मैसी अर्जेंटीना को विश्व कप खिताब जिता बने अपने देश के नए फुटबॉल मसीहा

  • अब मैसी भी पेले और माराडोना जैसे महान फुटबॉलरों की कतार में
  • फ्रांस के मापे ने फाइनल में चार गोल सुपरस्टार के रूप में बनाई पहचान

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : करिश्माई स्ट्राइकर लियोनल मैसी अपनी कप्तानी में अर्जेंटीना को लुसैल स्टेडियम दोहा में रविवार रात 2022 फीफा विश्व कप खिताब जिता अपने देश के नए फुटबॉल मसीहा बन गए। मैसी इसके साथ ही कतर में उन खुशकिस्मत और विरले फुटबॉलरों की कतार में शामिल हो गए जिनकी अपने मुल्क को विश्व कप जिताने की हसरत पूरी हुई। मैसी को अर्जेंटीना को 3५ बरस बाद विश्व कप फुटबॉल जिताते देख कर बेशक ‘स्वर्ग’ में बैठे उनके और दुनिया के फुटबॉलरों के हीरो डिएगो माराडोना भी जरूर खुश हो रहे होंगे। मैसी अर्जेंटीना को विश्व कप खिताब न भी जिताते तो वह हमेशा दुनिया और अर्जेंटीना के बेशक सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठï फुटबॉलरों में से एक बेशक होते लेकिन तब उन्हें यह टीस हमेशा सालती कि वह अपने देश को विश्व चैंपियन नहीं बना पाए। अब तो बेशक खुद मैसी इस बात पर फख्र कर सकते हैं कि वह विश्व कप फुटबॉल चैंपियन अर्जेंटीना की टीम के कप्तान और हीरो हैं। अब मैसी भी फुटबॉल का पर्याय माने जाने वाले निर्विवाद रूप से दुनिया के सर्वकालीन महानतम फुटबॉल ब्राजील के पेले और उनसे कुछ ही कदम दूर खड़े अर्जेंटीना के ही डिएगो माराडोना की कतार में शामिल हो गए। यूं भी मैसी की तुलना अर्जेंटीना और दुनिया भर के फुटबॉल धुरंधर माराडोना से ही करते रहे हैं।

बतौर स्ट्राइकर खुद गोल करने और अर्जेंटीनी टीम से भी शानदार प्रदर्शन कराने की मैसी की कूवत ने उन्हें अपने देश के डिएगो माराडेना जैसे स्ट्राइकर और कप्तान की सर्वकालीन महान फुटबॉलर की कतार में शामिल कर दिया। अपना लगातार पांचवां विश्व कप खेलते हुए मैसी ने अर्जेंटीना को खिताब जिताने के साथ अंतर्राष्टï्रीय फुटबॉल को शानदार अंदाज में विदा कहा। मैसी ने पांच विश्व कप में कुल 26 मैच खेलते हुए 13 गोल किए। मैसी के रविवार को निर्धारित समय में पेनल्टी किक पर, अतिरिक्त समय में मैदानी गोल और शूटआउट में पेनल्टी किक पर दागे गोल से अर्जेंटीना ने विश्व कप फुटबॉल फाइनल में पिछले चैंपियन फ्रांस को शूटआउट के जरिए 4-2 से हरा खिताब जीत लिया। निर्धारित समय तक दोनों टीमों के दो-दो और अतिरिक्त समय में एक-एक से बराबर रहने के बाद फाइनल का फैसला शूटआउट के जरिए हुआ। अर्जेंटीना के लिए निर्धारित समय में मैसी और एंजल डी मारिया ने तथा शूटआउट में मैसी, डायबला, पारडेज और मोंटेल ने गोल किए। फ्रांस के लिए निर्धारित समय और अतिरिक्त समय को मिलाकर कलियान मापे ने हैट-ट्रिक पूरी करने के साथ शूटआउट में पहली पेनल्टी किक और कोलो मुआनी ने चौथी पर गोल किए जबकि दूसरी को अर्जेंटीना के गोलरक्षक इमिलियानो सांचेज ने किंग्सले कॉमन की किक को रोका तथा तीसरे पर अरुलियन तोकामेनी दाएं से गेंद को बाहर मार बैठे। मापे से पहले विश्व कप फाइनल में हैट-ट्रिक करने का गौरव 1966 में इंग्लैड के ज्यॉफ हस्र्ट ने जर्मनी के खिलाफ हासिल किया था। तब इंग्लैंड की टी 4-2 से जीत के साथ खिताब जीता। मापे विश्व कप फुटबॉल में सबसे ज्यादा चार गोल करने वाले फुटबॉलर बन गए। मापे शूटआउट सहित फ्रांस के लिए फाइनल में चार गोल करने के बावजूद उसे फिर खिताब न जिता पाए हों लेकिन फुटबॉल के सुपर स्टार के रूप में खुद की पहचान जरूर बनाई। फ्रांस के मापे ने 2022 के फीफा विश्व कप में सबसे ज्यादा आठ गोल कर ‘गोल्डन बूट’ और मैसी ने सात गोल कर और तीन गोल के सूत्रधार रहकर ‘गोल्डन बॉलÓ अर्वार्ड। अर्जेटीना के ‘गोल्डन ग्लव’ अवार्ड अर्जेंटीना के सांचेज ने जीता।

