- बस्तर में भी मना किसान दिवस, उठी एमएसपी की मांग
- देश में चौधरी चरण सिंह के बाद उनके जैसा एक भी किसान हितैषी नेता नहीं हुआ, वरना किसानों की दुर्दशा नहीं होती : डॉ राजाराम त्रिपाठी
- किसानों और खेती को अब आगे और हाशिए पर नहीं रखा जा सकता, डॉ त्रिपाठी
- सभी किसान संगठन अलग-अलग लड़ने के बजाय “एमएसपी-गारंटी मोर्चे” के साथ एकजुट हों, डॉ राजाराम त्रिपाठी ने किया आव्हान
- नाबार्ड के उप महाप्रबंधक भी पहुंचे मा दंतेश्वरी हर्बल फार्म , जैविक बहुस्तरीय लाभकारी खेती का किया निरीक्षण और जाहिर की प्रसन्नता
रविवार दिल्ली नेटवर्क
आज “किसान-दिवस” के अवसर पर श्री मां दंतेश्वरी हर्बल समूह तथा के प्रगतिशील जैविक किसानों के संयुक्त तत्वावधान में सभी *”किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी”* की अनिवार्यता विषय पर एक संगोष्ठी रखी गई । उल्लेखनीय है कि देश के किसानों के लिए अपने दिल में विशेष दर्द तथा संवेदना रखने वाले देश के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस को प्रतिवर्ष किसान-दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर “न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी किसान मोर्चा” के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ राजाराम त्रिपाठी ने कहा कि यह देश के किसानों का दुर्भाग्य है कि देश की राजनीति में चौधरी चरण सिंह के बाद उनके जैसा किसान हितैषी एक भी नेता नहीं हुआ, अन्यथा किसानों की यह दुर्दशा नहीं होती। देश के वर्तमान नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए डॉक्टर त्रिपाठी ने कहा के सभी राजनीतिक दल अब यह जान लें कि देश के किसानों व खेती को अब आगे और हाशिए पर नहीं रखा जा सकता। त्रिपाठी ने देश के किसान संगठनों और किसान नेताओं का आव्हान करते हुए कहा यह वक्त की पुकार है कि सारे किसान संगठन आपसी समस्त मतभेद भुलाकर, अपने अहम को त्याग कर तत्काल एकजुट हो जाएं और “न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून” हेतु सरकार पर पुरजोर दबाव बनाएं। अब सरकार तथा राजनीतिक पार्टियां भली-भांति समझ लें कि *”न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी कानून” नहीं तो किसानों के वोट नहीं।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म भ्रमण पर पधारे नाबार्ड के उप महाप्रबंधक श्री जगदीश प्रसाद ने मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म तथा रिसर्च सेंटर का भ्रमण तथा निरीक्षण किया। उन्होंने ऑस्ट्रेलियन टीक के पेड़ों पर चढ़ाई गई काली मिर्च की फिर लदी हुई फसल भी देखी तथा स्टीविया सफेद मूसली एवं पीपली आदि की फसलों का भी खेतों पर निरीक्षण किया । नवीन जैविक पद्धति से हो रही खेती तथा फसलों के अच्छे उत्पादन को देखकर उन्होंने प्रसन्नता जाहिर की । कार्यक्रम के अंत में श्री जगदीश प्रसाद जी तथा अतिथियों को विशेष जनजातीय सरोकारों की मासिक पत्रिका “ककसाड़” का नवीनतम अंक सादर भेंट किया गया। कार्यक्रम में माकड़ी विकासखंड से पधारे प्रगतिशील किसान संतु राम जी तथा अन्य किसान साथी, गीता मरकाम, जसमती नेताम, कृष्णा नेताम शंकर नाग, संजय कोराम,अनुराग कुमार, रमेश पंडा , कृष्ण कुमार कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान साथियों ने भाग लिया।