विराट और हार्दिक के अर्धशतक भारत के काम नहीं आए, इंग्लैंड फाइनल में

  • बटलर और हेल्स की तूफानी भागीदारी से इंग्लैंड ने भारत को दी दस विकेट से शिकस्त
  • टूट गया भारत और पाकिस्तान के बीच फाइनल का सपना
  • गेंदबाजी इकाई के रूप में नाकामी भारत को पड़ी भारी
  • सूर्य का क्षणिक हड़बड़ी में नाजुक वक्त पर आउट होना भारत को महंगा पड़ा

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : विराट कोहली और हार्दिक पांडया के अलग -अलग अंदाज में जड़े बेहतरीन अर्धशतक भी भारत के काम नहीं आए। 360 डिग्री समग्र बल्लेबाज सूर्य कुमार यादव की क्षणिक हड़बड़ी के कारण नाजुक वक्त पर आउट होने और अपने गेंदबाजों की इकाई के रूप में नाकामी के चलते भारत बृहस्पतिवार को इंग्लैंड से आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप सेमीफाइनल में एडिलेड में दस विकेट से हार कर बाहर हो गया। भारत की आईसीसी टूर्नामेंट में सेमीफाइनल जैसे बड़े मंच पर नॉकआउट मुकाबलों में नाकामी का सिलसिला जारी रहा। भारत की इस हार से उसके और चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के बीच फाइनल का सपना टूट गया। इंग्लैंड अब रविवार को फाइनल में पाकिस्तान से भिड़ेगा। भारत ने पहले पॉवरप्ले में शुरू के छह ओवर में केएल राहुल (5) का विकेट 36 रन बनाए। वहीं इंग्लैंड ने बदली रणनीति से खेल कर पहले पॉवरप्ले के शुरू के छह ओवर में सेे दनादन कर बना कोई विकेट 63 रन जोड़ उसकी जीत की नींव रख दी। भारत के कप्तान रोहित शर्मा इंग्लैंड के बल्लेबाजों के शुरू से ही आक्रामक तेवरों के सामने हड़बड़ा गए और उनकी सब रणनीति धरी की धरी रह गई।

विराट (50 रन, 40 गेंद, एक छक्का, चार चौके) और हार्दिक ((63 रन, 33 गेंद, पांच छक्के, चार चौके) की चौथे विकेट के लिए 40 गेंदों में 61 रन की अहम भागीदारी की बदौलत भारत ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर सधे आगाज के बाद छह विकेट पर 168 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। भारत ने अंतिम पांच ओवर में 68 रन और अंतिम छह में कुल 78 रन जोड़े। जवाब में कप्तान जोस बटलर (नॉटआउट 80 रन, 49गेंद, तीन छक्के, 9 चौके )और मैन ऑफ द मैच अलेक्स हेल्स (नॉटआउट 86, 47 गेंद, सात छक्के, 4 चौके) की सलामी जोड़ी ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर इंग्लैंड को 1६ ओवर में बिना विकेट रन 170 रन बना कर मैच जिता फाइनल में पहुंचा दिया। मोहम्मद शमी के तीसरे ओवर की अंतिम गेंद पर कप्तान बटलर ने लॉग्न ऑन के उपर से उड़ाकर इंग्लैड को शानदार अंदाज में जीत दिलाई। बटलर और हेल्स ने खासतौर पर भारत के स्विंग के उस्ताद भुवनेश्वर कुमार, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद शमी को शुरू से ही निशाना बना कर उनकी लय बिगाड़ी ही अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और लेफ्ट आर्म स्पिनर अक्षर पटेल के खिलाफ भी शुरू से आक्रामक तेवर दिखाकर उनकी भी लय बिगाड़ दी।

विराट कोहली पारी के 18 वें ओवर में इंग्लैंड के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन (3/43) को उड़ाने के फेर शॉर्ट थर्ड मैन पर आदिल रशीद को कैच थमाया। हार्दिक पांडया (63 रन, 33 गेंद, पांच छक्के, चार चौके) ने भारत की पारी की अंतिम गेंद को उड़ाने के फेर में हिट विकेट हो गए। इंग्लैंड के लेग स्पिनर आदिल रशीद ने सबसे खतरनाक माने जा रहे सूर्य कुमार यादव ((14 रन, 10 गेंद, एक छक्का, एक चौके) को अपने चौथे व आखिरी व पारी के 12 वें ओवर में फिल साल्ट के हाथों कैच कराया और संभवत: यही सेमीफाइनल का निर्णायक मोड़ रहा। यदि सूर्य (कुल 239 रन) ने थोड़ा धैर्य दिखाया होता तो वह ज्यादा देर क्रीज पर ठहरे होते तो भारत और बड़ा स्कोर तक पहुंच सकता था।

