हॉकी विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में छाप छोडऩे को बेताब हूं : गुरजंट सिंह

  • मैं जानता हूं कि मुझे अपने खेल में अभी और सुधार की जरूरत
  • एफआईएच प्रो लीग में बढिय़ा प्रदर्शन के लिए मेहनत से जुटे हैं

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : लंबे कद के स्ट्राइकर गुरजंट सिंह लंबे समय से भारत की सीनियर पुरुष हॉकी में रहने के बावजूद अभी भी अपनी नियमित जगह बनाने की कोशिश में लगे हैं। 27 बरस के गुरजंट सिंह ने कहा, ‘मैं खुशकिस्मत हूं कि भारत की हाल ही में बर्मिंघम में राष्टï्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहा। मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं भारत की टोक्यो ओलंपिक में कांसा और बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में रजत पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहा। मैं जानता हूं कि मुझे अपने खेल में और सुधार की जरूरत है।मैं भारत के लिए भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले एफआईएच हॉकी पुरुष विश्व कप 2023 जैसे बड़े टूर्नामेंट में और बड़ी छाप छोडऩे को बेताब हूं। विश्व कप में खेलना हर खिलाड़ी का सपना होता है। मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे अपने ही दर्शकों के सामने विश्व कप में खेलने का मौका मिलेगा। मैं उम्मीद करता हूं अपने प्रशंसकों का समर्थन हमें अपना सर्वश्रेष्ठï खेल खेलने के लिए प्रेरित करेगा।’

भारत की 2016 में लखनउ में जूनियर पुरुष हॉकी विश्व कप जीतने वाली टीम के स्ट्राइकर गुरजंट ने कहा, ‘ हम एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2022-23 में बढिय़ा प्रदर्शन के लिए मेहनत से जुटे हैँ। प्रो लीग में बढिय़ा प्रदर्शन करने में कामयाब रहे तो हमारे लिएं 2023 के विश्व कप के लिए हौसला बढ़ाने वाला साबित होगा। हम निगाहें इस चुनौती पर लगी हैं और बतौर टीम बराबर और बेहतर करने के लिए कमर कसे हैं।’