर सकता हूं। हमें अंतिम ओवर में सात रन की दरकार थी और मैं जानता था कि पाकिस्तान इसे लेफ्ट आर्म स्पिनर नवाज से फिंकवाने का इंतजार कर रहा था। हमें अंतिम ओवर में सात नहीं 15 रन भी बनाने होते तो भी मौका लेता। मैंने महसूस किया गेंदबाज मुझसे कहीं ज्यादा तनाव में है।मुझे मैच के इस अंतिम ओवर में बस एक छक्का जडऩा था। मैंने चीजों को सहज रखने की कोशिश की।
हार्दिक पांडया, मैन ऑफ द मैच, भारत के ऑलराउंडर

‘हमें खुद पर भरोसा था’
अपनी पारी के अधबीच भी हमें खुद पर भरोसा था। हम अपनी टीम के खिलाडिय़ों के बीच ऐसा भरोसा चाहते है कि जब आप मैच में न भी हो तो आप जीत हासिल करें। हमें यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि सभी को मैदान पर उतरने के बाद यह मालूम हो की उसकी भूमिका क्या है। मैं एकतरफा जीत की बजाय इसी तरह की जीत दर्ज करना चाहता हूं जैसी की रविवार को हमारी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ हासिल की। हमारे तेज गेंदबाजों ने बीते लगभग 12 महीनों से बेहतरीन गेंदबाजी की है। हम मैच में चुनौती भी मिले लेकिन हम उनसे निकलने में कामयाब रहे। हार्दिक ने भारतीय टीम में लौटने के बाद से शानदार प्रदर्शन किया है। इस साल की आईपीएल हार्दिक के लिए बहुत बढिय़ा रही। हम सभी जानते हैं कि वह बेहतरीन बल्लेबाज हैं। टीम इंडिया में वापसी करने के बाद से उन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया भी है।
रोहित शर्मा, भारत के कप्तान