द. अफ्रीका के खिलाफ सीरीज भारत के लिए टी-20 विश्व कप के अंतिम चरण की तैयारी

  • भारत को गेंदबाजी संयोजन को लेकर करनी होगी माथापच्ची
  • सभी निगाहें नवोदित अर्शदीप के बुमराह के साथ कदमताल करने पर
  • भारत के बल्लेबाजों के लिए तूफानी गेंदबाज रबाड़ा, नोकिया, लुंगी को खेलने का मौका

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा, केएल राहुल, विराट कोहली और सूर्य कुमार यादव जैसे अपने शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की बल्ले से शुरू से दे दनादन की रणनीति को अमली जामा पहनाने से हार के साथ आगाज के बाद शानदार वापसी कर फिलहाल दुनिया की नंबर एक टीम भारत की विश्व चैंपियन ऑस्ट्रेलिया पर तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 2-1 से जीत हौसला बढ़ाने वाली है। भारत अब मेहमान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुुधवार को तिरुवनंतपुरम में पहले टी-20 से शुरू तीन मैचों की सीरीज को अगले महीने ऑस्ट्रेलिया में शुरू हो रहे क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट के विश्व कप के ‘अंतिम चरणÓ तैयारी के रूप में लेगा। बेशक भारत के लिए अपने शीर्ष क्रम का रंग में लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार और धीमी गेंद से बल्लेबाज को जाल में फंसाने में माहिर कहे जाने वाले हर्षल पटेल की धुनाई से भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस टी-20 सीरीज में अपने गेंदबाजी संयोजन को लेकर माथापच्ची करनी होगी। भारत की कोशिश दक्षिण अफ्रीका से भी यह टी-20 सीरीज जीत पूरे विश्वास के साथ विश्व कप में उतरने की रहेगी। भारत टी-20 विश्व कप में सुपर 12 में अपने तीसरे मैच में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। इस लिहाज से दोनों टीमों के लिए यह टी-20 सीरीज खास रहेगी।

टी-20 विश्व कप के मद्देनजर प्रयोगों के क्रम में जून में नियमित कप्तान रोहित शर्मा और सदाबहार विराट कोहली को आराम दिए जाने और घुटने के ऑपरेशन के कारण केएल राहुल के उपलब्ध नहीं होने के बावजूद ऋषभ पंत की कप्तानी में भारत ने इस साल जून में 0-2 से पिछडऩे के बावजूद इशान किशन, ऋतुराज गायकवाड़ सहित नौजवान ऋषभ पंत की कप्तानी में तीसरा और चौथा टी-20 जीत दो -दो की बराबरी पाई थी जबकि बेंगलुरू का अंतिम मैच बारिश से धुल गया था।

पीठ की चोट के चलते भारत की टी-20 विश्व कप की टीम के लिए चुने गए ऑलराउंडर दीपक हुड्डïा के पीठ की चोट के चलते और कोरोना की चपेट में आने के बाद अभी भी पूरी तरह फिट होने में जुटे विश्व कप के लिए स्टैंडबाय मोहम्मद शमी के बाहर होने से भारत को तिरुवनंतपुरम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी-20 मैच में गेंदबाजी संयोजन को लेकर खासी उसकी परेशानी माथापच्ची करनी होगी। दरअसल स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर और चतुराई से धीमी गेंद करने में माहिर हर्षल पटेल की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मारधाड़ वाले आखिर के ओवरों में धुनाई के बावजूद कप्तान रोहित शर्मा ने उनके अनुभव और गेंदबाजी कौशल पर भरोसा जताया है। भारत के कप्तान रोहित ने कहा था बेशक मारधाड़ वाले आखिर के ओवरों में अपनी गेंदबाजी को लेकर चिंता जरूर है लेकिन भुवनेश्वर और हर्षल बेहद अनुभवी हैं और मात्र एक सीरीज में ढीली गेंदबाजी से आप इन दोनों जैसे सदाबहार गेंदबाजों को टीम से बाहर नहीं रख सकते है।

भारत के रोहित, केएल राहुल, विराट जैसे सदाबहार और सूर्य कुमार यादव से ‘संपूर्ण’ 360 डिग्री बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव के साथ ‘बुजुर्ग’ दिनेश कार्तिक के पास इस टी-20 सीरीज में दक्षिण अफ्रीका के आंद्रे नोकिया, कसिगो रबाड़ा, लुंगी एंगिडी और डवेन प्रिटोरियस जैसे तूफानी गेंदबाजों और केशव महाराज और तबरेज शम्सी जैसे दो अलग अंदाज के चतुर लेफ्ट आर्म स्पिनरों को अगले महीने टी-20 विश्व कप में भिडऩे से पहले अच्छी तरह भांपने का मौका रहेगा।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्ले से धमाल करने वाले ऑलराउंडर हार्दिक पांडया और भुवनेश्वर को टी-20 विश्व कप से पहले आराम दिए जाने पर दीपक हुड्डïा बतौर ऑलराउंडर हार्दिक और फिट रहने पर मोहम्मद शमी बतौर तेज गेंदबाज भुवनेश्वर का सही विकल्प साबित हो सकते थे। भारत की मंशा अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इस टी-20 सीरीज में यह भांपने की रहेगी कि भुवनेश्वर की गैरमौजूदगी में टी-20 विश्व कप के लिए चुने गए ‘यॉर्करÓ फेंकने में माहिर नवोदित तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह सदाबहार अनुभवी जसप्रीत बुमराह और हर्षल पटेल के साथ बतौर तेज गेंदबाज कितनी कदमताल कर पाते हैं। बड़े दिल वाले टी-20 विश्व कप की टीम में शामिल नवोदित तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह टी-20 सीरीज भारत की नियमित एकादश में जगह पाने के लिए अपनी दावेदारी मजबूत करने का मौका होगी।

दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाज अनुभवी कप्तान तेंबा बाउमा और क्विंटन डी कॉक की सलामी जोड़ी, एडेन मरक्रम, रेजा हैंड्रिक्स, डेविड मिलर, डवेन प्रिटोरियस, विकेटकीपर ट्रस्टन स्टब्स और हेनरिक क्लासेन पर निर्भर है। भारत को खासतौर पर क्विंटन डी कॉक और डेविड मिलर से चौकस रहना होगा। अब बुमराह के साथ अर्शदीप सिंह और हर्षल पटेल खासतौर आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों और भुवनेश्वर की गैरमौजूदगी में स्विंग के उस्ताद दीपक चाहर शुरू के पॉवरप्ले में लगातार चार ओवर फेंक दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों पर लगाम लगाने का दम रखते हैं। बीच के ओवरों में लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल में रनों पर लगाम लगाने के साथ दक्षिण अफ्रीका के विकेट चटकाने का भी दम है।