संदीप ठाकुर
आफताब ने हत्या की साजिश कुछ इस तरह बुनी थी कि उस तक पहुंचने में दिल्ली
पुलिस के पसीने छूट गए। आखिरकार 6 महीने बाद वह पुलिस के हत्थे चढ़ा।
मोहब्बत से मर्डर की ये खूनी कहानी है राजधानी के महरौली इलाके की। अपनी
ही प्रेमिका के 35 टुकड़े करने वाले आरोपी आफताब को गिरफ्तार किया गया
है। वह आधी रात को 2 बजे के आसपास घर से निकलता था और शव के टुकड़े
फेंकता था। वह जंगल में शव के टुकड़े फेंकता था ताकि जंगली जानवर उसे खा
सकें। उसकी इस क्रूरता ने पुलिस से लेकर उसके दोस्तों,रिश्तेदारों सब काे
हिला कर रख दिया है। प्रेमिका का भरपूर शारीरिक दोहन करने वाले आफताब ने
न तो दोस्ती की फिक्र की और न ही प्यार के बंधन का लिहाज।
मासूम से दिखने वाले आफताब की यदि आप देख लें तो आपको यकीन नहीं होगा कि
यह शख्स इतनी घिनौनी और क्रूर वारदात को अंजाम दे सकता है। इसका पूरा नाम
आफताब अमीन पूनावाला है। श्रद्धा वाकर महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली
थी। मुंबई के कॉल सेंटर में श्रद्धा से आफताब की मुलाकात हुई। मुलाकात
दोस्ती में और दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और फिर
लिव…इन…रिलेशनशिप। आरोप है कि शातिर आफताब ने बड़ी ही प्लानिंग के
साथ श्रद्धा की हत्या को अंजाम दिया। जिस श्रद्धा ने आफताब के प्यार में
अपने माता-पिता को ठुकरा दिया था। उसको उसके प्यार ने ही धोखा दे दिया।
श्रद्धा बस आफताब से शादी करना चाहती थी। लेकिन आफताब इससे इनकार करता
रहा। श्रद्धा के बार-बार के दबाव के बाद आफताब ने मन ही मन एक खौफनाक
प्लानिंग बना ली और श्रद्धा को खत्म कर दिया।
बकौल श्रद्धा के माता-पिता श्रद्धा ने बताया था कि आफताब उसके साथ मारपीट
करता था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आफताब श्रद्धा से शादी नहीं करना
चाहता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आफताब ने डेक्सटर वेब सीरीज (हॉलीवुड
की वेब सीरीज) देख कर हत्या की प्लानिंग की। जब श्रद्धा के माता-पिता का
काफी दिनों तक बेटी से संपर्क नहीं हो पाया तो उन्होंने महरौली पुलिस को
इसकी जानकारी दी थी। पुलिस ने पूरी घटना बताई तो सुनने वालों के भी
रोंगटे खड़े हो गए। दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों 15 मई को
दिल्ली में शिफ्ट हुए थे और ठीक इसके कुछ दिन बाद आफताब ने श्रद्धा की
हत्या कर दी थी। 18 मई को किसी बात पर दोनों में झगड़ा हुआ तो आफताब अमीन
पूनावाला ने गला घोंटकर श्रद्धा की हत्या कर दी।घर में रखे आरी से उसने
श्रद्धा के शव के 35 टुकड़े कर डाले। आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने के
बाद उसके शव को 18 दिन तक घर में रखा। शव के टुकड़े रखने के लिए उसने
फ्रिज खरीदा। वह हर रोज शव के एक टुकड़े को घर के बाहर ठिकाने लगाता था।
घर में शव की बदबू ना आए इसके लिए वह अगरबत्ती जलाता था। पिट्ठू बैग में
रोजाना वह श्रद्धा के शव के टुकड़े को बाहर लेकर जाता था और उसे फेंक आता
था। सूत्रों के मुताबिक, हत्या के बाद भी वह राेज की तरह ऑफिस आता जाता
था।
दरअसल जब श्रद्धा ने अपने घरवालों के फोन कॉल रिसीव करने बंद कर दिए ताे
गत 8 नवंबर को उसके पिता विकास मदान अपनी बेटी का हालचाल जानने के लिए
दिल्ली पहुंचे। जब वह फ्लैट पर आए तो दरवाजा बंद था। उन्होंने महरौली
पुलिस से संपर्क किया और किडनैपिंग की शिकायत दर्ज कराई। उनकी शिकायत के
आधार पर ही पुलिस ने शनिवार को पूनावाला को गिरफ्तार कर लिया। जांच के
दौरान उसने बताया कि दोनों में लड़ाई होने लगी थी क्योंकि श्रद्धा उससे
शादी करना चाह रही थी। शुरुआती पुलिस जांच में आफताब ने हत्या की बात
कबूल की है। पुलिस ने मर्डर का केस दर्ज कर श्रद्धा के शव की तलाश शुरू
कर दी है।