- गोलरक्षक श्रीजेश लगातार चौथा विश्व कप खेलेंगे
- अभिषेक, विवेक, नीलम, सुखजीत, शमशेर, जर्मनप्रीत का पहला विश्व कप
सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : दुनिया के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह एफआईएच ओडिशा हॉकी पुरुष हॉकी विश्व कप 2023 भुवनेश्वर-राउरकेला में भारत की 18 सदस्यीय टीम का नेतृत्व करेंगे। पेनल्टी कार्नर ‘रशरÓ अमित रोहिदास टीम के उपकप्तान होंगे। भारत विश्व कप में अपने अभियान का आगाज पूल डी में स्पेन के खिलाफ राउरकेला के बिरसा मुंडा स्टेडियम में 13 जनवरी को पहले मैच से करेगा और 15 जनवरी को इसी मैदान पर इंग्लैंड से करेगा। भारत की टीम अपना अंतिम पूल मैच खेलने के लिए 19 जनवरी को भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम जाएगी। भारतीय टीम का चयन साई केंद्र, बेंगलुरू में दो दिवसीय चयन स्पद्र्धा के बाद 33 कोर ग्रुप के संभावितों में से किया गया। भारत ने अनुभवी और नौजवान खिलाडिय़ों की मिली जुली टीम चुनी है। हरमनप्रीत सिंह की टीम के सामने 1975 की चैंपियन भारत को 47 बरस बाद फिर विश्व कप में पदक जिताने की चुनौती है। भारत लगातार दूसरी और कुल चौथी बार पुरुष हॉकी विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। भारत ने बार्सीलोना में पहले विश्व कप में अजित पाल सिंह की अगुआई में कांसा, 1973 में एम्सटर्डम में दूसरे विश्व कप में रजत और 1975 में क्वालालंपुर में तीसरे विश्व कप में दद्दा ध्यानचंद के सुपुत्र अशोक कुमार सिंह के पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में निर्णायक गोल से स्वर्ण पदक जीत चैंंपियन बनने का गौरव पाया।
भारत की विश्व कप के लिए 18 सदस्यीय हॉकी टीम है:
गोलरक्षक : पीआर श्रीजेश व कृष्ण बहादुर पाठक। रक्षापंक्ति : जर्मनप्रीत सिंह, सुरेन्दर कुमार, हरमनप्रीत सिंह(कप्तान), वरुण कुमार, अमित रोहिदास (उपकप्तान), नीलम संजीप खेस। मध्यपंक्ति : मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, नीलकांत शर्मा, शमशेर सिंह, विवेक सागर प्रसाद, आकाशदीप सिंह । अग्रिम पंक्ति : मनदीप सिंह, ललित उपाध्याय, अभिषेक , सुखजीत सिंह।
वैकल्पिक खिलाड़ी : राज कुमार पाल व जुगराज सिंह
सदाबहार गोलरक्षक पीआर श्रीजेश भारत के लिए यह लगातार चौथा और अपनी धरती पर तीसरा और अनुभवी सेंटर हाफ और बीते बरस टोक्यो ओलंपिक में देश को चार दशक के बाद कांसा जिताने वाली टीम के कप्तान रहे मनप्रीत सिंह, मनदीप सिंह, आकाशदीप सिंह, ललित उपाध्याय का यह लगातार तीसरा और कप्तान हरमनप्रीत सिंह, सुरेन्दर कुमार, हार्दिक सिंह, वरुण कुमार और नीलकांत शर्मा का लगातार दूसरा विश्व कप होगा। चोट के चलते एफआईएच प्रो लीग से बाहर रहे सेंटर हाफ विवेक सागर प्रसाद, जर्मनप्रीत सिंह,नीलम संजीप खेस, शमशेर सिंह, अभिषेक और सुखजीत सिंह का यह पहला विश्व कप होगा।
भारत की टीम दिलप्रीत सिंह और ड्रैग फ्लिकर जुगराज सिंह को 18 सदस्यीय भारतीय टीम में जगह न मिल पाना जरूर चौंकाने वाला है। वहीं चोट के कारण संभावितों से बाहर अब विश्व कप टीम से बाहर रहे स्ट्राइकर सिमरनजीत सिंह की तरह गोल करने और भारत को पेनल्टी कॉर्नर दिलाने की जिम्मेदारी नौजवान स्ट्राइकर अभिषेक और लिंकमैन के रूप में खेल रहे सबसे अनुभवी आकाशदीप सिंह और शमशेर सिंह के ललित उपाध्याय और मनदीप सिंह पर रहेगी।
‘हमारी टीम अनुभवी और नौजवान खिलाडिय़ों की मजबूत टीम’
‘ हॉकी विश्व कप हमो लिए सबसे अहम टूर्नामेंट है। हम अपने घर में ही विश्व कप खेलेंगे और इसलिए इसका की अहमियत और दबाव ज्यादा होता है। हर देश के लिए विश्व कप के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठï टीम चुनी है और बेहतरीन तैयारियां की है। हमने विश्व कप के लिए अनुभवी और नौजवान खिलाडिय़ों की मिली जुली मजबूत टीम चुनी है। हमारी टीम में कई बेहतरीन नौजवान खिलाड़ी है। हमारी विश्व के लिए दो महीने में तैयारियां भी शानदार रही हैं। हमने इस क्रम में दुनिया की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैच की सीरीज खेल कर अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। -ग्राहम रीड, भारतीय हॉकी टीम के चीफ कोच