हमें बाकी मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी किलेबंदी को और मजबूत करना होगा: हरमनप्रीत

कोशिश करनी होगी हम ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी कॉर्नर न बनाने दे

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर में से एक हरमनप्रीत सिंह की अगुआई में भारतीय हॉकी मेजबान ऑस्ट्रेलिया से एडिलेड में पांच मैचों की हॉकी सीरीज के शुरू के दो मैच 4-5 और 4-7 से हार कर 0-2 से पिछड़ रही है। भारत के सामने अब दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी चुनौती बनाए रखने के लिए बुधवार को तीसरे मैच सहित अगले तीनों मैच जीतने की मुश्किल चुनौती है। भारत और ऑस्ट्रेलिय, दोनों ही टीमों का मानना है कि मौजूदा सीरीज के ये मैच उनके लिए भारत में 13 जनवरी से भुवनेश्वर और राउरकेला में होने वाले ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व कप की तैयारियों के लिए खासे अहम हैं।

भारत के कप्तान हरमनप्रीत शुरू के दोनों मैचों में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार का विश्लेषण करते हुए कहा, ‘हमने शुरू के इन दोनों मैचों में की अपनी गलतियों का आकलन किया। ऑस्ट्रेलिया ने हमारे किले में मामूली सी भी दरार देख तो उसका पूरा लाभ उठा कर सेट प्ले से गोल दागे। अब हमें बाकी मैचों ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी किलेबंदी को और मजबूत करना होगा। जहां तक तेज रफ्तार से खेले गए सीरीज के शुरू के दोनों मैचों की बात है तो मैं बस यही कहूंगा कि दोनों ही टीमों ने अपनी पूरी ताकत आक्रमण में झोंक दी और बहुत पेनल्टी कॉर्नर भी बनाए। हमने जहां पेनल्टी कॉर्नर बनाने के साथ उन्हें गोल में भी बदला वहीं हमने ऑस्ट्रेलिया को कई पेनल्टी दिए। हमें अब अगले तीनों मैचों में यही कोशिश करनी होगी हम ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी कॉर्नर न बनाने दें। सूझबूझ और मजबूती गेंद को रोक अपने कब्जे में करने के साथ जवाबी हमले हमारी ताकत हैं। हम रफ्तार और फिटनेस के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया के बराबर हैं। हमने मैचों में अच्छा आगाज किया और पहले क्वॉर्टर में गोल में किए। हमारे मोहम्मद रहील और सुखजीत सिंह जैसे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली बार खेल रहे नौजवान खिलाडिय़ों ने दबाव में अच्छा प्रदर्शन किया। मेरा मानना है हमने जनवरी में विश्व कप की तैयारी के क्रम में हमने ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ खेल बढिय़ा अनुभव हासिल हुआ। अब हमारी निगाहें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाकी तीन मैचों पर लगी है।
बुुधवार का मैच : दोपहर डेढ़ बजे से (भारतीय समयानुसार)।