मोमीनुल हक (84)को छोड़ कोई नहीं टिक पाया, बांग्लादेश पहली पारी में 227 पर ढेर

भारत के उमेश व अश्विन ने चटकाए चार-चार विकेट, उनादकट के मिले दो विकेट

सत्येन्द्र पाल सिंह

नई दिल्ली : बाएं हाथ के बल्लेबाज मोमीनुल हक (84 रन, 157 गेंद, एक छक्का , 11 चौके) को छोड़ बांग्लादेश का कोई भी बल्लेबाज बृहस्पतिवार को भारत के खिलाफ मीरपुर में शुरू हुए सीरीज के दूसरे और आखिरी क्रिकेट मैच के पहले दिन पहली पारी में टिक नहीं पाया। अनुभवी तेज गेंदबाज उमेश यादव (4/25), सदाबहार ऑफ स्पिन ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन(4/71) और 12 बरस के लंबे अंतराल के बाद अपना पहला और कुल दूसरा टेस्ट खेल रहे बाएं हाथ के अनुभवी तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट (2/50) ने मिलकर गेंदबाजी इकाई के रूप मेंं धारदार गेंदबाजी कर टॉस जीत कर पहले करने उतरे बांग्लादेश की पहली पारी पहले दिन का खेल बंद होने से लगभग आधा घंटा पहले 227 रन पर समेट कर भारत की दूसरे टेस्ट में पहले ही दिन मजबूत पकड़ बना दी। बांग्लादेश ने चायकाल तक पहली पारी में पांच विकेट खोकर 213 रन बनाने के बाद बाकी पांच विकेट मात्र 14 रन और खो दिए।

जवाब में भारत ने पहले दिन का खेल बंद होने के समय आठ ओवर में अपनी पहली पारी में बिना क्षति 19 रन बनाए। तब नौजवान सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल 20 गेंद खेल कर एक छक्के और एक चौके की मदद से 14 और कप्तान केएल राहुल 30 गेंद खेल कर मात्र तीन बनाकर खेल रहे थे। भारत की पारी के आठवें ओवर में अंपायरों ने खिलाडिय़ों से कहा कि कम होती रोशनी के कारण आगे खेल जारी रखना मुमकिन नहीं है और वहीं पहले दिन का खेल बंद कर दिया। भारत की टीम अभी बांग्लादेश से 208 रन पीछे और पहली पारी में उसके सभी दस विकेट सुरक्षित हैं।

मोमीनुल हक ने बांग्लादेश के लिए जरूर 84 रन की पारी जरूर खेली लेकिन उन्हें अपनी पारी के शुरू में भारत के पहले दिन के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज उमेश यादव की गेंद पर विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों तब जीवनदान मिला जब गेंद उनके दस्तानों में आने के बावजूद चार रन के लिए बाउंड्री के पार निकल गई। अश्विन ने अपने 22 वें पारी के 74 वें ओवर की तीसरी गेंद पर मोमीनुल को विकेटकीपर पंत के हाथों कैच कराया और खालेद अहमद दो गेंद के बाद उनकी गेंद को उड़ाने के फेर में उनादकट को कैच थे बैठे और बांग्लादेश की पहली पारी 227 रन पर समाप्त हुई। चायकाल के बाद उमेश यादव ने कहर बरपा और तीन विकेट और चटके।

