रविवार दिल्ली नेटवर्क
नई दिल्ली : इंडो अरब सोलिडेरीटी दिवस के मौके पर डा. फारूक अब्दुल्ला, शत्रुघ्न सिन्हा, कुँवर दानिश अली, मोहम्मद आदीब, डॉ: अज़ीज़ बर्नी व डॉ: कबीर सिद्दीकी साहब ने अरब देशों के राजदूतों के साथ एक समारोह का आयोजन किया । सैय्यद विकारुदीन ने इस संस्था की स्थापना 1967 में की। अब इसके अध्यक्ष डॉ. मीर अली खान हैँ। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद मोदी ने अरब देशों से संबंधों को अधिक मज़बूत किया है। संस्था उपाध्यक्ष मोहम्मद अब्दुल्लाह खान ने कहा कि अरब देशों से भारत की एतिहासिक मित्रता है। डॉ अक़बर अली ख़ान, अब संस्था के सर्वे सर्वा हैं। डॉ फारूक अब्दुल्ला ने अपने की-नोट अड्रेस में मुस्लिम समुदाय को एकजुट होने की अपील की। उन्होंने अरब देशों में आपसी मतभेदों को भुलाने का आह्वान किया। आलमी उर्दू फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ: कबीर सिद्दिकी के परिश्रम से यह अधिवेशन सफल रहा। डॉ: कबीर सिद्दिकी ने कहा कि सभी धर्म शांति और प्रेम का संदेश देते हैं। मीडिया कर्मियों की भारी संख्या में अनेक अरब राजदूतों ने भारत-अरब दोस्ती को मज़बूत बनाये रखने का आग्रह किया। अंत में शत्रुघ्न सिन्हा ने अरब देशों को भारत-मैत्री को संगठित करने को कहा। दानिश अली ने भारत अरब मित्रता को संसाधनों में, यदि कोई आवश्यकता हो, तो उसमे सहयोग देने का आश्वासन दिया। भारत अरब दोस्ती विश्व राजनीति में आवश्यक है।