भारत की निगाहें अब अंतिम टी-20 भी जीत दक्षिण अफ्रीका का 3-0 से सफाया करने पर

  • भारत के गेंदबाजों के सामने आखिर के ओवरों द. अफ्रीका पर लगाम की चुनौती
  • केएल राहुल, रोहित, विराट व सूर्य सहित भारत का शीर्ष क्रम रंग में

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : कप्तान रोहित शर्मा और उपकप्तान केएल राहुल की सलामी जोड़ी के साथ विराट कोहली और 360 डिग्री बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव जैसे शीर्ष क्रम के भारत के बल्लेबाजों की शुरू से दे दनादन कर रनों की झमाझम करने की रणनीति का सफल रहना ऑस्ट्रेलिया में इसी होने वाले टी-20 विश्व कप से पहले उसे बेहद सुकून देना वाला है। अपने नाम के के मुताबिक सूर्य के बल्ले का दिन के साथ रात में भी चमकना साफ संकेत है कि वह क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट के विश्व कप में भारत की बल्लेबाजी की रीढ़ साबित होने वाले हैं। केएल राहुल और सूर्य के तूफानी अद्र्धशतकों और रोहित व विराट के अद्र्धशतक के बेहद करीब पहुंचने से भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट पर 237 रन बनाने के बाद मेहमान दक्षिण अफ्रीका को गुवाहाटी में रविवार रात दूसरे टी-20 में 4 विकेट पर 221 रन पर रोक 16 रन से हरा लगातार दूसरी जीत के साथ 2-0 की बढ़त ले तीन मैचों की सीरीज अपने नाम कर ली। अपने घर भारत ने मेहमान दक्षिण अफ्रीका से पहली बार टी-20 मैचों की सीरीज जीती। भारत की निगाहें अब इंदौर की सपाट पिच पर दक्षिण अफ्रीका को मंगलवार को तीसरे व आखिर टी-20 में भी हरा 3-0 से उसका सफाया करने पर टिकी हैं। इसके जरूरी होगा कि भारत के गेंदबाज आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में रन लुटाने से बचे और दक्षिण अफ्रीका के बल्लेेबाजों पर लगाम लगाए। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने भी ठीक ही कहा कि टीम के बल्लेबाज तो रंग में हैं, लेकिन आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में गेंदबाजों जरूर बेहतर गेंदबाजी करने की जरूरत है। भारत के गेंदबाज मंगलवार को आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में कसौटी पर होंगे।

दरअसल पीठ में चोट के कारण जसप्रीत बुमराह के एनसीए में होने फिट होने पर लगे सवालिया निशाना से उनके टी-20 विश्व कप मे खेलने को लेकर संदेह और गहराता जा रहा है। बुमराह की गैर मौजूदगी में भारत के तेज गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार हों, हर्षल पटेल या हार्दिक पांडया अंतिम ओवरों सभी की गेंदों पर रन बेहिसाब बहे। नौजवान अर्शदीप सिंह ने बेशक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच विकेट लिए, लेकिन दिलचस्प बात यह है कि ये सभी विकेट उन्होंने पहले पॉवरप्ले में ही लिए आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों वह भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रनों पर लगाम लगाने में नाकाम रहे हैं। दिलचस्प यह है कि सीरीज के पहले मैच में तिरुवनंतपुरम जहां भारत के गेंदबाज हावी रहे वहीं गुवाहाटी में दूसरे मैच में बल्लेबाज। भारत के बल्लेबाजों के तूफान में गुवाहाटी में मंगलवार को दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की चुनौती बह गई। गुवाहाटी में हार के बावजूद दक्षिण अफ्रीका के लिए डेविड मिलर का शतक और ओपनर क्विंटन डी कॉक का अद्र्बशतक जड़ टी-20 विश्व कप से पहले रंग में लौटना सुखद रहा। पहले टी-20 में दक्षिण अफ्रीका की आधी टीम मात्र 9 रन पर आउट हो गई थी और पूरी टीम 20 ओवर आठ विकेट पर 106 रन ही बना पाई थी और भारत ने आठ विकेट से मैच जीता था।

