पलक्कड़ के जंगलों में चट्टानों के बीच लगभग दो दिनों तक फंसे बाबू को कड़ी मशक्कत के बाद सेना के जवानों ने सकुशल बचा लिया था। मलमपुझा के रहने वाले 23 वर्षीय ट्रैकर बाबू चट्टानों से तो निकल गया, लेकिन अब नई मुसीबत में फंस सकता है। दरअसल, बाबू के खिलाफ वन अधिनियम के तहत केस दर्ज किया जा सकता है।
वन अधिकारी नियमों के उल्लंघन को लेकर बाबू के खिलाफ केस दर्ज कर सकते हैं। सूत्र के अनुसार, राज्य के वन मंत्री एके शशिंद्रन ने इसको लेकर उच्च वन अधिकारी से बात की और पूछा है।
7 फरवरी को चट्टानों में फंसा था बाबू
ट्रैकर बाबू 7 फरवरी को कूर्मबाची पहाड़ी की दरार में फंस गया था। दरअसल, बाबू अपने तीन दोस्तों के साथ पहाड़ी पर चढ़ गया था और नीचे आते समय फिसल कर गिर गया था। बाबू को उसके दोस्तों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए। दोस्त पहाड़ी से नीचे भागे और स्थानीय लोगों को जानकारी दी।
सेना ने बचाया
बाबू को बचाने के लिए आनन-फानन बचाव दल बुलाया गया, लेकिन बचाव दल युवक को बाहर निकालने में असफल रहा। राज्य सरकार ने फिर सेना की मदद मांगी। मंगलवार सुबह से ही युवक को बचाने के लिए रेस्क्यू आपरेशन जारी कर दिया था, लेकिन अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य बीच में ही रोकना पड़ा। बचाव कार्य बुधवार सुबह फिर शुरू हुआ और सेना के जवानों ने बाबू को सकुशल बाहर निकाल लिया।