- हमारी टीम नौजवान और अनुभवी खिलाडिय़ों का शानदार संतुलन
- नौजवान खिलाड़ी खुद जिम्मेदारी ले हर मैच में अपनी छाप छोडऩे की कोशिश में
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : रक्षापंक्ति और मध्यपंक्ति की अहम कड़ी मोनिका भारतीय महिला हॉकी टीम की उन प्रमुख खिलाडिय़ों में से एक हैं जिन्होंने बीते बरस टोक्यो ओलंपिक के बाद से टीम को तरक्की की सीढिय़ां चढ़ते देखा है। मोनिका बीते महीने बर्मिंघम में 2022 में राष्टï्रमंडल खेलों में कांसा जीतने, टोक्यो ओलंपिक में बहुत करीब से कांसा जीतने से चूकने और 2021-22 सीजन में पहली एफआईएच महिला हॉकी प्रो लीग में शिरकत कर भारतीय महिला हॉकी टीम की एक अहम सदस्या रहीं।
मोनिका भारतीय महिला हॉकी के बीते एक बढिय़ा प्रदर्शन की बाबत कहती हैं, ‘हमारी भारतीय महिला हॉकी टीम बीते एक बरस में जिस तरह से आगे बढ़ी है वह वाकई सुखद हैं। हमारी भारतीय महिला हॉकी टीम की सबसे बड़ी उपलब्धि ललरेमसियामी, शार्मिला देवी और सलीमा टेटे के रूप में बहुत सी नौजवान खिलाडिय़ों का उदय है। हमारी इन ज नौजवान खिलाडिय़ों ने गजब की शिद्दत से मेहनत कर टीम के कई अहम अहम योगदान किए हैं। मेरा मानना है कि किसी भी टीम में अच्छी अनुभवी खिलाडिय़ों के कोर ग्रुप का होना अहम होता है । हम खुशकिस्मत हैं कि हमारी पास ऐसा अनुभवी कोर ग्रुप है। मौजूदगी खासी अहम है। हालांकि यह देख कर अच्छा लगता है कि हमारी नौजवान खिलाड़ी खुद ही पूरी जिम्मेदारी लेती हैं और हर मैच में अपनी छाप छोडऩे की कोशिश में रहती हैं। हमारी टीम नौजवान और अनुभवी खिलाडिय़ों का शानदार संतुलन है।’
मोनिका ने कहा, ‘हमारी टीम का इस समय पूरा ध्यान एफआईएच हॉकी महिला नेशंस कप है। हमारे पास 2021-22 में एफआईएच महिला हॉकी प्रो लीग में खेलने का बढिय़ा अनुभव है और इसमें फिर खेलने को लेकर कृतसंकल्प हैं। हमारी निगाहें अब एफआईएच महिला हॉकी नेशंस कप में अपनी पूरी क्षमता से खेल कर एफआईएच महिला हॉकी प्रो लीग के अगले संस्करण के लिए क्वॉलिफाई कर दुनिया की श्रेष्ठï टीमों के खिलाफ खेलने पर लगी हैं।’