भारत के लिए अच्छी बात यह है कि टी-20 क्रिकेट में उसने अपना पांच विकेट पर 260 रन का सर्वोच्च स्कोर श्रीलंका के खिलाफ 2017 में इंदौर के मैदान पर बनाया था। भारत को अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा टी- 20 सीरीज में अपना तीसरा व अंतिम मैच इसी इंदौर के मैदान पर खेलना है। भारत चूंकि सीरीज जीत चुका है यह देखना दिलचस्प होगा कि वह जसप्रीत बुमराह का टी-20 विश्व कप के लिए विकल्प तलाशने के क्रम में इंदौर में हर्षल पटेल या दो विकेटकीपर- बल्लेबाजों-ऋषभ पंत और दिनेश कार्तिक में किसी एक को बाहर रख कर तीसरे और अंतिम टी-20 में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और उमेश यादव को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उतारेगा।

भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुवाहाटी में सीरीज का दूसरा टी-20 अपना सर्वोच्च टी-20 स्कोर चार विकेट पर 237 रन बनाने के बाद 16 रन से जीता और पिछली सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना छह विकेट पर 208 रन का सर्वोच्च स्कोर बनाने के बावजूद चार गेंदों के बाकी रहते चार विकेट से हार गया था। भारत की इन मैचों में जीत और हार में एक बात समान थी कि उसके गेंदबाजों के साथ उसकी दोनों प्रतिद्वंद्वी टीमों के तेज और स्विंग गेंदबाजों खूब पिटे। फिर चाहे वह ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस,जोश हेजलवुड हों या फिर कैमरून ग्रीन जैसे रफ्तार के सौदागर हों या फिर दक्षिण अफ्रीका के कसिगो रबाड़ा, ऑनरिक नोकिया, लुंगी एनगिडी या वेन परनैल जैसे रफ्तार से कहर पाने वाले गेंदबाज। तेज गेंदबाज को विकेट अपवाद के रूप में विकेट मिले। भारत के भुवनेश्वर, उमेश यादव, हर्षल पटेल, हार्दिक पांडया जैसे तेज गेंदबाज की भी खूब धुनाई हुई। चाहे वह भारत के लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल हों, ऑस्ट्रेलिया के लेग स्पिनर एडम जंपा या फिर अब मौजूदा सीरीज में दक्षिण अफ्रीका के लेफ्ट आर्म स्पिनर केशव महाराज-सभी अपेक्षाकृत किफायती रहे हैं।भारत पॉवरप्ले में गेंदबाजी करने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेफ्ट आर्म स्पिर अक्षर पटेल के साथ लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को भी शामिल कर अर्शदीप, दीपक चाहर और मोहम्मद सिराज के रूप में तीन तेज गेंदबाजों अर तीन स्पिनरों के साथ उतर सकता है।

‘पारी के अंत में मिलकर बेहतर गेंदबाजी की जरूरत’
‘मैं मानता हूं कि हमने पांच-छह मैचों में आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में अच्छी गेंदबाजी नहीं की और यह वाकई हमारे लिए चिंता है। आखिर के ओवरों हमारे गेंदबाजों को अपने प्रतिद्वंंद्वियों से चुनौती मिलेगी। हाल ही में हम अपनी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बराबर यही गलती करते चले आ रहे हैं। आखिर के मारधाड़ वाले ओवरों में गेंदबाजी करना मुश्किल होता है और मैच का नतीजा भी ज्यादातर यहीं तय होता है। हमें पारी के अंत में मिलकर बेहतर गेंदबाजी की जरूरत है। हम सभी बतौर टीम शुरू से दे दनादन अंदाज में बल्लेबाजी जारी रखना चाहते हैं, भले ही इसके नतीजे हमारे लिए मिले जुले रहे हों। हम चाहते हैं कि टीम में हरेक मैदान पर उतर कर अपनी भूमिका निभाए।
-रोहित शर्मा, भारत के कप्तान

हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की
हालात अलग थे लेकिन हमने अच्छी गेंदबाजी नहीं की। हम अपनी योजना को अमली जामा नहीं पहना सके। यदि 220 रन का लक्ष्य पीछा कर रहे तो हम जरूर कोशिश कर सकते लेकिन करीब 240 रन के पीछा करना वाकई बड़ी चुनौती था। अपनी इस शतकीय पारी से जरूर मिलर को आत्मविश्वास मिला होगा। स्थिति मुश्किल थी’
-तेंबा बाउमा, द. अफ्रीका के कप्तान

मैच का समय : शाम सात बजे से