दिल्ली में 195 देशों की जांच एजेंसियों का महासम्मेलन,प्रधानमंत्री मोदी करेंगे उद्घाटन

संदीप ठाकुर

आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर देश की राजधानी दिल्ली में 18 अक्टूबर
से इंटरपोल की 91वीं सालाना महासभा आयोजन होने जा रहा है। अपराधों की
रोकथाम के लिए विभिन्न देशों की पुलिस साथ मिलकर काम कर सके, इसके लिए
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाए गए दुनिया के इस सबसे बड़े पुलिस संगठन
इंटरपोल में 195 सदस्य देश शामिल हैं। इन सभी देशों के प्रतिनिधि प्रगति
मैदान में कल यानी 18 से 21 अक्टूबर तक आयोजित होने वाली इस एनुअल जनरल
असेंबली में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी कल इस महासभा का शुभारंभ करेंगे, वहीं 21 अक्टूबर को समापन
समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शिरकत करेंगे। सम्मेलन में
इंटरपोल के यूरोपीय देशों के साथ भारतीय पुलिस अधिकारियों की अलग-अलग
मुलाकातें हाेंगी। इसमें महासम्मेलन में अपराध कर भागे विजय माल्या-ललित
मोदी जैसे अपराधियों से लेकर साइबर क्राइम के प्रकरणों में यूरोप में
बैठकर अपराध करने वाले अपराधियों को लेकर विस्तृत चर्चा हाेने की उम्मीद
है। इसके साथ साथ आने वाले वर्षों में आपराधिक चुनौतियों का सभी देश कैसे
सामना करेंगे, कैसे आपसी समन्वय के साथ अपराध और अपराधियों पर नकेल कसी
जाएगी की रूपरेखा भी तैयार की जाएगी।

इंटरपोल की इस सालाना महासभा में शिरकत करने के लिए प्रतिनिधि दिल्ली
पहुंच चुके हैं। यह सिलसिला रात भर जारी रहेगा। सम्मेलन के इन चार दिनों
के दौरान नई दिल्ली इलाके में बड़ी तादाद में वीआईपी मूवमेंट्स भी होंगे,
जिसके चलते ट्रैफिक पर खासा असर पड़ने की आशंका है। इसे देखते हुए दिल्ली
ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी एक एडवाइजरी में लोगों को आगाह करने के साथ
साथ यह अपील भी की गई है कि जिनके दफ्तर नई दिल्ली में हैं या जो रोज नई
दिल्ली से होकर आते-जाते हैं, वो या तो अपने आने-जाने के समय में कुछ
बदलाव कर लें, या हो सके तो चार दिन घर से काम कर लें। लोगों को निजी
गाड़ियों की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट, खासकर बसों और मेट्रो का इस्तेमाल
करने और नई दिल्ली के उन रास्तों से बचकर निकलने की सलाह दी गई है, जिन
पर इस आयोजन के दौरान वीआईपी मूवमेंट बना रहेगा।

ट्रैफिक पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, इस महासभा में हिस्सा लेने के
लिए दिल्ली पहुंच रहे सदस्य देशों के डेलीगेट्स 7 अलग-अलग होटलों (ललित,
द इंपीरियल, शंग्रीला, ली मैरिडियन, द ओबेरॉय, हयात रीजेंसी और द अशोक)
में ठहरेंगे। इस दौरान एयरपोर्ट से होटल और वहां से प्रगति मैदान और
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के अलावा कुछ अन्य जगहों पर भी इन डेलिगेट्स का
मूवमेंट बना रहेगा। इसके चलते नई दिल्ली में करीब दो दर्जन प्रमुख सड़कों
पर ट्रैफिक प्रभावित हो सकता है। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को इन रास्तों
से बचकर निकलने की सलाह दी है, क्योंकि डेलिगेट्स के मूवमेंट के दौरान
कुछ रास्तों पर ट्रैफिक की आवाजाही को रोक कर वाहनों को दूसरे रास्तों पर
डायवर्ट किया जा सकता है। ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से सहयोग करने की अपील
करते हुए कहा है कि अगर वे नई दिल्ली से गुजरते हैं, तो एक्स्ट्रा टाइम
लेकर चलें और अगर एयरपोर्ट की तरफ आ-जा रहे हैं, तो बेहतर होगा कि दूसरे
रास्तों से होकर जाएं।

बताया जाता है कि भारत ने 2022 में अपनी आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के
यादगार वर्ष में इस सम्मेलन की मेजबानी का प्रस्ताव रखा था। भारत के
प्रस्ताव पर सम्मेलन में उपस्थित 126 देशों के प्रतिनिधियों ने मतदान
किया। इनमें से दो देशों पाकिस्तान और अजरबैजान ने विरोध किया, लेकिन
अन्य सभी 124 देशों ने अपनी सहमति दी थी । इंटरपोल एक तरह से
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस संगठन है, जिसमें भारत समेत 194 सदस्य देश
हैं। इंटरपोल का मुख्यालय फ्रांस के ल्योन में स्थित है। इसकी स्थापना
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक पुलिस आयोग के तौर पर 1923 में हुई थी। इंटरपोल की
हर बैठक की तरह इस बैठक में भी नार्को-टेररिज़्म, ड्रग सिंडिकेट, साइबर
क्राइम, कुख्यात गैंगस्टर्स के ठिकानों और फ्रॉड से जुड़े अपराधियों और
अपराध के पैटर्न पर न सिर्फ चर्चा होगी, बल्कि एक-दूसरे से साझा करने पर
सहमति भी बनाने का प्रयास किया जाएगा।