दीपक कुमार त्यागी
- दिल्ली व पंजाब की विधानसभा के बाद अब दिल्ली नगर निगम यानी कि ‘एमसीडी’ में भी काबिज़ हुए ‘अरविंद केजरीवाल’
- भारत की राजनीति में बहुत ही कम समय में आम जनमानस के बीच बेहद महत्वपूर्ण स्थान बनाने में कामयाब ‘अरविंद केजरीवाल’
- आम जनमानस के लिए राजनीति में एक बेहद सशक्त नया विकल्प बन कर बहुत ही तेजी से उभरे ‘अरविंद केजरीवाल’
भारत की राजनीति इतनी ज्यादा जटिल और अनिश्चिता से परिपूर्ण है कि यहां पर राजनीति में बहुत लंबे समय तक कार्य करने के बाद भी राजनेताओं को छोटी व बड़ी किसी भी प्रकार की सफलता मिलने की संभावना बेहद कम होती है। भारतीय राजनीति में चंद ही लोग ऐसे सौभाग्यशाली हैं जो कि राजनीति में आये और जनता के दिलोदिमाग पर आते ही एकदम से जबरदस्त ढंग से छा गये, हालांकि दिल्ली के मुख्यमंत्री ‘अरविंद केजरीवाल’ उन्हीं में से ही एक शख्सियत हैं। उन्होंने वर्ष 2011 में समाजसेवी अन्ना हजारे के जन लोकपाल के आंदोलन के माध्यम से राजनीति में पदार्पण करने का कार्य किया था। ‘अरविंद केजरीवाल’ ने वर्ष 2011 के अन्ना आंदोलन की अपनी मेहनत को जल्द ही भुनाते हुए वर्ष 2012 में देश में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की राजनीतिक महत्वाकांक्षा से पैदा हुई अपनी ‘आम आदमी पार्टी’ का गठन किया था, जिसके बाद उन्होंने बहुत ही कम समय में केन्द्र शासित प्रदेश दिल्ली की सत्ता को हासिल करने का कार्य बखूबी बेहद आसानी से करके देश दुनिया के राजनीतिक पंडितों को अचंभित कर दिया था। उसके बाद दस वर्ष से भी कम समय में ही ‘अरविंद केजरीवाल’ के द्वारा बनाई गयी “आम आदमी पार्टी” केन्द्र शासित प्रदेश दिल्ली की सीमाओं से बाहर निकल करके प्रचंड बहुमत के साथ पंजाब के सिंहासन पर काबिज हो बैठी है, जो कि उनके नाम पर एक बहुत बड़ी राजनीतिक उपलब्धि दर्ज हो गयी है।
राजनीतिक विश्लेषक के अनुसार दिल्ली के बाद जब से पंजाब में ‘आम आदमी पार्टी’ को जबरदस्त राजनीतिक सफलता हासिल हुई है उसने भारतीय राजनीति के क्षेत्र में ‘अरविंद केजरीवाल’ को सफलता पूर्वक एक बड़े ब्रांड के रूप मे़ स्थापित करने का कार्य कर दिया है। जनता की अदालत में आज चुनावों के दौरान देश के विभिन्न-विभिन्न हिस्सों में ब्रांड ‘अरविंद केजरीवाल’ की तेज चमक देखते ही बनती है, आज वह देश-दुनिया की मीडिया व सोशल मीडिया की हैडलाइनों में रहकर लगातार राजनीतिक रूप से सुर्खियों में बने रहते हैं। आज दिल्ली के एमसीडी के चुनावों में स्पष्ट बहुमत के साथ जीत भी केवल और केवल उसी ब्रांड ‘अरविंद केजरीवाल’ की चमक का ही कमाल है, हालांकि देश के राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो आने वाले समय में ब्रांड ‘अरविंद केजरीवाल’ की चमक तेजी से अन्य राज्यों में भी देखने को मिल सकती है।
“दिल्ली नगर निगम यानी की ‘एमसीडी’ के चुनावों में ‘आम आदमी पार्टी’ (आप) को सफलता मिलने के साथ ही देश के राजनीतिक गलियारों में तेजी से यह चर्चा शुरू हो गई है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल व गुजरात विधानसभा के चुनावों के बाद अब 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर ब्रांड ‘अरविंद केजरीवाल’ की लगता है पूरे देश की चुनावी रणभूमि में जाने की है जबरदस्त ढंग से तैयारी।”
हालांकि ऐसा करने के लिए ‘अरविंद केजरीवाल’ को अपना एक-एक कदम बेहद सावधानी के साथ देश के राजनीतिक गलियारों में रखना होगा, उनको समय रहते ही पंजाब व दिल्ली की जनता से किये गये चुनावी वायदों को पूरा करना होगा। अपने अपराधी व भ्रष्टाचारी नेताओं का बचाव करने की जगह उनको तत्काल पार्टी से बाहर का रास्ता स्वयं ही दिखला करके देश के आम जनमानस को बड़ा संदेश देना होगा और देशवासियों के बीच स्वयं को कथनी व करनी एक होने वाला राजनेता साबित करना होगा, तब ही जनता की अदालत में ब्रांड ‘अरविंद केजरीवाल’ की चमक भविष्य में विस्तार कर सकती है।