
मुंबई से अनिल बेदाग
एक अनजान और असहज फोन कॉल से शुरू हुई दो विपरीत स्वभाव के लोगों की कहानी, एक खूबसूरत और दस साल लंबी प्रेम यात्रा में बदल गई। पहली नजर में ‘ना’ से शुरू होकर ज़िंदगी भर के ‘हां’ तक पहुंचने वाली सुधीर राजू पुथरन और योगिता सुधीर पुथरन की कहानी, मीठी नोकझोंक और मजबूत रिश्तों का संगम है।
जहां अधिकतर जोड़े या तो संयोग से मिलते हैं या फिर दोस्तों के जरिए मिलवाए जाते हैं, वहीं इनकी प्रेम और घृणा से भरी कहानी एक फोन कॉल से शुरू हुई। यह एक बातूनी लड़के और एक शांत, शर्मीली लड़की की कहानी है। एकदम सही उदाहरण है। राजू और योगिता कहते हैं, “विपरीत आकर्षित करते हैं और समानताएं दूर ले जाती हैं।” हम दोनों में ऐसी विपरीत बातें थीं जो एक-दूसरे की ओर खींचती थीं और कुछ समानताएं भी थीं जो हमें एक-दूसरे से दूर करती थीं। हमारी पहली तय मुलाकात दोनों तरफ से एक बड़ी ‘ना’ के साथ शुरू हुई, जो धीरे-धीरे ज़िंदगी भर की ‘हां’ में बदल गई। हमारा ‘कुछ खट्टा और मीठा’ रिश्ता इस साल 10 साल का होने वाला है और हम उम्मीद करते हैं कि ये यूं ही और भी सालों तक फलता-फूलता रहे।
एक बातूनी लड़के को एक शांत, शर्मीली लड़की से प्यार हो गया — एकदम सही उदाहरण कि कैसे विपरीत स्वभाव आकर्षित करते हैं और समानताएं दूर कर देती हैं।