हमें करना होगा अपने गेंदबाजों पर भरोसा : हार्दिक पांडया

  • बुमराह पर दबाव डालने की बजाय जरूरत उन्हें पर्याप्त समय देने की
  • हार सिखाती है कि हम कहां बेहतर कर सकते हैं
  • जिस भी नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिलता है उसका लुत्फ उठाता हूं
  • मेरा फोकस अपना खेल और बेहतर करने पर रहता है

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : ऑलराउंडर हार्दिक पांडया की 71* रन आतिशी पारी के बावजूद भारत मंगलवार रात मोहाली में मेहमान ऑस्ट्रेलिया से पहले टी-20 क्रिकेट मैच में बेहद रोमांचक मैच में चार विकेट से हार गया। भारत की इस हार के बावजूद हार्दिक ने अपने साथी गेंदबाजों का खासतौर पर आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों धुनाई के बावजूद बावजूद उनका बचाव किया।

हार्दिक पांडया ने कहा, ‘ जहां तक आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में हमारी गेंदबाजी की बात है बेशक यहां थोड़ी बहुत चिंता जरूर होगी। हम अपनी योजना को गेंद से अमली जामा नहीं पहना सके। हमें अपने गेंदबाजों पर भरोसा करना होगा। हम सभी इस जानते हैं कि जसप्रीत बुमराह हमारे लिए कितने अहम है। जसप्रीत यदि मंगलवार को खेले होते तो बेशक बहुत फर्क पड़ता। चोट के बाद वापसी कर रहे जसप्रीत बुमराह पर दबाव डालने की बजाय जरूरत उन्हें पर्याप्त समय देने की है। बतौर टीम हम बेहतर प्रदर्शन करना चाहते हैं। हार बहुत कुछ सिखाती हैे। हार सिखाती है कि हम कहां बेहतर कर सकते हैं। हमारी टीम एक प्रोसेस (प्रक्रिया) से चलती है। टी-20 विश्व कप के शुरू होने से पहले हम यह पक्का करने की कोशिश करेंगे कि हमारा यह प्रोसेस बेहतर हो जाए । साथ ही हम यह भी जाने कि हम कहां बेहतर कर सकते हैं। मुझे अपनी टीम के खिलाडिय़ों पर भरोसा है। कुछ मैच में हार जीत से बहुत कुछ नहीं बदलता। बेशक हमारे गेंदबाज महंगे साबित हुए। आप किसी एक गेंदबाज की बात नहीं कर सकते है। ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने भी एक ओवर में 24-25 रन दिए। फिलहाल हमारी टीम के मौजूदा सभी 15 सर्वश्रेष्ठï क्रिकेटर हैं और इसीलिए ये टीम इंडिया में हैं।

बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले हार्दिक ने कहा, ‘ मुझसे पांचवेंं नंबर पर बल्लेबाजी करने को कहा गया है और मै कर भी रहा हूं। मैं खुद की टीम में बल्लेबाजी में पांचवें नंबर पर अपनी भूमिका देखता है। मुझे जब भी जिस भी नंबर पर बल्लेबाजी का मौका मिलता है उसका पूरा लुत्फ उठाता हूं। बल्लेबाजी मेरे दिल के बहुत करीब है। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुझे बल्लेबाजी करते हुए खेलने के कितनी गेंदें मिलती है। मुझे खेलने को दस ही गेंदें तो भी चलेगा। मैं जानता हूं कि हाल ही में मेरे लिए मैदान पर मेरे दिन अच्छे चल रहे हैं। मेरे लिए दिन बढिय़ा रहे तो भी मेरा फोकस अपना खेल और बेहतर करने पर रहता है। मेरा करियर ग्राफ जिस तरह का रहा है मैं अपने बढिय़ा प्रदर्शन और नाकामियों को बहुत तवज्जो नहीं देता। मैं शून्य पर आउट हुआ लेकिन मैंं ऐसे में शांत रहा। मंगलवार का मैच मेरे लिए निजी तौर अच्छा रहा और यह बीत गया। मुझे अब अगले मैच के लिए तैयार रह यह सुनिश्चित करना है मैं ऑस्ट्रेलिया की संभावित नई चुनौती के लिए तैयार रहूं। हमेशा अपने प्रतिद्वंद्वी से एक कदम आगे।’