खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने एफआईएच ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 ट्रॉफी का अनावरण किया

अशोक व अजित पाल बोले, टीम की एकजुटता ने 1975 में जिताया हॉकी विश्व कप

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : खेल, युवा मामलों के मंत्री एवं सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने 13 जनवरी से भुवनेश्वर और राउरकेला में होने 15 वें एफआईएच ओडिशा पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 की ट्रॉफी का शुक्रवार को यहां दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नैशनल हॉकी स्टेडियम पहुंचने पर अनावरण किया। एफआईएच हॉकी विश्व कप ट्रॉफी टूर देश पश्चिम बंगाल, मणिपुर, असम,झारखंड,उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, नई दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्टï्र, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ का दौरा का कर 25 दिसंबर को भुवनेश्वर वापस पहुंचेगी। भुवनेश्वर वापस पहुंचने पर यह विश्व कप ट्रॉफी सुंदर गढ़ के 17 जिलों में ले जाई जाएगी। खेल मंत्री ने यहां स्टेडियम में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चंद की आदमकद प्रतिमा पर फूल चढ़ाए।

हॉकी विश्व कप ट्रॉफी के यहां पहुंचने और इसके अनावरण के मौके पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ भारत की 1975 में विश्व कप जीतने वाली पुरुष हॉकी टीम के कप्तान अजित पाल सिंह, पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक गोल कर उसे पहली बार फाइनल जिता के साथ अब तक मात्र एक बार खिताब जिताने वाले राइट इन अशोक कुमार सिंह, सेंटर फॉरवर्ड एचजेएस चिमनी, गोलरक्षक अशोक दीवान के साथ,पूर्व ओलिंपियन हरबिंदर सिंह, पूर्व ओलंपियन दो विश्व कप खेलने वाले पूर्व कप्तान जफर इकबाल, 1984 के लॉस एंजेल्स ओलंपिक में शिरकत टीम के गोलरक्षक रोमियो जेम्स के पूर्व अंतर्राष्टï्रीय गोलरक्षक अरविंद छाबड़ा जैसे हॉकी धुरंधर मौजूद थे।

भारत की 1975 की विश्व कप जीतने वाली टीम के स्कीमर अशोक कुमार सिंह और कप्तान अजित पाल सिंह ने कहा, ‘1975 में हमारी भारतीय हॉकी टीम ने अपनी एकजुटता से ही हॉकी विश्व कप जीता। हमारी अग्रिम पंक्ति, मध्यपंक्ति और रक्षापंक्ति एक इकाई के रूप मे खेले और इसे ने हमें हॉकी विश्व कप जिताया।’

खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘हमारे खिलाड़ी हमारे असली हीरो हैं। मैं 1975 की विश्व कप खिताब जीतने वाली टीम के कप्तान अजित पाल सिंह और फाइनल में निर्णायक गोल कर खिताब जिताने वाली भारतीय हॉकी टीम के फॉरवर्ड अशोक कुमार सिंह सहित यहां मौजूद सभी धुरंधर खिलाडिय़ों का आभारी हूं। हमारे खिलाड़ी देश के लिए ही केवल देश में नहीं देश से बाहर जब खिताब और पदक जीतते हैं और राष्टï्रगान बजता है तो भारत का गौरव बढ़ता है। हमारी पुरुष हॉकी टीम ने बीते बरस टोक्यो ओलंपिक में चार दशक के बाद कांसे के रूप में लंबे अंतराल के रूप में पदक जीत 2023 के विश्व कप में 1975 के बाद फिर पदक की आस जगाई है। हम लगातार दूसरी बार हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहे हैं और इस बार हमें 46 बरस बाद फिर इसमें पदक जीतना चाहिए।’