रीड और शॉपमैन साल 2021-22 के एफआईएच के सर्वश्रेष्ठ कोच

  • रीड और शॉपमैन बोले, यह अवॉर्ड बड़ा सम्मान
  • ओलपिक में कांसे के साथ रीड ने तैयार किया भारत में खिलाडिय़ों का बड़ा पूल
  • शॉपमैन ने तैयार की बेखौफ हॉकी खेलने वाली भारतीय महिला टीम

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के चीफ कोच ऑस्ट्रेलिया के ग्राहम रीड और महिला हॉकी टीम की चीफ कोच नीदरलैंड की यांकी शॉपमैन को साल 2021-22 का एफआईएच का क्रमश: सर्वश्रेष्ठï पुरुष और महिला हॉकी कोच चुना गया। ग्राहम रीड और यॉकी शॉपमैन ने इस अवॉर्ड को बड़ा सम्मान जताया।

2019 में ऑस्ट्रेलिया के ग्राहम रीड के भारत की पुरुष हॉकी टीम के चीफ कोच की जिम्मेदारी संभालने के बाद टीम के खेल में बहुत सुधार हुआ। रीड के मार्गदर्शन में आठ बार कीचैंपियन भारत की पुरुष हॉकी ने 41 बरस बाद 2021 टोक्यो ओलंपिक मे कांसे के रूप में 2021 टोक्यो ओलंपिक में अपना पहला पदक जीता। 2022 में बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में ऑस्ट्रेलिया के हाथों बड़ी हार के बावजूद रजत पदक जीता। साथ ही रीड लुसाने में पहला एफआईएच हॉकी 5 जीतने वाली भारतीय टीम के कोच रहे। रीड के मार्गदर्शन में ही भारत एफआईएफ पुरुष हॉकी प्रो लीग 2021-22 में पहली बार शिरकत करते हुए तीसरे स्थान नीदरलैंड और बेल्जियम के बाद तीसरे पर रहा। भारतीय टीम ने 2021-22 एफआईएच प्रो लीग में कुल 62 गोल कर अपने प्रदर्शन से हर किसी को प्रभावित किया। यह एफआईएच प्रो लीग के इतिहास में किसी भी टीम द्वारा दागे सर्वाधिक गोल थे। रीड के मार्गदर्शन में एफआईएच प्रो लीग36 खिलाडिय़ों का भारत की नुमाइंदगी करना दर्शाता है उन्होंने टीम के लिए खिलाडिय़ों का बड़ा पूल तैयार किया है।

भारतीय महिला हॉकी टीम बीते बरस टोक्यो ओलंपिक में बहुत करीब से कांसे से चूक चौथे स्थान पर रही थी जहां वह टीम की एनालिटिकल कोच थीं। टोक्यो ओलंपिक के बाद शुएर्ड मराइन का करार पूरा होने के बाद शॉपमैन ने जब चीफ कोच की जिम्मेदारी संभाली तो तब उनके सामने भारतीय टीम को वहां से आगे ले जाने की जिम्मेदारी थी। यांकी शॉपमैन की दिक्कत यह रही कि भारत की करिश्माई स्ट्राइकर रानी रामपाल 2021-22 के लगभग पूरे सीजन में चोट के कारण एफआईएच प्रो लीग 2021-22 का पूरा सीजन, महिला हॉकी विश्व कप और राष्टï्रमंडल खेल जैसे बड़े टूर्नामेंट नहीं खेली। यांकी शॉपमैन ने भारत के चीफ कोच के रूप में 2021-22 के महिला एफआईएच हॉकी प्रो लीग में आगाज किया और इसमें टीम शानदार प्रदर्शन करते हुए जर्मनी, नीदरलैंड, स्पेन और अंतत: चैंपियन बनी अर्जेंटीना (शूटआउट में) तीसरे स्थान पर रही। शॉपमैन के मार्गदर्शन में भारतीय महिला टीम ने प्रतिद्वंद्वी टीम द्वारा दबाव बनाए जाने पर मजबूती से अपने किले की कूवत का दम भी दिखाया। भारत ने शूटआउट में अर्जेंटीना के खिलाफ शूटआउट में जीतने के साथ पूरे प्रो लीग सीजन में मात्र छह अंक गंवाए। शॉपमैन के मार्गदर्शन में भारत की टीम इसके बाद 2022 में एफआईएच महिला हॉकी विश्व कप में ज्यादातर मैचों में हावी रहने के बाद नौवें स्थान पर रही। भारतीय महिला टीम ने विश्व कप की निराशा को पीछे छोड़ दस दिन बाद ही बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में न्यूजीलैंड को शूटआउट में हरा कर 16 बरस बाद कांसे के रूप में फिर पदक जीता।

शॉपमैन ने बेखौफ हॉकी खेलने वाली भारत की ऐसी महिला टीम ऐसी तैयार जो हर समय मैदान पर सर्वश्रेष्ठï देने को बेताब दिखी। शॉपमैन ने भारतीय खिलाडिय़ों को खुद पर आत्मविश्वास करना सिखाया और खिलाड़ी मैदानदपर उतरने के बाद हर समय देश के सर्वश्रेष्ठï करने की कोशिश में दिखी। इसी विश्वास की झलक भारतीय महिला हॉकी टीम के बर्मिंघम राष्टï्रमंडल खेलों में कांसा जीतने के बाद जश्न में दिखाई।