हार्दिक ने भारत की पारी के अंतिम पूर्व में सैम करेन को और अंतिम ओवर में जॉर्डन को निशाना बनाया और भारत ने अंतिम दो ओवर में 32 रन जोड़े। हार्दिक ने इंग्लैंड के सबसे कामयाब गेंदबाज जॉर्डन की गेंदों पर तीन और करेन की गेंद पर दो छक्के जड़े। हार्दिक ने भारत की पारी के19 वें ओवर में सैम करेन के अंतिम गेंद पर चौका जड़ अपना अद्र्धशतक पूरा किया। विराट कोहली (कुल 296 रन) का बल्ला एक फिर बोला और मौजूदा संस्करण में चार अद्र्बशतकों के साथ रन बनाने के साथ शीर्ष पर हैं। विराट कोहली का क्रिकेट के इस सबसे छोटे फॉर्मेट के विश्व कप में यह 14 अद्र्धशतक है। विराट कोहली ने लियम लिविंगस्टोन की गेंद जड़ कर एक्सट्रा कवर के बीच से चौका जड़ भारत के स्कोर को 100 पर पहुंचाने के साथ टी-20 अंतर्राष्टï्रीय क्रिकेट में चार हजार रन पूरे करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज बन गए। जॉर्डन ने विराट और हार्दिक को आउट करने के साथ भारत के कप्तान रोहित शर्मा ( 27 रन, 28 गेंद, चार चौके) का भी विकेट चटकाया। केएल राहुल और रोहित शर्मा की सलामी जोड़ी ने पहले बल्लेबाजी की दावत पाकर भारत की पारी का आगाज किया। केएल राहुल (5)ने बेन स्टोक्स की पहली गेंद पर चौका जरूर लगाया लेकिन अगले ओवर में क्रिस वॉक्स की उम्मीद से ज्यादा उछली ऑफ स्टंप के बाहर जाती गेंद पर बल्ला अड़ाया और इंग्लैंड के कप्तान विकेटकीपर जोस बटलर ने कैच लपकने में कोई गलती नहीं की। भारत ने केएल राहुल के रूप में पहला विकेट मात्र 9 रन पर ही गंवा दिया। विराट कोहली ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सैम करेन के अगले ओवर की दूसरी गेंद पर बल्ला अड़ाया लेकिन गेंद पहली स्लिप में खड़े मोइन अली के हाथों में जाने से पहले ही गिर गई तब उनका निजी स्कोर मात्र एक रन था। विराट ने वॉक्स के दूसरे ओवर की पहली गेंद को कवर के उपर से उड़ा अपना और भारत की पारी का पहला छक्का जड़ा। कप्तान रोहित शर्मा ने सैम करेन के दूसरे भारत की पारी के पांचवें ओवर में आक्रामक तेवर अपना कर उनकी दूसरी गेंद को मिड विकेट के उपर से और तीसरी गेंद को मिड विकेट के उपर से उड़ा चौके जड़े लेकिन चौथी गेंद को बैकवर्ड पॉइंट के उपर से उड़ाने की कोशिश की लेकिन गेंद उनकी उंगलियों को छूकर निकल गई और तब उनका खुद का स्कोर 13 और भारत का स्कोर एक विकेट पर 30 रन पर था। इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने पहले पॉवरप्ले के छठे और अंतिम ओवर में गेंद अपने तुरुप के लेग स्पिनर आदिल राशिद को सौंप दी और रोहित शर्मा ने उनका स्वागत बैकवर्ड पर चौके के साथ किया। भारत ने छह ओवर के पहले पॉवरप्ले में केएल राहुल का विकेट खोकर 38 रन बनाए तब कप्तान रोहित तीन चौकों की मदद से 20 और विराट एक छक्के की मदद से 12 रन बनाकर क्रीज पर थे। कप्तान रोहित ने राशिद के दूसरे ओवर की पांचवीं गेंद पर एक रन दौड़ कर 7.5 ओवर में भारत के स्कोर को 50 रन तक पहुंचाया। कप्तान रोहित (28 रन, 27 गेंद) पारी के नौवें और तेज गेंदबाज क्रिस जॉर्डन के पहले ही ओवर की पांचवीं गेंद को वाइड लांग्न के उपर से उड़ाने के फेर में सेम करेन के हाथों लपके गए। रोहित के रूप में भारत ने दूसरा विकेट 56 रन पर गंवाया। भारत ने शुरू के दस ओवर में दो विकेट खोकर 62 रन बनाए तब विराट कोहली एक चौके और एक छक्के की मदद से 23 गेंदों पर 26 और सूर्य कुमार यादव तीन रन बनाकर क्रीज पर थे। इंग्लैंड के कप्तान बटलर ने नई गेंद से बेन स्टोक्स से गेंदबाजी का आगाज कराने के साथ शुरू के 10 ओवर में में छह गेंदबाजों को आजमाया और इनमें तेज गेंदबाज क्रिस वॉक्स व सैम करेन ने दो-दो तथा और लेग स्पिनर आदिल रशीद ने तीन ओवर फेंके।

