रविवार दिल्ली नेटवर्क
जम्मू : केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर नेकहा कि घरेलू पर्यटन सर्किट में महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं और स्वास्थ्य, स्वास्थ्य देखभाल एवं साहसिक या खेल जैसी अन्य गतिविधियों की ओर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। इस प्रकार विविध कौशल और अवसरों की मांग को प्रोत्साहन मिला है।
उन्होंने यहां पटनीटॉप में होटल उद्योग के प्रमुखों के साथ एक बैठक करके उनसे स्थानीय संसाधानों के अनुरूप पर्यटन को बढ़ावा देने की अपील की। राज्यमंत्री ने उनसे पटनीटॉप को आकर्षक पर्यटन स्थल बनाने के लिए एक रोडमैप तैयार करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि रोड ट्रिप, कम जानकारी वाले स्थान, अल्पकालिक किराये या घर में रहने की सुविधाएं अधिक प्रचलन में हैं और होटल उद्योग को इन परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए गंतव्य के लिए रिवायत को लेकर निर्णय लेना चाहिए। उन्होंने कहा, “पर्यटन का महत्व मानवीय रिश्ते से है। पटनीटॉप को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पर्यटन बिरादरी को उपलब्ध व आवश्यक संसाधनों एवं कौशल को लेकर अध्ययन, मूल्यांकन और विचार-विमर्श करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र की मोदी स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास पर जोर देते हैं। श्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि स्थानीय शिल्पकारों को बाजार से जोड़ने में स्वयं सहायता समूह बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
राज्यमंत्री ने कहा, ‘‘पिछले साल हमारा हस्तशिल्प निर्यात लगभग 2 अरब डॉलर का था और इसमें से ज्यादातर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से हुआ था। इसलिए व्यक्तिगत शिल्पकार की मदद करने के लिए, एसएचजी बाजार तक पहुंच के लिए एक सेतु के रूप में मदद कर सकते है।’’
राज्यमंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने छात्रों और पर्यटन क्लबों के सदस्यों से भी मुलाकात की जिन्होंने पटनीटॉप को विकसित करने के संबंध में उनके साथ अपने विचार साझा किए। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के छात्रों के साथ एक अन्य बैठक में श्री राजीव चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री मोदी के नये भारत की परिकल्पना का जिक्र करते हुए बताया कि किस प्रकार इलेक्ट्रॉनिक्स/सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग और डिजाइन के क्षेत्र में उनके लिए जबरदस्त अवसर उपलब्ध हैं।
इससे पहले दिन में श्री राजीव चंद्रशेखर ने पटनीटॉप में स्वच्छता अभियान शुरू किया और लोगों से इस मनोरम पर्यटन शहर को स्वच्छ और प्लास्टिक मुक्त रखने का आग्रह किया।
उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की जिसमें उनके सामने आने वाली चुनौतियों और बाजार से जुड़ाव एवं क्षमता निर्माण को लेकर उपलब्ध अवसरों पर चर्चा की गई। उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की और उन्हें उनके मुद्दों और चुनौतियों से अवगत कराया गया।
इसके बाद जम्मू में राज्यमंत्री ने राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान और क्षेत्रीय कौशल विकास और उद्यमिता निदेशालय का दौरा किया। उन्होंने कंप्यूटर सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन ट्रेड की प्रयोगशाला सहित परिसर के विभिन्न खंडों का मुआयना किया और प्रशिक्षुओं व स्टाफ सदस्यों से बातचीत भी की।
कौशल विकास निदेशक, जम्मू कश्मीर श्री सुदर्शन कुमार और श्री एस. शांतिमनलन, क्षेत्रीय निदेशक एवं श्री. वीके सक्सेना, प्राचार्य, एनएसटीआई, श्रीनगर भी इस अवसर पर मौजूद थे।