मैसी उन विरले खुशकिस्मत फुटबॉलरों में एक हैं जिनकी अपने देश को विश्व कप खिताब जिताने के साथ फुटबॉल को अलविदा कहने की हसरत पूरी हुई। खेल चाहे फुटबॉल हो, क्रिकेट, हॉकी या टेनिस दुनिया के बड़े से बड़े धुरंधर की कोई न कोई हसरत जरूर अधूरी रह जाती है। इसका मलाल दुनिया के बड़े से बड़े खिलाड़ी को रहता है। इतिहास गवाह है कि टेनिस में इवान लेंडल जैसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठï खिलाडिय़ों में से एक इवान लेंडल की विंबलडन में घास के मैदान पर खिताब जीतने की हसरत अधूरी ही रही। दुनिया के सर्वकालीन सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रैडमैन इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट में शून्य पर आउट होने से टेस्ट में सौ रन की औसत से क्रिकेट को अलविदा कहने की हसरत अधूरी रही।

मैसी ने इसके साथ ही 36 बरस बाद अपना नाम अर्जेंटीना को बतौर कप्तान विश्व कप फुटबॉल खिताब जिताने वाले डैनियल पासारेला (1978) और सर्वकालीन महानतम फुटबॉलर डिएगो माराडोना(1986) की फेहरिस्त में शामिल करा लिया। अब तक सबसे ज्यादा पांच बार ब्राजील ने जीता है और उसके बाद जर्मनी और इटली ने चार-चार बार विश्व कप फुटबॉल खिताब जीता है। अर्जेंटीना तीन और इससे अधिक बार विश्व कप जीतने वाली चौथी टीम बन गई। अर्जेंटीना को इससे पहले 1986 में माराडोना ने विश्व कप फुटबॉल जिताया था। इस खिताबी जीत के साथ मैसी का नाम भी अर्जेंटीना के सर्वकालीन महान फुटबॉलरों की फेहरिस्त में शामिल हो गया। मैसी के नाम विश्व कप फाइनल में दो गोल हैं और उन्होंने अब तक पांच विश्व कप में कुल 13 गोल किए हैं। अर्जेेंटीना की टीम रविवार को विश्व कप फुटबॉल खिताब जीतने के साथ 2002 में ब्राजील के जर्मनी को फाइनल में 2-0 से हरा चैंपियन बनने के बाद इस खिताब पर कब्जा करने वाली पहली दक्षिण अमेरिकी टीम बन गई। 2002 के बाद अगले चार विश्व कप खिताब -यूरोप की टीमों -इटली(2006), स्पेन(2010), जर्मनी(2014) और फ्रांस (2018) ने जीते। मैसी ने अर्जेंटीना को फ्रांस के खिलाफ फाइनल में जिताने के साथ अपनी टीम को 17 विश्व कप मैच जिताने के जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोज(17) के रिकॉर्ड की बराबरी करने के साथ विश्व कप में सबसे ज्यादा 26 मैच खेलने के जर्मनी के लोथार मैथायस के रिकॉर्ड को भी दिया।