- हमारे साथ पूल में इंग्लैंड , स्पेन व वेल्स की टीमें खासी बढिय़ा
- फिलहाल हमें ध्यान अपने खेल पर लगा अपनी बाबत सोचने की जरूरत
- हमारे लिए प्रो लीग के मैच विश्व कप से पहले मॉक टेस्ट की तरह होंगे
- प्रो लीग मैचों से विश्व कप के लिए लय पाने का मौका मिलेगा
- 2021-22 के सर्वश्रेष्ठ गोलरक्षक के लिए नामित किया जाना सम्मान की बात
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : बीते बरस टोक्यो ओलंपिक में चार दशक के बाद कांसे के रूप मेंं अपना पहला पदक जीतने वाली कुल आठ बार की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के गोलरक्षक पीआर श्रीजेश ने हाल ही में 201-22 के एफआईएच के साल के सर्वश्रेष्ठ गोलरक्षक के नामित किए जाने का श्रेय संयुक्त टीम प्रयास को दिया।
भारत के 34 बरस के गोलरक्षक श्रीजेश ने हाल ही में 2023 में भुवनेश्वर और राउरकेला में होने एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के ड्रॉ की बाबत कहा, ‘ हमारा विश्व कप का पूल डी खासा रोचक है। हमारे साथ पूल में डी में इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स की टीमें वाकई खासी बढिय़ा हैं। इंग्लैंड और वेल्स से हाल ही में 2022 बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलने के कारण मेरा मानना है कि हमारे पूल में मुकाबला खासा कड़ा रहने वाला है। हमें अभी इसकी बाबत सोचने की जरूरत नहीं है। फिलहाल हमें ध्यान अपने खेल पर लगा अपनी बाबत सोचने की जरूरत है। हम मैच दर मैच आगे बढ़ रहे हैं और और साई, बेंगलुरू में राष्टï्रीय शिविर में अपने खेल पर मेहनत कर रहे हैं। हम बेहद रोमांचित हैं। हमारी निगाहें लगातार दूसरी बार अपने घर में हॉकी विश्व कप खेलने पर ली हैं। जहां तक आगामी 2022-23 के एफआईएच हॉकी प्रो लीग के आगामी मैचों की बात है तो मैं यही कहूंगा कि ये हमारे लिए भुवनेश्वर में 2023 के पुरुष हॉकी विश्व कप से पहले से मैच एक तरह से मॉक टेस्ट की तरह होंगे ये मैच हमें 2023 में विश्व कप की असल चुनौती के लिए खुद को तैयार करने में मददगार होंगे। एफआईएच प्रो लीग मैच हमारे लिए सर्वश्रेष्ठ मंच है क्योंकि इमसें हमें दुनिया की कुछ सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिलता है। इससे हमें अपने नौजवान खिलाडिय़ों को उच्च स्तर की हॉकी खेलने का मौका मुहैया करा सकेंगे। ये मैच हमारे लिए बड़ा मौका होंगे क्योंकि इससे हमें विश्व कप के लिए लय पाने का मौका मिलेगा।’
भारत के लिए 226 अंतर्राष्टï्रीय हॉकी मैच खेलने वाले सदाबहार गोलरक्षक श्रीजेश ने कहा, ‘एफआईएच के 2021-22 के सर्वश्रेष्ठï गोलरक्षक के लिए नामित किया जाना मेरे लिए सम्मान की बात है। मुझे हालांकि निजी तौर पर एफआईएच के इस सालाना अवॉर्ड के लिए नामित किया गया है। फिर मैं यही कहूंगा कि अपनी टीम के साथियों के हर दिन टीम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के बिना मुमकिन नहीं था। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे टीम में इतने शानदार साथी और कोचिंग स्टाफ मिला। टीम के इन बेहतरीन साथियों और कोचिंग स्टाफ ने ही मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाने और अपने खेल और बुलंदियों पर पहुंचाने में मदद की। हर बार जब मुझे अवॉडर्स के लिए नामित किया जाता है तो मैं ऐसा महसूस करता हूं कि मैं खुद और गोलरक्षक बनने का सपना संजोने वाले नौजवानों के लिए और उंचे मानदंड कायम कर रहा हूं। आप यदि इस स्तर तक पहुंचना चाहते हैं तो आपको बराबर मेहनत जारी रखने के लिए हर दिन बेहतर बनने के लिए प्रयास करना होगा।’