सचिन की क्रिकेट विरासत के सही वारिस है विराट
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : विराट कोहली वाकई उन खुशकिस्मत भारतीय क्रिकेटरों में से एक हैं जो अपने आदर्श भारत और दुनिया के सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठï बल्लेबाजों में एक सचिन तेंडुलकर के अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट खेले। विराट कोहली के करीब डेढ़ दशक के अंतर्राष्टï्रीय करियर के रिकॉर्ड और कामयाबियां इसकी गवाह हैं कि उन्होंने सचिन की बतौर बल्लेबाज शानदार भारतीय विरासत को बहुत शानदार ढंग से बढ़ाया। 5 दिसंबर , १९८८ को जन्में विराट कोहली आज 34 बरस के हो जाएंगे। भारत ही नहीं दुनिया के हर कोने में मौजूद में विराट के क्रिकेट प्रशंसक आज यानी शनिवार को उनके 35 वें जन्मदिन पर यही कामना करेंगे कि वह बस यूं ही निरंतर क्रिकेट के नए शिखर चूमते रहे। क्रिकेट में बतौर स्टार विराट अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में लगभग वही मुकाम हासिल कर चुके हैं जो सचिन तेंडुलकर को हासिल है। विराट कोहली की बल्लेबाजी में सचिन तेंडुलकर और सुनील गावसकर की सी तकनीकी दक्षता और संयम के साथ, वीरेन्द्र सहवाग, कपिल देव के साथ किंग विवियन रिचडर्स की तरह गेंदबाजों के हौसले पस्त कर देने वाले तेवर हैं। विराट और सचिन की बल्लेबाजी में सबसे बड़ी समानता है दोनों ही अपने विकेट की कीमत जानी और जाना मैच के मिजाज के मुताबिक गियर बदलनां। विराट के अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में शिखर पर पहुंचने में बचपन के क्रिकेट उस्ताद राज कुमार शर्मा के मार्गदर्शन व तपस्या का अहम योगदान रहा। विराट के बीते तीन बरस जूझने के बाद फिर रंगत पाने में भारतीय टीम के पूर्व और आरसीबी के मौजूदा बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ के साथ टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ का मार्गदर्शन अहम रहा।
विराट बल्लेबाजी में बेशक सचिन के बराबर नहीं है लेकिन इससे तो शायद ही कोई इनकार करेगा कि बतौर बल्लेबाज अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में फिलहाल वह उनके ठीक पीछे खड़े हैं। अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा कुल सौ शतक सचिन तेंडुलकर (टेस्ट में 51, वन में 49, ) के नाम हैं। सचिन के बाद फिलहाल अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में विराट कोहली (टेस्ट में 27, वनडे में 43, टी-20 में एक) और रिकी पॉन्टिंग ( टेस्ट में 41 और वन डे 30) के तीनों फॉर्मेट में समान रूप से कुल 71-71 शतकों के साथ संयुक्त रूप से दूसरे नंबर हैं। यह दर्शाता की सचिन की क्रिकेट विरासत के सही वारिस विराट ही हैं। सचिन तेंडुलकर( कुल 34,357 रन) अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में तीनों फॉर्मेट में कुल सबसे ज्यादा रन बनाने में पहले, पॉन्टिंग (27483 रन) दूसरे और विराट कोहली (24350 रन) तीसरे नंबर पर हैं। विराट फिलहाल अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने में सचिन से 10007 रन और पॉन्टिंग से 3133 रन पीछे हैं। सचिन तेंडुलकर ने 40 बरस और रिकी पॉन्टिंग ने 37 बरस की उम्र में अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। विराट अब 34 बरस के हो गए हैं और गजब इतने फिट हैं। विराट भी सचिन की तरह 40 बरस तक यानी अगले छह बरस और अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट खेल सकते हैं। विराट यदि पांच बरस भी और खेले तो वह सचिन के अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में कुल सौ शतकों के रिकॉर्ड को भले ही न तोड़ पाएं लेकिन वह उनके बाद निश्चित रूप से दूसरे नंबर तो बेशक दूसरे नंबर पर रहेंगे ही। विराट से उम्र में बस एक बरस छोटे इंग्लैंड के जो रूट (टेस्ट में 28 शतक, वन डे में 16शतक , कुल 20604 रन), न्यूजीलैंड के केन विलियमसन (टेस्ट में 24शतक, वन डे में 13 शतक, कुल 15960 रन) और स्टीव स्मिथ (टेस्ट में 28 शतक, वन डे मे 12 शतक, कुल 13387रन ) अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतकों और कुल रनों के लिहाज से बहुत पीछे हैं। फिलहाल विराट की तरह तीनों फॉर्मेट में विलियमसन ही खेल रहे हैं। रूट ने अपना अंतिम टी-20 मैच 2019 में खेला था और स्टीव स्मिथ का टी-20 क्रिकेट करीब करीब खत्म है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया ने मौजूदा टी-20 विश्व कप में शुरू के चार मैचों में उन्हें मौका ही नहीं दिया।
