
दीपक कुमार त्यागी
- अहिल्याबाई होलकर का जीवन त्याग, न्याय, धर्म और सेवा का अद्वितीय उदाहरण – सतेंद्र सिसोदिया
- रानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन महिला सशक्तिकरण और सनातन संस्कृति के संरक्षण का प्रतीक – मयंक गोयल
गाजियाबाद : भारतीय जनता पार्टी गाजियाबाद महानगर के द्वारा पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में “स्मृति अभियान – 2025” का आयोजन 21 से 31 मई 2025 तक भव्य रूप में किया जा रहा है। इस क्रम में कविनगर रामलीला मैदान स्थित जानकी सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्य वक्ता भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष सतेन्द्र सिसोदिया ने कहा कि “यह हम सबका सौभाग्य है कि पुण्यश्लोक महारानी अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी वर्ष ऐसे समय आ रही है जब देश और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार है, जो सनातन मूल्यों, राष्ट्रवाद, संस्कृति और नारी शक्ति के संरक्षण व उत्थान हेतु प्रतिबद्ध है। अहिल्याबाई होलकर का संपूर्ण जीवन त्याग, न्याय, धर्म और सेवा का अद्वितीय उदाहरण है। उन्होंने न केवल मालवा की रानी के रूप में सुशासन दिया, बल्कि सैकड़ों मंदिरों का पुनर्निर्माण, धर्मशालाएं, कुएं, घाट और सराय बनवाकर भारत की सांस्कृतिक आत्मा को जीवित रखा।
भाजपा कार्यकर्ता इस त्रिशताब्दी वर्ष को केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक अभियान मानकर जन-जन तक उनकी प्रेरणा को पहुंचाएंगे। अभियान की शुरुआत 19 मई को जिला बैठक एवं प्रेस वार्ता से की जायेगी, जिसके लिए कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई। इसी दिन और अगले दिन, यानी 19-20 मई को महिला सशक्तिकरण हेतु ‘Run for Women Empowerment’ नामक दौड़ प्रतियोगिता का आयोजन इंटर कॉलेज व महाविद्यालय स्तर पर किया जाएगा, जिसमें छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। विजेताओं को महिला जनप्रतिनिधियों द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
21 मई को निबंध प्रतियोगिता कराई जाएगी जिसमें छात्र-छात्राएं अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर लिखकर उनके विचारों को आत्मसात करेंगे। 21-22 मई को होने वाली जिला महानगर संगोष्ठी में उनके जीवन दर्शन एवं भारतीय संस्कृति में उनके योगदान पर गहन विचार किया जाएगा, जिसमें महिला मोर्चा, शिक्षक, चिकित्सक, व्यापारी, वरिष्ठ कार्यकर्ता व प्रबुद्धजन सहभागिता करेंगे।
23-24 मई को घाट सज्जा एवं नदी आरती कार्यक्रम के अंतर्गत किसी प्राचीन शिव मंदिर या घाट पर उनके चित्र पर माल्यार्पण व आरती की जाएगी तथा धर्मगुरुओं द्वारा प्रेरणादायक उद्बोधन होगा।
25 मई को प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें उनके जीवन दर्शन और सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु किए गए कार्यों को छवियों व उद्धरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। 26 से 28 मई तक पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें जिला पंचायत अध्यक्ष, सदस्य, ब्लॉक प्रमुख, ग्राम प्रधानों की भागीदारी रहेगी। यह कार्यक्रम स्थानीय व प्रभारी मंत्रियों की उपस्थिति में सम्पन्न होगा।
29-30 मई को महिला सशक्तिकरण के दो स्तरों पर सम्मेलन होंगे — नगर निकाय स्तर पर (नगर निगम, पालिका व पंचायत) जिसमें कुल 3500 महिलाओं की सहभागिता का लक्ष्य है, तथा ब्लॉक स्तर पर, जिसमें महिला प्रधान, आशा बहुएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, कोटेदार, स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भाग लेंगी, प्रत्येक ब्लॉक से 500 महिलाओं की सहभागिता का प्रयास है।
इस संपूर्ण अभियान का समापन 31 मई को श्रद्धांजलि समारोह के रूप में किसी प्रमुख विश्वविद्यालय या महाविद्यालय परिसर में किया जाएगा, जिसमें राज्य व केंद्र सरकार के मंत्रीगण, सांसद, विधायक, महापौर आदि की गरिमामयी उपस्थिति रहेगी। इस अवसर पर स्थानीय कलाकारों द्वारा रानी अहिल्याबाई होलकर के जीवन पर आधारित नाट्य मंचन प्रस्तुत किया जाएगा और एक हस्ताक्षर अभियान के साथ इस स्मृति आयोजन को उत्सव के रूप में समाप्त किया जाएगा।
सतेन्द्र सिसोदिया ने कहा कि “इस अभियान का उद्देश्य केवल महारानी के जीवन का स्मरण नहीं, बल्कि उनके आदर्शों को आज की पीढ़ी में स्थानांतरित करना है। भाजपा इस प्रेरणादायी आयोजन को बूथ स्तर तक ले जाकर महिला जागरण, सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक समरसता का माध्यम बनाएगी।”
इस दौरान महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल ने भी कहा कि “रानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन महिला सशक्तिकरण और सनातन संस्कृति के संरक्षण का प्रतीक है। इस अभियान से गाजियाबाद महानगर की जनभावनाएं जुड़ेंगी और उनके आदर्शों से समाज लाभान्वित होगा।”