गेंदबाजी में हमारा आगाज ठीक नहीं रहा : रोहित शर्मा
भारत के कप्तान रोहित शर्मा इंग्लैंड के हाथों एडिलेड में आईसीसी टी-20 क्रिकेट विश्व कप सेमीफाइनल में में दस विकेट से हार के बाद बेहद परेशान दिखे। भारतीय टीम के मैदान से बाहर आने पर रोहित की आंखों से आंसू झलक आए। भारत ने धीमे आगाज के बावजूद निर्धारित 20ओवर में छह विकेट पर168 रन बनाए। कप्तान जोस बटलर और अलेक्स हेल्स के अविजित अद्र्धशतकों की बदौलत इंग्लैंड ने चार ओवर के बाकी रहते बिना कोई विकेट खोए 170 रन बनाकर दस विकेट से मैच जीत लिया। भारत के गेंदबाज इंग्लैंड का एक भी विकेट चटकाने में नाकाम रहे।

रोहित ने भारत की हार पर टिप्पणी करते हुए, ‘मेरा मानना है कि हमने अपनी पारी के आखिरी में खासी अच्छी बल्लेबाजी कर एक चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रहे। एडिलेड की पिच ऐसी नहीं थी कि जहां स्कोर को 16-17 में हासिल कर लिया जाता। बेशक ऐसा भी होता है। हमने गेंद से अच्छा आगाज नहीं कहा। यह दर्शाता है कि हम गेंदबाजी करते हुए शुरुआत करते हुए कुछ नर्वस थे। हमारा गेंदबाजी में हमारा आगाज ठीक नहीं रहा। मैं फिर यही कहूंगा कि हमें इंग्लैंड के दोनों सलामी बल्लेबाजों की इस बात के लिए सराहना करनी होगी कि दोनों वाकई बढिय़ा खेले। मेरा मानना है जब भुवी ने पहला ओवर किया तो गेंद कुछ स्विंग जरूर हुई लेकिन सही जगह नहीं। हम कसी हुई गेंदबाजी करना चाहते और बल्लेबाज को स्ट्रोक लगाने का मौका नहीं देना चाहते थे। हम जानते थे कि एडिलेड में स्कवॉयर ऑफ द विकेट रन बन सकते हैं और यही रन बने भी। हमने कसी हुई गेंदबाजी करने की बाबत बात की लेकिन बृहस्पतिवार को ऐसा नहीं हो सकता और यही हमारे लिए कुछ निराशाजनक है।’

उन्होंने कहा, ‘जहां तक नॉकआउट चरण में दबाव को झेलने की बात है तो यह खिलाड़ी विशेष पर निर्भर करता है। आप किसी को यह नहीं बता सकते कि दबाव कैसे झेलना है। हमारे ये सभी खिलाड़ी पर्याप्त क्रिकेट खेल चुके है और दबाव क्या होता अच्छे से समझते हैं। हमारे ये खिलाड़ी आईपीएल में प्ले ऑफ जैसे बड़े दबाव वाले मैच खेल चुके हैं। अहम यह है कि आप दबाव को किस तरह झेलते हैं। दबाव में जरूरत खुद को शांत रखने की होती।’