बांग्लादेश के अनुभवी मुशफिकुर रहीम (26 रन, 46 गेंद, पांच चौके), लिटन दास(25 रन, 26 गेंद,दो चौके, एक छक्का), सलामी बल्लेबाज नजमल हसन शांतो(24 रन, 57 गेंद, तीन चौके), कप्तान शाकिब अल हसन (16 रन, 39 गेंद, एक छक्का, एक चौका), पहली टेस्ट की दूसरी पारी में शतक जडऩे वाले जाकिर हसन(15 रन 34 गेंद, एक चौका) और मेहंदी हसन मिराज (15 रन, 51 गेंद, तीन चौके) सहित सात बल्लेबाज दहाई के अंकों में पहुंचने के बावजूद अपनी पारी को बड़ी पारी में तब्दील करने में नाकाम रहे।
चटग्राम में पहले टेस्ट दोनों पारियों में कुल मिलाकर आठ विकेट चटका भारत को बड़ी जीत दिला मैन ऑफ दÓ मैच रहे वाले बाएं हाथ के लेग स्पिनर कुलदीप यादव की जगह जब जयदेव उनादकट को दूसरे टेस्ट के लिए भारत की अंतिम एकादश में शामिल किया गया तो कुछ सवाल उठे। जयदेव उनादकट ने पहले टेस्ट की दूसरी पारी में शतक जमाने वाले सलामी बल्लेबाज जाकिर हसन (15) को कप्तान केएल राहुल के हाथों आउट कर अपना पहला टेस्ट चटकाने के बाद लंच के बाद अनुभवी मुशफिकुर रहीम (26 रन, 46 गेंद, पांच चौके) को विकेटकीपर ऋषभ पंत के हाथों आउट कर बांग्लादेश का चायकाल तक पहली पारी में स्कोर पांच विकेट कर अपने चयन को सही साबित किया। चायकाल तक बांग्लादेश के आउट होने वाले पांचों बल्लेबाजों में सभी दहाई के अंक तक जरूर पहुंचे लेकिन कोई भी 26 रन के पार नहीं पहुंच पाया। बांग्लादेश की हालत और खस्ता हो गई यदि उमेश यादव द्वारा फेंके दूसरे ओवर की पहली गेंद को जब जाकिर ने फ्लिक करने की कोशिश की लेकिन डीबैकवर्ड स्कवॉयर लेग पर मोहम्मद सिराज उनका मुश्किल कैच लेने से चूक गए। भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और उमेश यादव ने गेंद को काफी मूव कराया और इन दोनों की गेंदों को खेलने के फेर में जाकिर और नजमल हसन शांतों बार बार खेलने से चूके। पहले बदलाव के रूप में गेंदबाजी का जिम्मा संभालने वाले उनादकट को गेंद को उपर से छोडऩे के कारण पिच से ज्यादा उछाल मिला। उनादकट जब गेंद कर रहे तो भारत के कप्तान केएल राहुल ने नजदीकी क्षेत्ररक्षकों का जाल बिछा कर बांग्लादेश के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया। जाकिर ने उनादकट की शार्ट गेंद को करने का प्रयास किया। उनादकट की गेंद जाकिर के बल्ले का किनारा लेकर उछली और पहली स्लिप में खड़े कप्तान केएल राहुल के हाथों में अटक गई और उन्हें अपने टेस्ट करियर का पहला विकेट मिल गया। बांग्लादेश ने जाकिर के रूप में पहला विकेट 39 पर खो दिया। ऑफ स्पिनर अश्विन ने अगले ओवर में शांतो को एलबीडब्ल्यू आउट कर भारत को दूसरी कामयाबी दिलाई। कप्तान शाकिब अल हसन चौथे नंबर पर बल्लेबाज के लिए उतरे और उन्होंने उतरते ही उनकी गेंद को एक्सट्रा कवर के उपर से उठाने के बाद अगली ही गेंद को बाउंड्री के उपर से बाहर भेज छक्का जड़ा। शाकिब और मोमीनुल को किस्मत का साथ मिला। मोमीनुल ने अश्विन की गेंद को कट करने की कोशिश की लेकिन गेंद स्लिप और विकेटकीपर के बीच से निकल कर बाउंड्री पार गई। चायकाल से पहले उमेश के आखिरी ओवर में विकेटकीपर पंत ने मोमीनुल का कैच छोड़ा। पंत ने इसके बाद शाकिब अल हसन को अश्विन की गेंद पर स्टंप करने का मौका चूका। हालांकि यह मौका चूकना बहुत महंगा नहीं पड़ा। बांग्लादेश के कप्तान शाकिब ने उमेश यादव की गेंद को मिड ऑफ के उपर से उड़ाने के फेर में पुजारा को कैच थमा दिया और बांग्लादेश ने तीसरा विकेट 82 रन पर खो दिया।मोमीनुल और मुशफिकुर रहीम ने आक्रामक तेवर दिखा दस गेंदों में छह चौके जड़ चौथे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। तभी उनादकट ने राउंड द विकेट आकर मुशफिकुर को पंत के हाथों कैच करा भागीदारी को तोड़ा। लिटन दास ने पिच उतर कर सकारात्मक दिखे और सिराज की गेंद पर चौका जडऩे के बाद उनकी अगली गेंद पर छक्का जडा तेजी से 25 रन पर पहुंच गए।

तभी अश्विन की गेंद को फ्लिक करने के फेर में शॉर्ट मिडविकेट पर केएल राहुल को कैच थमा दिया और बांग्लादेश ने पांचवां विकेट 172 रन पर खोया। उमेश यादव ने चायकाल के बाद मेहंदी हसन मिराज (15 रन, 51 गेंद, तीन चौके)की गेंद को कट करने के फेर में विकेटकीपर पंत को कैच थमा दिया। बांग्लादेश ने मिराज के रूप में छठा विकेट 213 पर खोया। उमेश ने अपने अगले ओवर में विकेटकीपर बल्लेबाज नुरूल हसन(6) को एलबीडब्ल्यू आउट कर बांग्लादेश का स्कोर सात विकेट पर 219 रन उसकी हालत और खस्ता कर दी। बांग्लादेश ने इसके बाद अंतिम तीन विकेट आठ रन और जोड़ कर खो दिए।

‘मैंने बस सही जगह गेंदबाजी करने की कोशिश की’
कुछ गेंदे अचानक उछली और सीम हुई। मैंने बस सही जगह गेंदबाजी करने की कोशिश की। जब अश्विन ने गेंद संभाली तो हमने सोचा की गेंद घूमेगी। अश्विन गेंदें घूमी नहीं और पिच में स्पिनरों के लिए इतनी तेजी नहीं गेंद घूमती। हमने गेंद को रिवर्स स्विंग कराने की कोशिश की और विकेट टू विकेट गेंदबाजी। बांग्लादेश को पहली पारी में सस्ते में समेट कर खुश हैं।

-उमेश यादव, भारत के तेज गेंदबाज