सत्येन्द्र पाल सिंह
नई दिल्ली : कप्तान ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह और स्ट्राइकर दिलप्रीत सिंह के एक एक गोल की बदौलत भारत की पुरुष हॉकी टीम ने मजबूत नीदरलैंड को रविवार देर रात बार्सीलोना में स्पेन हॉकी संघ की शताब्दी के मौके पर आयोजित चार देशों के अंतर्राष्टï्रीय टूर्नामेंट में 2-1 से हरा कर तीसरा स्थान पाया। पराजित नीदरलैंड की ओर से एकमात्र गोल थियरे ब्रिंकमैन ने दागा। इस मैच की रोचक बात यह रही इसमें तीनों गोल पेनल्टी कॉर्नर पर हुए। भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने उसके लिए चारों मैचों में एक-एक गोल किया। हरमनप्रीत सिंह ने भारत के लिए इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा चार गोल दागे।
भारत ने नीदरलैंड के खिलाफ संभल कर आगाज किया और नीदरलैंड के स्ट्राइकर पर अपनी डी में नहीं घुसने दिया। वहीं भारत के स्ट्राइकरों ने तालमेल से खेलते हुए नीदरलैंड की रक्षापंक्ति को गलती करने पर मजबूर किया। कप्तान हरमनप्रीत ने पहला क्वॉर्टर खत्म होने से ठीक पहले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर भारत का खाता खोला।
नीदरलंैड ने दूसरे क्वॉर्टर में बराबरी पाने में पूरी ताकत झोंक दी। अनुभवी ड्रैग फ्लिकर थियरे ब्रिंकमैन ने दूसरे क्वॉर्टर के पांचवें मिनट में गोल कर नीदरलैंड को एक -एक की बरबारी दिला दी। भारत ने जीत की आस में बराबर हमले जारी रखे लेकिन तीसरे क्वॉर्टर में वह एक भी गोल नहीं कर पाया।
नीदरलैंड ने चौथे क्वॉर्टर के शुरू में गोल करन जीत हासिल करने के कई मौके गंवाए। अमित रोहिदास ने चौथे और आखिरी क्वॉर्टर के पांचवें पेनल्टी कॉर्नर पर तेज ड्रैग फ्लिक लगाया नीदरलैंड के गोलरक्षक मॉरित्ज वाइजर ने इसे रोकना चाहा लेकिन उनके पैड को लग कर लौटती गेंद वहीं डी में मंडराते दिलप्रीत सिंह ने लपक कर गोल में डाल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। यह मैच का निर्णायक गोल साबित हुआ। आखिरी क्षणों में नीदरलैंड ने लगातार पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन भारत की रक्षापंक्ति ने मुस्तैदी से इन्हें रोक कर बेकार कर दिया। भारत ने अपना अभियान जीत के साथ खत्म कर टूर्नामेंट में तीसरा स्थान पाया।