विराट कोहली मिजाज से आज भी मैदान पर आक्रामक दिखते हैं। बावजूद इसके अपने से वरिष्ठï साथी क्रिकेटरों को उन्होंने पूरा सम्मान दिया है। विराट और सचिन तेंडुलकर का परिवेश कमोबेश एक सा रहा है। दोनों ने मध्यमवर्गीय परिवारों से आकर क्रिकेट के अपने समर्पण के बूते क्रिकेट के वे शिखर चूमे कि क्रिकेट की मौजूदा और आने वाली पीढिय़ों के लिए आदर्श बन गए। मैदान पर शुरू से सर्वश्रेष्ठï बनने के जुनून और गजब की फिटनेस ने ही विराट कोहली को आज दुनिया का सर्वश्रेष्ठï क्रिकेट बनाया। विराट कोहली को हार सख्त नापसंद है और इसीलिए उन्होंने खुद को दुनिया के सर्वश्रेष्ठï क्रिकेटरों के रूप में स्थापित करने की थामी। 2008 में दाम्बुला में वन डे से भारत के लिए अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट का आगाज करने के बाद 14 बरस के करियर में पिछले तीन बरस को छोड़ दें तो वह एक दशक से भी ज्यादा दुनिया के हर मैदान पर खासतौर पर ऑस्ट्रेलिया जैसी दुनिया की नंबर एक टीम के खिलाफ उसके घर में बेहतर और बेहतर करने को प्रतिबद्ध दिखे । विराट बतौर क्रिकेटर अपनी प्रतिबद्धता से भारतीय ही नहीं बल्कि दुनिया बल्लेबाजों के लिए ‘पैमाना’ बन गए।
विराट एक महीने के आराम के बाद अफगानिस्तान के खिलाफ यूएई में एशिया कप में इस साल सितंबर मे तीन बरस बाद अंतराष्टï्रीय क्रिकेट में फिर शतक जडऩे की राह पर लौटे। यह विराट कोहली का क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में भारत के लिए कुल मिलाकर 71 वां शतक था। विराट ने इसके बाद अपने घर में भारत को पहले मेहमान ऑस्ट्रेलिया और फिर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक -एक अद्र्बशतक जड़ तीन-तीन टी-20 सीरीज मैचों की 2-1 के समान अंतर से जिताने के साथ अपनी रंगत जारी रखी। विराट के लिए सचिन के रिकॉर्ड ही संभवत: अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में बेहतर और निरंतर बेहतर करने की सबसे बड़ी प्रेरणा है। सबसे अहम बात यह है कि विराट ने अपने आदर्श भारत ही नहीं दुनिया के सर्वकालीन महानतम बल्लेबाज में से सचिन तेंडुलकर की तरह किसी भी फॉर्मेट में खेलते हुए अपनी तकनीक पर हमेशा यकीन रखा। ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे मौजूदा टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप 2 में पहले, नीदरलैंड के खिलाफ दूसरे और फिर बांग्लादेश के खिलाफ सुपर 12 मैचों में तीन अद्र्बशतक जडऩे के साथ कुल 220 रन बनाकर शीर्ष पर पहुंच गए हैं। विराट कोहली (1065 रन) अब टी-20 विश्व कप के इतिहास में महेला जयवद्र्धने (1016 रन) को पीछे छोड़ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए। विराट कोहली ने बुधवार को 16 रन बनाते ही महेला को पीछे छोड़ दिय। विराट अब टी-20 विश्व कप में सबसे ज्यादा 13 अद्र्बशतक जडऩे वाले बल्लेबाज बन गए और उनके बाद भारत के कप्तान रोहित शर्मा और क्रिस गेल नौ नौ अद्र्बशतक के साथ दूसरे पर हैं। विराट की अपनी कप्तानी में भारत को भले ही कोई आईसीसी क्रिकेट ट्रॉफी नहीं जिता पाए लेकिन बतौर क्रिकेट 2011 में भारत को श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी वन डे विश्व कप जिताने में अहम भूमिका अदा की थी। अब बेशक विराट की तमन्ना भारत को ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप जिताने की होगी। इस क्रम में अब विराट और टीम इंडिया का फोकस अब मेलबर्न में रविवार को जिम्बाब्वे से अपना अंतिम सुपर 12 मैच जीत कर ग्रुप 2 में पांच मैचों में चार जीत के साथ शीर्ष पर रहकर सेमीफाइनल में पर होगा।
बल्लेबाज टेस्ट रन शतक अद्र्धशतक
सचिन तेंडुलकर 200 15921 51 68
वन डे
463 18426 49 96
टी 20
1 10 – –
विराट कोहली
102 8074 27 28
वन डे
262 12344 43 64
टी 20
113 3932 1 36
रिकी पॉन्टिंग
168 13378 41 62
वन डे
375 13704 30 82
टी 20
17 401 2
-*आंकड़े मौजूदा टी-20 विश्व कप में भारत-बांग्लादेश मैच तक