रविवार दिल्ली नेटवर्क
कोलकाता : साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त बांग्ला के शीर्ष साहित्यकार नीरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती की जन्म शताब्दी पर प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका “कोलकातार जीशू” ने रोटरी सदन के सभागार में विस्तृत कार्यक्रम आयोजित किया और इस वर्ष का नीरेन्द्रनाथ स्मृति पुरस्कार बंगाल के वरिष्ठ लेखक शीर्षेन्दु मुखोपाध्याय को दिया। इस मौके पर जहां कई तरह के कार्यक्रम आयोजित हुए, मसलन शथकंठे नीरेन्द्रनाथ, जाना-अजाना नीरेन्द्रनाथ, आवृत्ति तथा कविता पाठ के कई सत्र हुए जिनमें खासतौर से बहुभाषी कवि सम्मेलन विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।
हिंदी के वरिष्ठ कवि रावेल पुष्प तथा बांग्ला कवि सौमित्र बसु के संयुक्त संचालन में हुए इस सम्मेलन में जहां विभिन्न भाषाओं के कवियों ने कविता पाठ किया वहीं नीरेन्द्रनाथ की कुछ कविताओं का हिंदी, पंजाबी, गुजराती, अंग्रेजी तथा असमिया में भी अनुवाद प्रस्तुत किया गया। रावेल पुष्प ने अपने संचालन के दौरान बताया कि पूरे आयोजन के पीछे ‘कोलकातार जीशू’ के यशस्वी संपादक तथा वरिष्ठ कवि सत्कर्णी घोष का उल्लेखनीय योगदान है, जो पत्रिका में न सिर्फ़ बांग्ला बल्कि इसके अलावे देश-विदेश की विभिन्न भाषाओं से अनूदित कविताएं भी प्रस्तुत करते रहते हैं। इस बहुभाषी कवि सम्मेलन में संचालक द्वय के अलावे शिरकत कर रहे थे- सर्वश्री हेमेन भट्टाचार्य, दिनेश वढेरा, शाहिद फ़रोगी, शिवाशीष मुखोपाध्याय, ऋजुरेख चक्रवर्ती, भूपेंद्र सिंह बशर, डॉ. उर्वशी श्रीवास्तव, बेबी कारफारमा तथा तन्मय चक्रवर्ती। रोटरी सदन के खचाखच भरे हाल में बंगाल के वरिष्ठ लेखकों में शामिल थे- पवित्र सरकार, सुबोध सरकार, सुजीत सरकार, शिउली सरकार, अभीक सरकार, फटिक चौधरी तथा अन्य।