पिंकी सिंघल
इस वर्ष 2022 के शारदीय नवरात्र आज अर्थात 26 सितंबर से प्रारंभ हो रहे हैं जो आगामी 5 अक्टूबर तक चलेंगे। इस साल मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आ रही हैं जो अपने सभी भक्तजनों का उद्धार करेंगी और दुष्टों पर प्रहार करेंगी। सभी भक्तजन मां के आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और मां के स्वागत की जोरों शोरों से तैयारियां भी कर रहे हैं।जगह-जगह पर पंडाल सज गए हैं और मां के स्वागत में सभी भक्तजन पलकें बिछाए उनकी बाट जोह रहे हैं।
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शारदीय नवरात्र में सभी भक्तजन अपने अपने स्तर पर मां का खूब श्रृंगार करेंगे और मां को प्रसन्न करने का हर संभव प्रयास भी करेंगे ताकि मां उनकी सभी इच्छाओं को पूरी करें और उन पर अपना आशीर्वाद बनाए रखें। सही भी है कि जब सच्चे मन से हम अपने इष्ट को आराध्य को पूजते हैं,मानते हैं,तो हमारी प्रत्येक मनोकामना पूरी होती है और मां तो मां होती है जो अपने बच्चों की सभी गलतियों को माफ करके उन्हें आशीर्वाद देती है और उनकी हर खतरे से रक्षा भी करती है।
शारदीय नवरात्र मेरी आप सभी से यही प्रार्थना है कि मां का स्वागत खूब धूम धड़ल्ले से करें और शारदीय नवरात्र खूब उत्साह पूर्वक मनाएं,मां के आदर सम्मान और पूजा अर्चना में कोई कमी न रखें, परंतु साथ ही साथ मां के सबसे प्रिय अवतार अर्थात कन्याओं और अपनी बेटियों को भी खूब प्यार दें,सम्मान दें और उनकी सुरक्षा का पूरा पूरा ध्यान रखें।घरों में बहू बेटियों में कोई भेद न समझें और बेटी को पराया धन न समझकर उसे अपना अभिमान अपना आत्मसम्मान समझें।बेटे बेटियों की परवरिश में कोई अंतर न रखें और बेटियों को भी सदैव आगे बढ़ सफ़लता की चोटी को छूने के लिए प्रेरित करें,प्रोत्साहित करें।
घरेलू हिंसा एवम अभद्र भाषा और अमानवीय कृत्य करने से न केवल दूसरों को अपितु ख़ुद को भी रोकें तथा समाज के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करें।यह तभी संभव है जब हम सभी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी ईमानदारी एवम प्रतिबद्धता के साथ करने का प्रयास करें,अपना नैतिक उत्थान करें एवम एक स्वस्थ समाज के निर्माण में सहायक बनें।